चाहे जो भी कह लो टेस्ट क्रिकेट (Test Cricket) पर आ रहे खतरे के बारे में 2022 एक और ऐसा साल रहा, जिसमें टेस्ट क्रिकेट का रोमांच बरकरार रहा और दिग्गज एवं युवा दोनों चमके। अगर 2022 में खेली टेस्ट क्रिकेट से टीम ऑफ द ईयर (Test Team Of The Year) बनाएं, तो वह कैसी होगी? देखते हैं:
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उस्मान ख्वाजा
रिकॉर्ड : 11 टेस्ट, 1080 रन, 67.50 औसत, 4 शतक
इंग्लैंड के विरुद्ध वापसी मैच से शतक से जो प्रदर्शन शुरू किया उसने सवाल खड़ा कर दिया कि पिछले तीन साल से कहां थे? प्रमोट कर ओपनर बनाया तो दो शतक और बना दिए पाकिस्तान के विरुद्ध और सीरीज में टॉप रन-स्कोरर थे। पहली बार एक साल में 1,000 टेस्ट रन पार किए और उन 4 बल्लेबाज में से एक जिन्होंने इस साल 1000 रन बनाए।
अब्दुल्ला शफीक
रिकॉर्ड : 9 टेस्ट, 823 रन , 51.43 औसत, 3 शतक
सिर्फ 3 प्रथम श्रेणी मैचों के बाद सीधे पाकिस्तान टीम में शामिल, शफीक ने इस साल जिसके विरुद्ध टेस्ट खेला, शतक बनाया। रावलपिंडी में ड्रॉ टेस्ट की चौथी पारी में 136 ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध, इंग्लैंड के विरुद्ध वहीं 114 और इनके बीच गाले में श्रीलंका के विरुद्ध टेस्ट जीतने के लिए यादगार 160* रन बनाए- चौथी पारी में टेस्ट जीतने के लिए खेली सबसे लंबी पारी।
मार्नस लाबुशेन
रिकॉर्ड : 11 टेस्ट, 957 रन, 56.29 औसत, 4 शतक
जब पाकिस्तान में कुछ ख़ास नहीं किया, तो सब ने कहा उम्र ज्यादा हो गई है पर गाले में श्रीलंका के विरुद्ध शतक, ऑस्ट्रेलिया में वेस्टइंडीज के विरुद्ध लगातार पारियों में 204, 104* और 163 रन और ये स्कोर उन्हें बल्लेबाजी रैंकिंग में टॉप पर ले गए। 51 पारियों में टेस्ट क्रिकेट में 3,000 रन, सिर्फ डॉन ब्रैडमैन ही इससे तेज रहे हैं।
डेरिल मिशेल
रिकॉर्ड : 7 टेस्ट, 683 रन, 68.30 औसत, 3 शतक
इस साल इंग्लैंड में अपनी पहली पारी में 13 रन और उसके बाद हर बार बल्लेबाजी करने आए तो 50 जरूर बनाए। इस न्यूज़ीलैंडर ने लॉर्ड्स में 108, ट्रेंट ब्रिज में 190 और हेडिंग्ले में 109 रन बनाए। बड़ा आसान तरीका है बल्लेबाजी का खतरनाक गेंद को रोकना, सीरीज के आखिर में बेन स्टोक्स ने भी कहा कि उन्हें कैसे आउट किया जाए?
