Rahul Dravid statement
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने आखिरकार राहुल द्रविड़ और अन्य कोचिंग स्टाफ का अनुबंध बढ़ा दिया है, जो विश्व कप 2023 के बाद समाप्त होगा. कप्तान रोहित शर्मा और चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर की राय राहुल द्रविड़ का अनुबंध बढ़ाने की थी. आशीष द्वारा कोचिंग पद का प्रस्ताव ठुकराने के बाद बीसीसीआई ने राहुल द्रविड़, पारस म्हाम्ब्रे, विक्रम राठौड़ और टी दिलीप को एक्सटेंशन दे दिया.

भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने क्रिकेट में खेल भावना को लेकर अपनी राय रखी है. बता दें कि मौजूदा समय में खेल भावना पर बहस छिड़ी हुई है. दरअसल, बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने श्रीलंका के अनुभवी खिलाड़ी एंजेलो मैथ्यूज के खिलाफ टाइम ऑउट की अपील की थी और उसके बाद ही शाकिब की खूब आलोचना हुई थी. अब इस द्रविड़ ने भी अपना जवाब दिया है.

भारत और नीदरलैंड के बीच लीग चरण का आखिरी मुकाबला खेला जाएगा. ये मैच रविवार को बेंगलुरु में होगा. इससे पहले राहुल ने मीडिया से बातचीत में खेल भावना पर अपनी राय रखी है.

भारतीय मुख्य कोच ने कहा, “वे किसी ऐसे व्यक्ति को दोषी नहीं ठहरा सकते हैं, जो पूरी तरह से क्रिकेट के नियमों का पालन कर रहा है. उस खिलाड़ी को सिर्फ इसलिए दोषी नहीं ठहराया जा सकता कि वो ये कार्य नहीं कर सकता है और खेल भावना के विपरीत है.”

द्रविड़ का यहां पर साफ कहना था कि जो भी हुआ वो नियम के दायरे में हुआ. ऐसे में किसी को भी खेल भावना के तहत दोषी नहीं ठहराया जा सकता है.

इसी बातचीत के दौरान राहुल भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा पर भी बात की. उनका कहना है कि “रोहित एक बहुत ही अच्छे कप्तान हैं, इसमें कोई संदेह नहीं है. द्रविड़ को लगता है कि शर्मा ने मैदान के बाहर और अंदर खुद उदाहरण पेश करके नेतृत्व किया है. उन्होंने टीम को शानदार शुरुआत दी है, जिस तरह से वे खेलते हैं पहले ऐसा लगता था कि टीम को नुकसान भी हो सकता था लेकिन इससे टीम को को फायदा हुआ और जीत भी मिली.”