ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच पांच मुकाबलों की एशेज सीरीज खेली जा रही है, जिसका पहला मैच ब्रिसबेन के गाबा में खेला गया था। इस मैच में कंगारुओं ने जो रूट की कप्तानी वाली इंग्लिश टीम को 9 विकेट से पराजित किया और सीरीज में 1-0 से बढ़त हासिल कर ली है। इंग्लैंड की इस हार के बाद टीम पर कई सवाल उठ रहे हैं। इतना ही नहीं जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड जैसे दिग्गज गेंदबाजों को मौका नहीं दिए जाने पर भी टीम की रणनीति पर सवाल खड़े हो रहे हैं। ऐसे में न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान ब्रेंडन मैकुलम ने भी जो रूट के नेतृत्व को लेकर बड़ा बयान दिया है।
ब्रेंडन मैकुलम ने कहा है कि क्रिकेट जगत इंग्लैंड की टेस्ट टीम के कप्तान जो रूट को एक सर्वश्रेष्ठ लीडर के रूप में देखता है, लेकिन यह गुण उनमें अभी तक नहीं देखने को मिला है। 40 साल के पूर्व कीवी क्रिकेटर ने सेन्ज ब्रेकफास्ट पर बातचीत करते हुए कहा, “मुझे लगता है कि जो रूट एक कमाल के इंसान हैं, उतने ही उम्दा क्रिकेटर हैं। बड़े-बड़े क्रिकेट पंडित उनकी कप्तानी की बातें करते हैं और उन्हें अच्छे लीडर के तौर पर देखते हैं, लेकिन वास्तव में मुझे ऐसा कुछ भी नजर नहीं आया है।”
दाएं हाथ के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा कि इस कैलेंडर ईयर में इंग्लैंड की यह 7वीं हार है। बता दें कि टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक साल में सबसे ज्यादा मुकाबले बांग्लादेश ने हारे हैं। उनके नाम एक कैलेंडर ईयर में 9 टेस्ट हारने का रिकॉर्ड दर्ज है। मैकुलम का मानना है कि जो रूट क्रिकेट दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से नहीं हैं, क्योंकि वह मैच को अपनी पकड़ में रखने में असफल रहते हैं। ब्रैंडन मैकुलम ने कहा ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध गाबा में खेले गए पहले टेस्ट में इंग्लैंड कुछ हद तक वापसी कर चुकी थी, लेकिन जो रूट ने एक बार फिर से कंगारुओं को मैच में अपनी पकड़ बनाने का मौका दिया।
उन्होंने कहा, “मेरे लिए लीडरशिप केवल एक कप्तान के रूप में सही समय पर सही फैसले लेने का नाम नहीं है। जो रूट मेरी नजर में दुनिया में सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से एक नहीं है। वह कई बार गेम को हाथ से फिसलने देते हैं। जब ऑस्ट्रेलियाई टीम तीसरे दिन मुश्किल में थी तो अगले दिन वह खेल पर पकड़ मजबूत रखने में कामयाब नहीं हो पाए। अगर आप ऑस्ट्रेलिया को वापसी का कोई भी मौका देते हैं तो वे जरूर ऐसा करेंगे।”