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ऋषभ पंत या संजू सैमसन - कौन है T20I और वनडे टीम में जगह पाने का असली हकदार?

भारतीय क्रिकेट टीम इस समय अपने खिलाड़ियों के चयन को लेकर सुर्खियों में है। सबसे बड़ा सवाल ऋषभ पंत और संजू सैमसन को लेकर उठाया जा रहा है। क्या ऋषभ पंत को उनके प्रदर्शन के मुताबिक उम्मीद से ज्यादा मौके दिए गए या फिर संजू सैमसन उनसे बेहतर बल्लेबाज व विकेटकीपर हैं, जिन्हें जानकर चनयकर्ता मौके नहीं दे रहे। टी-20 वर्ल्ड कप, न्यूजीलैंड टूर या फिर बांग्लादेश दौरा। हर जगह संजू सैमसन से किनारा किया गया। न्यूजीलैंड दौरे में शामिल करने के बाद उन्हें एक बार आजमाया गया। अब भले ही आलोचनाओं से गर्म होते बाजार के बीच चयनकर्ताओं ने बांग्लादेश दौरे की पूरी वनडे सीरीज में पंत को मेडिकल टीम की सलाह पर बाहर करने का बहाना बनाया हो लेकिन अब भी टीम में शामिल होने के इंतजार में संजू सैमसन बैठे हुए हैं। क्यों संजू को टीम में मौका देना चाहिए और ऋषभ को वाइट बॉल के मैचों में बैठाना चाहिए, ये आंकड़ों के जरिए जानने की कोशिश की हमने।

ऋषभ ने न्यूजीलैंड में 4 पारियों में 42 और संजू ने एक टी-20 मैच में 36 रन बनाए

फैंस का आरोप है कि बीसीसीआई संजू सैमसन के साथ भेदभाव कर रहा है। कई पूर्व खिलाड़ी भी इसकी आलोचना कर रहे हैं। टी-20 वर्ल्डकप में ऋषभ पंत को मौका मिला लेकिन संजू सैमसन को टीम में शामिल तक नहीं किया गया। न्यूजीलैंड दौरे पर संजू को शामिल किया गया पर महज 1 मौका दिया। ऋषभ पंत को वहीं 4 मौके मिले, जिसमें उन्होंने संजू से महज 6 रन ही ज्यादा बनाए। फर्क साफ है। संजू ने पहले टी-20 मैच में 6वें नंबर पर आकर 38 गेंदों पर 36 रनों की पारी खेली। वहीं, ऋषभ पंत ने दूसरे टी-20 मैच में 11 गेंदों पर 6 रन और तीसरे में 5 गेंद पर 11 रन बनाए। इसके बाद पहले वनडे में उन्होंने 15 रन बनाए। दूसरे मैच में बारिश के कारण मौका नहीं मिला और तीसरे वनडे में उन्होंने 10 रन बनाए। इस तरह उन्होंने कुल 4 मैचों में 42 रन बनाए हैं।

पिछले 10 मैचों में दोनों के रिकॉर्ड की तुलना

संजू ने इस साल 10 मैच में 9 पारियां खेलीं। पहला मौका उन्हें विंडीज के खिलाफ भारत में ही 3 मैचों की सीरीज में मिला। उन्होंने 15, 54, 06 रन बनाए। अगला मौका जिम्बाब्वे के खिलाफ मिला। एक मैच में बारी नहीं आई और बाकी 2 मैचों उन्होंने 43 और 15 रन बनाए। इनमें 43 रनों की उनकी मैच जिताऊ पारी थी। फिर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में उन्होंने तीन मैचों में 86, 30 और 2 रन बनाए। कुल मिलाकर संजू ने 9 मैच में 71 के औसत और 105.57 के स्ट्राइक रेट से 284 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 2 अर्धशतक और 20 चौके व 14 छक्के लगाए। अब ऋषभ के 12 मैचों की 10 पारियों को देख लेते हैं। शुरुआत दक्षिण अफ्रीका दौरे से करते हैं, जहां वनडे में भारत का सूपड़ा साफ हो गया था। पहले मैच में पंत 16 रन बना पाए। दूसरे में 85 रन बनाए लेकिन टीम को जिता ना पाए। तीसरे मैच में शून्य पर आउट हो गए। फिर विंडीज के खिलाफ सीरीज में 11, 18 और 56 रन बनाए। इसके बाद पंत का सामना इंग्लैंड के ही घर में हुआ। वहां तीन मैचों की सीरीज के पहले मैच में उनकी बल्लेबाजी नहीं आई। दूसरे में वह खाता नहीं खोल पाए और तीसरे में 125 रनों की शतकीय पारी खेल डाली। इसी शतक के दम पर उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में मौका मिला, जिसमें वो चार मैचों में 42 रन बनाकर फ्लॉप रहे। इस तरह उन्होंने कुल 10 मैचों में 336 रन 37.33 के औसत से 96.55 के स्ट्राइक रेट के साथ बनाए। इस दौरान उनके खाते में एक शतक और 2 अर्धशतक रहे।

