भारतीय (Indian) टीम के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) टेस्ट क्रिकेट में एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर सकते हैं. दाएं हाथ के गेंदबाज लाल गेंद वाले क्रिकेट में सबसे तेज 450 विकेट पूरे करने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हो सकते हैं. वे इस मामले में श्रीलंकाई टीम के महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरन, भारत के दिग्गज लेग स्पिनर अनिल कुंबले, जैसे गेंदबाजों के क्लब में शामिल होने की कगार पर हैं.
दरअसल, क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में सबसे तेज 450 विकेट चटकाने का विश्व रिकॉर्ड मुरलीधरन के नाम दर्ज है. उन्होंने 80वें मैच में यह उपलब्धि हासिल की थी. उनके बाद इस लिस्ट में दूसरा नाम कुंबले का है, जिन्होंने 93वें टेस्ट में इतने विकेट अपने नाम किए थे. वहीं, अश्विन ने अभी तक 88 टेस्ट में 449 विकेट चटकाए हैं.
अगर रविचंद्रन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 9 फरवरी से शुरू हो रही चार मुकाबलों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच में एक विकेट हासिल करने में कामयाब हुए, तो वे अनिल कुंबले को पीछे छोड़ सकते हैं. इसी के साथ वे भारत के पहले और दुनिया के दूसरे सबसे तेज 450 विकेट लेने वाले गेंदबाज बन जाएगे.
गौरतलब है कि रविचंद्रन अश्विन मौजूदा समय में टेस्ट में सर्वाधिक विकेट दर्ज करने वाले दूसरे सक्रिय स्पिनर भी हैं. इस मामले में पहले नंबर पर ऑस्ट्रेलिया के नाथन लियोन हैं. उन्होंने 115 टेस्ट में 460 विकेट झटके हैं. दूसरी तरफ, कुंबले भारत के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. उन्होंने 132 टेस्ट में 619 विकेट अपने नाम किए हैं.
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