भारत के सबसे महान टेनिस खिलाड़ियों में से एक लिएंडर पेस ने बुधवार को इस बात की घोषणा की कि वह साल 2020 में टेनिस को अलविदा कह देंगे. सबसे सफल भारतीय टेनिस स्टार पेस ने अपने करियर में 18 युगल ग्रैंडस्लैम सहित कई खिताब जीते हैं. लेकिन पिछले कुछ समय से वह खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं. डेविस कप इतिहास में सबसे सफल युगल खिलाड़ी पेस 19 साल के करियर में पहली बार टॉप-100 रैंकिंग से बाहर हुए हैं.
46 साल के पेस ने ट्वीट कर अपने करियर की अलविदा कहने की जानकारी दी. उन्होंने लिखा, “मैं इस बात की घोषणा करना चाहता हूं कि 2020 प्रॉफेशनल टेनिस खिलाड़ी के तौर पर मेरा आखिरी साल होगा. मुझे 2020 टेनिस कैलेंडर का इंतजार है, जिसमें मैं चुनिंदा टूर्नमेंट खेलूंगा, टीम के साथ यात्रा करूंगा और दुनिया भर में अपने दोस्तों और प्रशंसकों के साथ जश्न मनाऊंगा.”
ओलंपिक पदक जीत चुके पेस ने आगे कहा, “आप सभी की वजह से मैं यहां तक पहुंचा हूं. मैं इस साल आप सभी को शुक्रिया कहना चाहता हूं.” पेस ने अपने माता-पिता, दोनों बहनों और बेटी को धन्यवाद दिया. पेस ने आगे लिखा, “मैं अपने माता-पिता को उनके मार्गदर्शन, अनुशासन, उनके द्वारा बनाए गए माहौल और बिना शर्त प्यार के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं. उनके सहयोग और विश्वास के बिना मैं यहां तक नहीं पहुंच पाता.”
#OneLastRoar pic.twitter.com/WwALCVF5LO
— Leander Paes (@Leander) December 25, 2019
पेस ने अपने फैंस से उनसे जुड़ी पसंदीदा याद को #OneLastRoar टैग के साथ शेयर करने को कहा. बता दें कि पेस ने अपने करियर में आठ डबल और दस मिक्स्ड डबल ग्रैंडस्लैम जीते हैं. 2010 विंबलडन में मिक्स्ड डबल्स जीतकर वह तीन दशकों में विंबलडन टाइटल जीतने वाले दूसरे खिलाड़ी बने थे.
वह राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड (1996–97), अर्जुन अवार्ड (1990) और 2001 में पद्म श्री अवार्ड जीत चुके हैं. इसके अलावा वह भारत के तीसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म भूषण (2014) से भी नवाजे जा चुके हैं.
पेस ने 1996 ओलंपिक खेलों में मेन सिंगल्स में कांस्य पदक जीता था. वह सात ओलंपिक खेलों में हिस्सा लेने वाले पहले भारतीय और विश्व के इकलौते टेनिस खिलाड़ी हैं.