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भारत में सीरीज खेलने किस रिकॉर्ड के साथ आ रही है ऑस्ट्रेलिया?

एक टीम जब, बड़ी सीरीज के लिए ‘तैयारी’ के तौर पर जीते, तो टीम का हौसला बुलंद करने के लिए इससे बेहतर और कोई बात नहीं हो सकती। पैट कमिंस (Pat Cummins) की टीम के लिए भारत टूर ऐसा ही है। ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफ्रीका (AUS vs SA) पर 2-0 से टेस्ट सीरीज जीत पूरी की और अब आगे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए 9 फरवरी से नागपुर में शुरू हो रही सीरीज है।

कमिंस ने दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध तीसरे टेस्ट के बाद जो कुछ भी बोला, उसमें इस सीरीज का जिक्र कम और आगे के भारत टूर का जिक्र ज्यादा था। उनके लिए निश्चित तौर पर बड़ी सीरीज है ये टूर। वे जानते हैं इस चुनौती के बारे में। 2004/05 में 2-1 की जीत को छोड़ दें तो 1969/70 के बाद से ऑस्ट्रेलिया ने भारत में कोई टेस्ट सीरीज नहीं जीती है। 2004/05 के बाद से, वे सिर्फ एक बार, भारत में टेस्ट जीत सके हैं 2016/17 में पुणे की पिच पर और इसकी तुलना में तीन ड्रॉ और 10 हार का रिकॉर्ड है।

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यहां तक कि हाल के सालों में भारत के विरुद्ध ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया का रिकॉर्ड कोई बहुत प्रभावशाली नहीं है। 2018/19 में 1-2 से हारे, तो उनके जानकारों ने कह दिया कि स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर की गैरमौजूदगी इसके लिए जिम्मेदार थी, इस तरह टीम इंडिया (India) को जीत का पूरा श्रेय नहीं दिया, पर सच ये है कि अपनी पिचों पर भारत के विरुद्ध ये उनकी पहली हार थी, जब भारत फिर से जीता 2020/21 में, तो वास्तव में मेहमान टीम कमजोर थी और हालत ये थी कि ब्रिस्बेन में निर्णायक टेस्ट के लिए इलेवन में अपने नेट गेंदबाजों को मैदान में उतारना पड़ा।

पिछले कुछ सालों में, भारत के विरुद्ध, ऑस्ट्रेलिया ने अन्य किसी भी टीम की तुलना में अपना अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन किया है, इसलिए कमिंस रिकॉर्ड बदलने की तैयारी के इरादे के साथ भारत आ रहे हैं। अन्य किसी भी दौर की तरह हो सकता है कि टेस्ट क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया पर भारत का प्रभुत्व इस सीरीज में ही ख़त्म हो जाए पर इसके लिए किसी ख़ास कोशिश की जरूरत होगी। लॉकडाउन के बाद टेस्ट क्रिकेट फिर से शुरू हुई, तब से अब तक ऑस्ट्रेलिया ने ऑस्ट्रेलिया से बाहर सिर्फ 5 टेस्ट खेले हैं, सिर्फ अफगानिस्तान और जिम्बाब्वे (2 -2) और आयरलैंड (कोई नहीं) से ज्यादा। अपने दो टूर में पाकिस्तान को 1-0 से हराया, लेकिन सपाट पिचों पर और गाले में दो टेस्ट में चुनौती मिली तो ड्रॉ सीरीज। यह रिकॉर्ड बुरा नहीं है।

ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस भारत में जीत के मिशन में अपनी टीम के लिए तुरुप का इक्का गिन रहे हैं फ्रंटलाइन स्पिनर नाथन लियोन को, इसीलिए दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध आख़िरी टेस्ट खेलने के लिए लियोन को बुलाया था। खब्बू स्पिनर होने के नाते वह उस टॉप लाइन-अप को जरूर परेशान करेंगे, जिसमें हाल-फिलहाल कोई खब्बू नहीं। ट्रैविस हेड भी उनकी इसी स्कीम का हिस्सा हैं।

अभी तक ऐसी कोई खबर नहीं कि ऑस्ट्रेलिया की टीम ने भारत में चुनौती को ध्यान में रखते हुए क्या एसजी गेंद से प्रैक्टिस शुरू कर दी है? भारत के फिंगर-स्पिनर किसी भी मेहमान टीम के लिए सिरदर्द बन सकते हैं और इस मुश्किल से निपटने का सबसे आसान तरीका ये है कि जिस गेंद से टेस्ट खेलने हैं, उसी पर अभ्यास करो। भारत में टेस्ट एसजी गेंद से खेलने हैं, जो कूकाबुरा की तुलना में फिंगर स्पिनरों की ज्यादा मदद करती है। 2016/17 में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने शेफ़ील्ड शील्ड में आधे सीजन के मैच ड्यूक गेंद से खेले, इसलिए ताकि जब इंग्लैंड में अगली सीरीज, खेलें तो इसका फायदा मिले।

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