हर जगह खेले, लेकिन रन नहीं बना सके पंत

ऋषभ ने अब तक 5 टी-20 मैचों में ओपनिंग की, जिसमें महज 71 रन बनाए। 6 बार उन्हें विराट की जगह यानी नंबर तीन पर खेलने को मिला, जहां उन्होंने सिर्फ 117 रन बनाए। उन्हें नंबर 6 पर फिनिशर के तौर पर परखा गया, जहां 3 मैच में वह 14 के औसत से 28 रन ही बना सके। इससे साफ होता है कि अब उनको ऐसी कौन सी पोजिशन में उतारा जाए, जहां पर वह बढ़िया प्रदर्शन करके दिखा सकते हैं। उनके द्वारा कई अहम मौकों पर खेले जाने वाले गैर-जिम्मेदाराना शॉट्स एक जिम्मेदार बल्लेबाज के रूप में उनकी साख को गिराते हैं।

सीनियर खिलाड़ी कर रहे ऋषभ का बचाव

हाल ही में शिखर धवन ने पंत की जगह संजू सैमसन को मौका दिए जाने के सवाल पर कहा था कि ऋषभ ने इंग्लैंड में शतक लगाया था। जो खिलाड़ी शतक लगाता है, उसका सपोर्ट किया जाना लाजिमी । अगर आप बड़े नजरिए के साथ देखें तो पंत मैच विनर खिलाड़ी हैं। उनका कितना सपोर्ट किया जाना है कितना नहीं, ये सब विचार-विमर्श के बाद ही तय होता है। इसमें कोई दोराय नहीं कि संजू अच्छा कर रहे हैं। उन्होंने हर मौके पर खुद को साबित किया है। फिर भी उन्हें इंतजार करना पड़ रहा है क्योंकि पहले खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है।

शशि थरूर और पूर्व तेज गेंदबाज साइमन डूल ने किया संजू का समर्थन

भारतीय क्रिकेट टीम में खिलाड़ियों के चयन पर अब नेता तक सवाल उठा रहे हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे वनडे में संजू को जगह न मिलने पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ट्वीट करके संजू को बैठाए जाने की वजह पूछ ली। उन्होंने ट्वीट किया, “वीवीएस लक्ष्मण कह रहे हैं कि पंत 4 नंबर पर अच्छा खेल रहे हैं इसलिए उन्हें सपोर्ट करना जरूरी है। वह अच्छे खिलाड़ी हैं, जो खराब फार्म में है। पंत पिछली 11 में से 10 पारियों में फेल रहे। सैमसन का वनडे में एवरेज 66 है। उन्होंने पिछले सभी 5 मैचों में रन बनाए लेकिन बेंच पर हैं। पता लगाओ क्यों।” न्यूजीलैंड के पूर्व तेज गेंदबाज साइमन डूल ने भी इसको लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि ऋषभ पंत अच्छे टेस्ट विकेटकीपर-बल्लेबाज हैं लेकिन वो वाइट बॉल में अच्छा नहीं कर पाए हैं। संजू का 30 मैचों में औसत 35 का है, जबकि संजू का 11 मैचों में औसत 60 का है। मुझे नहीं लगता कि संजू किसी विकेटकीपर से कम हैं। वो बस मौके के हकदार हैं।

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