MS Dhoni- Ravindra Jadeja
IPL 2022: CSK बनाम SRH - बड़े रिकॉर्ड, जो बन सकते हैं इस मैच में

जब पिछले सीजन की चैंपियन टीम चेन्नई सुपर किंग्स 26 मार्च को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में कोलकाता नाइट राइडर्स के विरुद्ध, इस सीजन के टूर्नामेंट का, पहला मैच खेलने मैदान में उतरेगी और धोनी टीम में होंगे तो आईपीएल में एक नए धोनी से मुलाकात होगी- बिना किसी भी तरह की कप्तानी के टैग के बिना खेलने वाले धोनी। आईपीएल में अपना कप्तान के तौर पर करियर ख़त्म कर दिया धोनी ने। अपनी आदत के मुताबिक़- इंटरनेशनल क्रिकेट के बाद, आईपीएल में भी अचानक और उस वक्त कप्तानी छोड़ी जब कोई इस बारे में सोच भी नहीं रहा था। हां, उसी आदत के मुताबिक़- सीएसके को भी टीम इंडिया की तरह संकट में नहीं डाला और न सिर्फ तैयार कप्तान दिया, खुद उसका नाम घोषित करने में शामिल थे।

जब से आईपीएल शुरू हुई- एमएस धोनी को 2015 तक सिर्फ कप्तान के तौर पर ही देखा। सीएसके ने ये सिलसिला इतने साल जारी रखा। सीएसके पर प्रतिबंध के दौरान जब 2016 में पुणे टीम के लिए खेले तो वहां भी कप्तान थे। पुणे ने 2017 सीजन से पहले कप्तानी से हटा दिया लेकिन 2018 में सीएसके के बैनर में लौटे तो उसके बाद से 2021 सीजन तक उन्होंने किसी और कप्तान की चर्चा तक नहीं की।आईपीएल में कुल रिकॉर्ड 220 मैच और इनमें से 204 में कप्तान और इनमें से भी 190 में सीएसके के कप्तान (61.37 के जीत प्रतिशत के साथ 116 जीत)। ऐसे रिकॉर्ड के बाद जब कोई कप्तानी छोड़े तो उसे एक युग का अंत होना ही तो कहेंगे। एमएस धोनी की जगह, आईपीएल 2022 के दौरान रवींद्र जडेजा चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान होंगे।

इस तरह रिकॉर्ड यही बताएगा कि एमएस धोनी का कप्तान के तौर पर आख़िरी आईपीएल सीजन 2021और उसी में सीएसके ने अपना चौथा खिताब जीता। सिर्फ कप्तान के तौर पर खूबियों की बात करें तो तेज क्रिकेट दिमाग, व्यवहार में शांति और संयम और सीएसके में ट्रॉफी कैबिनेट में चमकती ट्रॉफियां उनके असाधारण कप्तानी के हुनर का सबूत हैं। लीग के पहले 8 सीजन में सीएसके की पहचान थे- दो खिताब (2010 और 2011) और चार अन्य फाइनल खेले। 2016 और 2017 सीजन राइजिंग पुणे सुपरजायंट के लिए खेले जिसमें पहले सीजन में कप्तान। 2018 से सीएसके में वापसी और टीम के ट्रॉफी कैबिनेट में एक और ट्रॉफी आ गई- आखिरी ट्रॉफी 2021 में और इनके साथ एक और फाइनल भी खेले। साथ में दो चैंपियंस लीग टी 20 टाइटल भी- 2010 और 2014 में।14 सीजन में सीएसके का नेतृत्व, सिर्फ दो खिलाड़ियों ने किया- धोनी के अतिरिक्त सुरेश रैना, पर तभी जब धोनी उपलब्ध नहीं थे।

अगर सीएसके के आईपीएल इतिहास में उनके एक मास्टर स्ट्रोक फैसले को चुनना हो तो आईपीएल के पहले नीलाम में धोनी को लेने का फैसला चुना जाएगा। एन श्रीनिवासन का उस पहली नीलामी में सुपर किंग्स की मेज पर बैठे थिंक टैंक को आदेश था- किसी भी कीमत पर धोनी को लेना है। उसके बाद से टीम ने कभी धोनी को नीलामी में नहीं आने दिया। धोनी ने इन सब सालों में उस विश्वास को ब्याज सहित चुकाया है। 204 आईपीएल मैच में- 121 जीत, 82 हार और मैच में 59.60 की जीत प्रतिशत के रिकॉर्ड के साथ। ये सभी रिकॉर्ड आईपीएल में मील का पत्थर रहेंगे। अब टीमें जिस तरह की ‘हायर एंड फायर’ की पालिसी पर चल रही हैं- शायद ही किसी और को इतने लम्बे समय तक कप्तान बनने का मौका मिले। रोहित शर्मा (2021 तक 129 मैच) भी शायद 200 मैच में कप्तान बनने के बारे में नहीं सोच सकते।

आईपीएल में कप्तान के तौर पर 4456 रन- इस रिकॉर्ड में सिर्फ विराट कोहली उनसे ऊपर हैं। 12 सीज़न के लिए चेन्नई की कप्तानी की और टीम 9 आईपीएल फाइनल में पहुंची- किसी भी और फ्रैंचाइज़ी से ज्यादा। सबसे ज्यादा मैच में कप्तान की लिस्ट में उनके 204 मैच के रिकॉर्ड के बाद विराट कोहली (140 मैच) और गौतम गंभीर-रोहित शर्मा (129 मैच) हैं। कुल 300 टी 20 मैच में कप्तान- ये भी रिकॉर्ड है।

इंडियन प्रीमियर लीग ब्रैंड में ‘थाला धोनी और चेन्नई का कनेक्शन’ हमेशा सबसे चर्चित स्टोरी में से एक रहेगा- अब तक अकेले कप्तान जिसकी ओर टीम मालिकों ने कभी शक से नहीं देखा, टीम के शहर ने जो समर्थन और प्यार दिया उसी से वे चेन्नई के हो गए और हमेशा रहेंगे। उनके लिए मंदिर झारखंड में नहीं- तमिलनाडु में बने हैं।

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