जॉनी बेयरस्टो
रिकॉर्ड : 10 टेस्ट, 1061 रन, 66.31 औसत, 6 शतक
अभी तो बेयरस्टो की चोट ने उनका साल समय से पहले ही ख़त्म कर दिया तब भी- सिडनी में शानदार 113, वेस्टइंडीज के विरुद्ध 140, न्यूजीलैंड के विरुद्ध 136 और 162 और भारत के विरुद्ध दो शतक- एजबेस्टन में तो कमाल ही कर दिया। वे हर किसी की पसंद होंगे टीम के लिए।
बेन स्टोक्स (कप्तान)
रिकॉर्ड : 15 टेस्ट, 870 रन, 36.25 औसत, 2 शतक, 26 विकेट, 31.19 औसत
स्टोक्स ने भी अपनी मेंटल और फिजिकल फिटनेस से जूझने के बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी की- 12 महीने बाद, तब भी टीम के कप्तान के तौर पर साल खत्म किया और गजब की कामयाबी के साथ। बल्लेबाजी में भी कम नहीं- दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज के विरुद्ध शतक और न्यूजीलैंड के विरुद्ध 75* रन। साथ में गेंदबाजी में भी खतरनाक। इंग्लैंड टीम का कायापलट कर दिया।
ऋषभ पंत (विकेटकीपर)
रिकॉर्ड : 7 टेस्ट, 680 रन, 61.81 औसत, 2 शतक, 23 कैच, 6 स्टंपिंग
पंत की बल्लेबाजी कमाल की रही- टेस्ट में 90.90 का स्ट्राइक रेट और साल में कम से कम 500 रन बनाने वालों में स्ट्राइक रेट में टॉप पर। इंग्लैंड के विरुद्ध एजबेस्टन में उनके 146 रन देखने के बाद बेन स्टोक्स ने भी कहा- कमाल की पारी थी। केप टाउन में दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध 100* और और सबसे बड़ी बात ये कि अपनी विकेटकीपिंग को भी बहुत सुधारा। वे तो एक बल्लेबाज के तौर पर ही टेस्ट टीम में आ सकते हैं।
मार्को जॉनसन
रिकॉर्ड : 8 टेस्ट, 36 विकेट, 19.02 औसत
दक्षिण अफ्रीका के जॉनसन तो यूं खेले मानो इसके लिए ही बने हों – 6 फुट 7 इंच के खब्बू तेज गेंदबाज जिसने 2021 के आखिरी टेस्ट में भारत के विरुद्ध पांच विकेट लिए और वहां से आगे बढ़कर सीरीज के दूसरे और तीसरे मैच में 14 तथा न्यूजीलैंड के एक छोटे टूर पर 9 विकेट। साल में सबसे ज्यादा विकेट की लिस्ट में नंबर 5 पर।
पैट कमिंस
रिकॉर्ड : 10 टेस्ट, 36 विकेट, 21.83 औसत
न सिर्फ विकेट लिए- परंपरा तोड़कर कप्तान भी बन गए। सिर्फ बल्लेबाज़ ही कप्तान क्यों बनें? कमिंस की गेंदबाजी पाकिस्तान में उनकी जीत का आधार थी, लाहौर में जीत में 8 विकेट।
नाथन लियोन
रिकॉर्ड : 11 टेस्ट, 47 विकेट, 29.06 औसत
स्पिनरों में जैक लीच एक विकेट कम और महंगे भी, केशव महाराज सस्ते पर उनके ज्यादा विकेट बांग्लादेश के विरुद्ध घरेलू सीरीज में, रवींद्र जडेजा और रवि अश्विन ने पूरे साल गेंदबाजी नहीं की। इस बीच, ल्योन ने पाकिस्तान टूर में 12, श्रीलंका में 11 विकेट लिए और वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों को कुचल दिया। साल के आखिर तक 450 टेस्ट विकेट लेने वाले पहले ऑर्थोडॉक्स फिंगर-स्पिनर बन गए थे।
जेम्स एंडरसन
रिकॉर्ड : 9 टेस्ट, 36 विकेट, 19.80 औसत
जिन एंडरसन को भूल रहे थे, वे बेन स्टोक्स के कप्तान बनते ही स्टुअर्ट ब्रॉड के साथ फिर से रैंक में आ गए और दोनों टॉप पर थे। एंडरसन ने उसके बाद से हर पारी में विकेट लिए, उनका 40वां साल 2017 के बाद से उनका सर्वश्रेष्ठ साल रहा है।
हैरानी और दुःख भी ये कि बाबर आज़म और केन विलियम्सन जैसे बल्लेबाज और रबाडा जैसे गेंदबाज को 11 में फिट नहीं किया जा सका पर कहीं न कहीं स्थिरता/उम्र का मामला भारी पड़ गया और उस पर पसंद अपनी-अपनी।
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