16 वर्षीय आर्यन भाटिया डोप परिक्षण में विफल रहने वाले पहले भारतीय टेनिस खिलाड़ी बन गए हैं. इसके बाद उन्हें अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया गया है. राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने यह जानकारी दी.
नाडा ने 16 वर्षीय भाटिया समेत कई और खिलाड़ियों के पेशाब के नमूना आखिरी साल अक्टूबर में फेनेस्टा ओपन नेशनल टेनिस चैंपियनशिप के दौरान एकत्रित किए थे. ये पहला मौका था जब नाडा ने टेनिस खिलाड़ियों के नमूने इकठ्ठा किए.
आर्यन भाटिया के डोपिंग टेस्ट में दोषी पाए जाने के बाद अब अखिल भारतीय टेनिस संघ के सचिव हिरणमय चटर्जी ने दावा किया कि यह लापरवाही का मामला है और चिकित्सक ने आर्यन को दवाई दी थी, जिसमें प्रतिबंधित पदार्थ थे.
इसके अलावा नाडा ने सात अन्य खिलाड़ियों को भी डोप परीक्षण में असफल रहने के कारण पिछले महीने अस्थायी रूप से निलंबित किया था. इनमें संदीप कौर (पावरलिफ्टिंग), अंकित गोसाई (हैंडबॉल), जीतू थॉमस (वॉलीबॉल), येपाबा (कैनोइंग), विशन सिंह (कयाकिंग और कैनोइंग) तथा शिवम कसाना (साइक्लिंग) शामिल हैं.