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टॉप 10 क्रिकेटर, जो साल 2022 में तीनों फॉर्मेट में खेले

आज के दौर को विशेषज्ञ क्रिकेटरों का दौर गिना जा रहा है, तीनों तरह की क्रिकेट पर ध्यान लगाने की जगह, एक ख़ास तरह की क्रिकेट में महारत हासिल करो, क्योंकि खेलने के मौके की कोई कमी नहीं। टी20 क्रिकेट ने इस सोच में बड़ी मदद की। फिर भी कुछ क्रिकेटर ऐसे हैं, जो अभी भी तीनों तरह की क्रिकेट खेल रहे हैं यानि कि सही मायने में इंटरनेशनल क्रिकेटर। ऐसे टॉप 10 कौन से हैं?

बाबर आजम (पाकिस्तान) : 44 मैच में 2598 रन, 54.18 औसत, 8 शतक

तीनों फॉर्मेट खेलने वालों में से बाबर टॉप पर हैं 2598 रन के साथ, सबसे ज्यादा मैच, रन, 100, 50 और चौके का रिकॉर्ड। इसी बदौलत, बाबर पाकिस्तान के तीनों फॉर्मेट में कप्तान और ये भी कहा जा रहा है कि इस भार से उनकी क्रिकेट पर असर आ रहा है।

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जॉनी बेयरस्टो (इंग्लैंड) : 19 मैच में 1344 रन, 56 औसत, 6 शतक

बेयरस्टो की चोट ने पूरा साल नहीं खेलने दिया और उनकी ऑलराउंड टैलेंट का सबूत ये कि साल में जो सिर्फ 16 इंटरनेशनल मैच खेले उनमें तीनों फॉर्मेट के मैच शामिल हैं। तेज बल्लेबाजी उनकी स्टाइल है, इसीलिए तीनों तरह की क्रिकेट में फिट। उनसे ज्यादा 100 सिर्फ बाबर के रहे।

ऋषभ पंत (भारत-विकेटकीपर) : 44 मैच में 1380 रन, 37.29 औसत, 3 शतक

44 मैच खेले बाबर के बराबर और इनमें भले रन उनसे कम पर नोट कीजिए स्ट्राइक रेट जो 100.72 है और साल में कुछ गिने चुने बल्लेबाज के नाम ही 100 का स्ट्राइक रेट है। कम से कम 1000 रन बनाने वालों में सिर्फ 5 के नाम ये रिकॉर्ड है और इसमें 159 चौके और 35 छक्के हैं। विकेटकीपिंग अलग से बोनस।

मोहम्मद रिजवान (पाकिस्तान) : 41 मैच में 1598 रन, 38.97 औसत, 1 शतक

हर कोई हिटिंग नहीं करता, साल में उनका इंटरनेशनल क्रिकेट में सिर्फ एक शतक उनकी कमजोरी नहीं, उनकी बल्लेबाजी की स्टाइल है। सिर्फ तीन बल्लेबाज ने उनसे ज्यादा रन बनाए।

श्रेयस अय्यर (भारत) : 39 मैच में 1609 रन, 48.75 औसत, 1 शतक

जिस बल्लेबाज ने वास्तव में साल में अपने करियर ग्राफ को टॉप की तरफ मोड़ा वह श्रेयस है। जबकि टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ी डगमगा रहे है, श्रेयस तीनों फॉर्मेट में लंबे समय का इलाज।

स्टीव स्मिथ (ऑस्ट्रेलिया) : 33 मैच में 1560 रन, 50.32 औसत, 3 शतक

स्मिथ के बारे में सब कहते हैं कि अब टॉप बल्लेबाज नहीं रहे पर अभी भी क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में टीम में हैं और कामयाब हैं। 1500 रन बनाने वालों में से सिर्फ बाबर की औसत उनसे ज्यादा है।

डेरिल मिशेल (न्यूजीलैंड) : 33 मैच में 1338 रन, 6 विकेट

जो इस साल तीनों फॉर्मेट की इंटरनेशनल क्रिकेट खेले उनमें से मिशेल के रिकॉर्ड की एक बड़ी ख़ास खूबी है बल्लेबाजी में औसत कहीं बेहतर है गेंदबाजी औसत से। बल्लेबाजी की औसत 46.13 और गेंदबाजी की औसत 20 और इन दोनों औसत का अंतर हुआ +26.13 जो साल के टॉप खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा है।

अल्जारी जोसेफ (वेस्टइंडीज) : 34 मैच में 276 रन, 70 विकेट, 26.08 औसत

वेस्टइंडीज के उन गिने चुने खिलाड़ियों में से एक, जो तीनों फॉर्मेट में खेले। साल में इंटरनेशनल क्रिकेट में उनके 70 से ज्यादा विकेट किसी ने नहीं लिए। बेहतर इकॉनमी रेट बनाए रखने में माहिर हैं।

जोश हेजलवुड (ऑस्ट्रेलिया) : 32 मैच में 30 रन, 43 विकेट, 24. 95 औसत

रन की गिनती पर न जाइए- तीनों तरह की क्रिकेट में उनकी गेंद खेलना टॉप बल्लेबाजों के लिए भी आसान नहीं रहा। मजेदार बात ये कि 5 विकेट एक बार भी नहीं लिए पर विकेट लेते रहे।

केशव महाराज (दक्षिण अफ्रीका) : 38 मैच, 438 रन, 50 विकेट, 29.94 औसत

दाएं हाथ के बल्लेबाज और स्पिन गेंदबाज केशव महाराज की सबसे बड़ी खूबी है रन न देना और खुद जरूरत में उपयोगी रन बनाना। साल में इंटरनेशनल क्रिकेट में 50 विकेट कोई मामूली बात नहीं।

जिस एक क्रिकेटर का नाम इस लिस्ट में न होने पर निराशा जरूर होगी, वह सिकंदर रजा (ज़िम्बाब्वे) का नाम है। साल में इंटरनेशनल क्रिकेट में 39 मैच में 1380 रन, 37.29 औसत, 3 शतक, 33 विकेट, 27.12 औसत पर वे टेस्ट नहीं खेले।

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