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दक्षिण अफ़्रीकी टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज एबी डी विलियर्स को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में शामिल किया जाता है. हाल ही में सीएसए के पूर्व चयनकर्ता हुसैन मानक ने एबी डी विलियर्स पर नस्लवाद के आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि जब एबी राष्ट्रीय टीम के कप्तान थे, तब उन्होंने दिग्गज पेसर कगिसो रबाडा को टीम से बाहर निकालने की कोशिश की थी. अब मिस्टर 360 डिग्री ने इन आरोपों का खंडन किया है. उन्होंने कहा है कि वे रबाडा को बाहर नहीं निकालना चाहते थे.

डी विलियर्स ने कहा, “मैं कभी भी रबाडा को अपनी किसी भी टीम से बाहर नहीं निकालना चाहता था. ऐसी बातें करना बिल्कुल बेकार है और वे वर्ल्ड क्रिकेट के बड़े गेंदबाजों में से एक हैं.”

इससे पहले हुसैन मानक ने कहा था, “मैं मैच से एक दिन पहले अभ्यास के लिए गया था. काइल एबॉट और हार्डस विलजोएन के खेलने के बीच एक निर्णय किया जाना था. अभ्यास पर एक चर्चा हुई और उन्होंने (टीम प्रबंधन) ने कहा कि हमें रबाडा को छोड़ना होगा.”

मानक के मुताबिक़, “मैंने पूछा कि किस आधार पर रबाडा को बाहर करना होगा. तब रबाडा 20 साल के थे और उन्होंने खुद को एक महान खिलाड़ी के रूप में स्थापित नहीं किया था. मैंने उसमें बहुत कुछ देखा था. उनकी काफी अच्छी प्रतिष्ठा थी. मगर उन्हें टीम से बाहर करने के लिए यह कारण बताया गया था कि शायद उनके हाथ से गेंद नहीं निकल रही थी.”

गौरतलब है कि दाएं हाथ के पेसर कगिसो रबाडा मौजूदा समय में दक्षिण अफ़्रीकी टीम के तेज गेंदबाजी आक्रमण के महत्वपूर्ण सदस्य हैं. इतना ही नहीं, उन्हें विश्व क्रिकेट जगत के सबसे प्रतिभाशाली और खतरनाक गेंदबाजों में शुमार किया जाता है.

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