टीम इंडिया के ओपनर शिखर धवन एकदम खुलकर बल्‍लेबाजी करने के लिए जाने जाते हैं। ‘गब्‍बर’ के नाम से मशहूर धवन वनडे क्रिकेट के बेहतरीन ओपनर्स में शामिल हैं, लेकिन टेस्‍ट में पिछले कुछ समय से उनका सिक्‍का खोटा बना हुआ है। धवन टेस्‍ट में खराब प्रदर्शन के चलते भारतीय टेस्‍ट टीम से ड्रॉ कर दिए गए।

टीम इंडिया पिछले एक साल से टेस्‍ट ओपनर की तलाश में जुटी हुई है। इसमें पृथ्‍वी शॉ के अलावा किसी ने निरंतर बेहतर प्रदर्शन की उम्‍मीद नहीं जताई। अब दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2 अक्‍टूबर से शुरू होने वाली टेस्‍ट सीरीज के लिए भारतीय टीम ने धवन के सीमित ओवर के ओपनिंग पार्टनर रोहित शर्मा को मौका दिया है।

भारतीय टीम पिछले काफी समय से बेहतर टेस्‍ट ओपनर की तलाश में है और 33 साल के धवन इस उम्‍मीद पर पूरी तरह खरे उतर सकते हैं। ऐसे में वह इन 5 तरीकों से टेस्‍ट टीम में अपनी जगह दोबारा स्‍थापित कर सकते हैं। टीम इंडिया को आगे विदेशी दौरे पर जाना है, ऐसे में शिखर धवन से बेहतर शायद ही कोई विकल्‍प कप्‍तान विराट कोहली और टीम प्रबंधन को मिले।

सबसे पहले शिखर धवन के टेस्‍ट करियर पर नजर दौड़ा लेते हैं। बाएं हाथ के बल्‍लेबाज ने 34 टेस्‍ट में 40.61 की औसत से 7 शतक और पांच अर्धशतकों की मदद से 2315 रन बनाए हैं। वैसे, धवन का यह रिकॉर्ड टीम इंडिया में उनकी वापसी पर सबसे बड़ी रोक लग सकती है। इंग्‍लैंड, ऑस्‍ट्रेलिया, न्‍यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका में धवन ने कुल मिलाकर 22 टेस्‍ट खेले और एक शतक की मदद से 612 रन बनाए।

शिखर धवन का एशिया में रिकॉर्ड बेमिसाल है। उन्‍होंने एशियाई जमीन पर 23 पारियों में 1296 रन बनाए। जबकि इंग्‍लैंड, ऑस्‍ट्रेलिया, न्‍यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका में खेली 22 पारियों में 612 रन बनाए।

चलिए उन पांच तरीकों पर नजर दौड़ा लेते हैं, जिससे धवन टेस्‍ट टीम में वापसी कर सकते हैं

1) खुद को साबित करना होगा – शिखर धवन को अपने आप को सीमित ओवर क्रिकेट में साबित करना होगा। विश्‍व कप 2019 में चोटिल होने के बाद फिर होकर वेस्‍टइंडीज पर गए धवन का प्रदर्शन फीका रहा। वे कोई प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो टी20 और तीन वनडे में धवन को उम्‍दा पारियां खेलकर अपनी उपयोगिता साबित करनी होगी।

2) घरेलू क्रिकेट में करनी होगी मेहनत – शिखर धवन बेशक अंतरराष्‍ट्रीय स्‍टार बल्‍लेबाज हैं, लेकिन उन्‍हें यह बात पता होनी चाहिए कि अभी उनके दिन बहुत अच्‍छे नहीं चल रहे हैं। बाएं हाथ के बल्‍लेबाज को घरेलू क्रिकेट में मेहनत करने की जरूरत है ताकि अपने फॉर्म को दोबारा हासिल कर सकें। वीवीएस लक्ष्‍मण की वापसी की कहानी धवन के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।

3) चोटमुक्‍त रहना होगा – शिखर धवन को अगर टेस्‍ट टीम में वापसी करनी है तो उन्‍हें फिट रहना जरूरी रहेगा। इसी की बदौलत वह धमाकेदार प्रदर्शन कर सकते हैं और अपने आलोचकों का मुंह बंद कर सकते हैं। धवन विश्‍व कप में चोटिल होकर बाहर हुए थे। उन्‍हें इससे बचना होगा।  वैसे, दिल्‍ली के क्रिकेटर भारतीय टीम के सबसे फिट खिलाडि़यों में से एक हैं। उम्‍मीद है कि वह अपनी फिटनेस पर कड़ा काम करके वापसी करने में सफल होंगे।

4) खोया विश्‍वास हासिल करना होगा – शिखर धवन ने अफगानिस्‍तान के खिलाफ एकमात्र टेस्‍ट में शतक जमाया था। इसके बाद टेस्‍ट क्रिकेट में उनके फॉर्म में गिरावट दिखती नजर आई। धवन को बेहतर शुरुआत दिलाने के लिए जाना जाता है और वह गेंदबाजों पर हावी होकर खेलना जानते हैं। मगर धवन का यह विश्‍वास कहीं खोया हुआ लगता है। अब उन्‍हें अपना खोया विश्‍वास हासिल करना होगा ताकि धमाकेदार प्रदर्शन के साथ राष्‍ट्रीय टीम में वापसी कर सकें।

5) दिखानी होगी गब्‍बरगिरी – शिखर धवन को कई धांसू प्रदर्शन करने होंगे ताकि चयनकर्ता उन्‍हें टेस्‍ट टीम में शामिल करने के लिए बाधित हो जाएं। शिखर धवन की वापसी इसी शर्त पर होगी कि भारतीय टेस्‍ट टीम में कोई ओपनर प्रदर्शन करने में सफल नहीं हो। शिखर धवन को दमदार प्रदर्शन करके अपने मौके का इंतजार करना होगा, जैसे ही उन्‍हें मौका मिले तो इसे दोनों हाथों से भुनाते हुए अपनी जगह पक्‍की करनी होगी।

 

Leave a comment