भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी के क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए चार मुकाबलों की टेस्ट सीरीज के तीसरे मैच के दौरान टीम इंडिया के खिलाड़ियों पर नस्लीय टिप्पणी की गई थी। कई दिग्गजों ने इस मामले की कड़ी निंदा की थी। अब भारतीय टीम के उप कप्तान अजिंक्य रहाणे ने नस्लवाद पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि सिडनी में जो भी हुआ वह बेहद दुखद था।

सिडनी टेस्ट के चौथे दिन कई दर्शकों को स्टेडियम से बाहर निकाला गया था, क्योंकि उन्होंने टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज पर नस्लीय टिप्पणी की थी। हालांकि, उन्होंने ऐसा मैच के तीसरे दिन भी किया था। इस मामले पर अजिंक्य रहाणे ने स्पोर्ट्स टुडे से बातचीत करते हुए कहा, ”सिडनी में सिराज और अन्य खिलाड़ियों के साथ, जो हुआ वह वास्तव में बहुत दुखद था। हमने स्टैंड लिया था। हां! मैंने कहा था कि हम मैदान से बाहर नहीं जाएंगे। हम यहां पर क्रिकेट खेलने आए हैं।”

रहाणे ने आगे कहा, ”हम अपने खिलाड़ियों का सम्मान करते हैं। आप उन लोगों को बाहर निकालें, जिन्होंने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। हमने दोबारा खेल शुरू किया था, क्योंकि हम उस गति को खोना नहीं चाहते थे। हम अपने खिलाड़ियों का सम्मान करते हैं और मैं हमेशा अपने खिलाड़ियों के साथ खड़ा रहता हूं।”

सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर फैंस द्वारा तीसरे और चौथे दिन नस्लीय दुर्व्यवहार के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने भेदभाव के खिलाफ एक मजबूत बयान जारी करते हुए कहा था कि क्रिकेट में नस्लीय दुर्व्यवाहर के लिए कोई जगह नहीं है।

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