रमज़ान का पवित्र महीना चल रहा है और दुनिया में लाखों मुसलमान रोज़ा रखकर खुदा की इबादत में मशगूल रहते हैं। इस दौरान वो पानी पीने और खाना खाने से भी दूर रहते हैं। इस बीच फीफा विश्वकप 2018 के शुरुआत की भी उलटी गिनती शुरू हो चुकी हैं। टूर्नामेंट में कई टीमें हिस्सा ले रही हैं।

उनमें एक ऐसी टीम भी शामिल है, जिसमें 23 में से 22 खिलाड़ी मुस्लिम हैं और रोज़ा रखते हैं। जब ये टीम मैदान पर मैच खेलने के लिए उतरती है तो एक चीज़ बार-बार देखने को मिलती है। रोज़ा खोलने का वक़्त आते ही इस टीम का गोलकीपर चोटिल हो जाता है और टीम के खिलाड़ी ब्रेक के समय खजूर खाकर और जूस पीकर रोज़ा खोलते हैं।

बीबीसी के अनुसार, “जब ट्यूनेशिया का पुर्तगाल से विश्वकप फ्रेंडली मैच खेला गया। उस दौरान ट्यूनेशिया का 23 वर्षीय गोलकीपर मोइज़ हसन चोटिल होकर मैदान पर गिर गया। इसके बाद रेफरी ने मैच रोक दिया और खिलाड़ियों ने ब्रेक लेकर अपना-अपना रोज़ा खोला। यह सिलसिला यहीं नहीं रूका बल्कि टर्की के खिलाफ मुक़ाबले में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला।”

सोशल मीडिया पर लोगों ने इस घटना को लेकर अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं भी दी हैं। साथ ही ट्यूनेशिया के गोलकीपर मोइज़ हसन भी इसमें शामिल रहे।

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