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भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इस बात की जानकारी दी है.

इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट में खेले जा रहे पांच मुकाबलों की टेस्ट सीरीज के तीसरे मैच के तीसरे दिन शनिवार को भारतीय क्रिकेट टीम ब्लैक आर्म बैंड बांधकर मैदान पर खेलने उतरी. खिलाड़ियों ने भारत के सबसे उम्रदराज टेस्ट क्रिकेटर दत्ताजीराव गायकवाड़ की याद में काली पट्टी पहनी है, जिनका हाल ही में निधन हो गया. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इस बात की जानकारी दी है.

दत्ताजीराव गायकवाड़ ने 95 साल की उम्र में आखिरी सांस ली. दत्ताजीराव ने भारतीय क्रिकेट में बहुत बड़ा योगदान दिया. वह पूर्व भारतीय क्रिकेटर और पूर्व कोच अंशुमान गायकवाड़ के पिता थे. पिछले 12 दिनों से अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. उन्होंने मंगलवार (13 फरवरी, 2024) को दुनिया को अलविदा कह दिया है.

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दत्ताजीराव गायकवाड़ के क्रिकेट करियर की बात करें, तो उन्होंने 1952 से 1961 के बीच भारतीय टीम के लिए 11 टेस्ट मैच खेले. 1959 में उन्हें भारतीय टीम का नेतृत्व करने का मौका मिला, जब टीम इंडिया इंग्लैंड के दौरे पर थी. उन्होंने 1952 में भारत के लिए पदार्पण किया, जबकि 1961 में वह चेन्नई के मैदान पर अपना आखिरी टेस्ट मैच खेलने के लिए मैदान पर उतरे.

दत्ताजीराव गायकवाड़ ने रणजी ट्रॉफी में बड़ौदा टीम का प्रतिनिधित्व किया. उन्होंने 1947 से 1961 तक बड़ौदा के लिए क्रिकेट खेला. इस दौरान उन्होंने 36.40 की औसत से 5788 रन बनाए. इसमें 17 शतक और 23 अर्धशतक शामिल हैं. साथ ही उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी नाबाद 249* रन है. यह पारी उन्होंने 1959-60 के रणजी सीजन में महाराष्ट्र टीम के खिलाफ खेली थी.

इसके अलावा, 2016 में वह भारत के सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बने. इससे पहले दीपक शोधाने सबसे उम्रदराज़ भारतीय क्रिकेटर थे. हालांकि, 87 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया.

आपको बता दें कि रिटायरमेंट के बाद गायकवाड़ बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन में शामिल हो गए और कई उभरते क्रिकेटरों का मार्गदर्शन किया, उनमें से कुछ ने भारत का प्रतिनिधित्व भी किया. गायकवाड़ के बेटे अंशुमन भी भारत के लिए खेले. 71 वर्षीय खिलाड़ी ने सभी प्रारूपों में 55 मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया और उन्हें सीके पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इसके अलावा उन्हें जून 2018 में नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से भी नवाज़ा गया, जी बीसीसीआई द्वारा किसी पूर्व खिलाड़ी को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है.

भारत ने पहली पारी में बनाए 445 रन

अगर मैच की बात करें तो, पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया ने 445 रन का मजबूत स्कोर बनाया. मेजबान टीम काफी खुश होगी, क्योंकि एक समय उनका स्कोर 33/3 था, लेकिन कप्तान रोहित शर्मा (131) और रवींद्र जडेजा (112) ने शानदार शतक लगाकर पारी को संभाला. इसके बाद इंग्लैंड के लिए सलामी बल्लेबाज बेन डकेट ने शानदार शतक जड़ा. गौरतलब है कि पांच मुकाबलों की टेस्ट सीरीज फिलहाल 1-1 से बराबरी पर है.

बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 88 गेंदों में अपना शतक पूरा किया. डकेट ने 115.91 की स्ट्राइक रेट से शतक ठोंका. उनकी पारी में 19 चौके और 1 छक्का शामिल रहा. इस शतक के साथ डकेट ने एक बड़ा रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया. बेन डकेट टीम इंडिया के खिलाफ सबसे तेज शतक लगाने वाले इंग्लैंड के बल्लेबाज बन गए हैं.