भारतीय क्रिकेट टीम में कई खिलाड़ियों ने अपने खेल से विश्व जगत में छाप छोड़ी है। भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने अपने खेल से विश्व क्रिकेट में कई रिकॉर्ड बनाए और कई रिकॉर्ड तोड़े हैं। इन खिलाड़ियों ने अपने अनुभव से क्रिकेट के खेल में महारत हासिल की है। भारत में सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण जैसे कई दिग्गज खिलाड़ी हुए हैं। मैदान के अंदर कदम रखते ही इनका अनुभव अपने आप बोलने लग जाता था। इन खिलाड़ियों ने मैदान पर जमकर शानदार प्रदर्शन किया है और भारत के लिए इतिहास के पन्नों में अपना नाम भी दर्ज करवा लिया। हालांकि भारत में मौजूद इन दिग्गज खिलाड़ियों के साथ ही दूसरे भी कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो टीम इंडिया की फुल टाइम कोचिंग के लिए सामने नहीं आते हैं। इन खिलाड़ियों के पास अनुभव तो काफी है लेकिन इन्होंने कभी भी टीम इंडिया के लिए फुल टाइम कोचिंग नहीं की है। हालांकि ये खिलाड़ी समय-समय पर टीम के लिए मार्गदर्शक का काम जरूर करते हैं।
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ ने भारतीय अंडर19 क्रिकेट टीम की कोचिंग जरूर की है और अपनी इस कोचिंग में राहुल ने टीम का भरपूर मार्गदर्शन किया। आखिरी में भारतीय अंडर19 क्रिकेट टीम ने साल 2018 में खिताबी जीत दर्ज की। वहीं राहुल द्रविड़ इंडिया ए टीम के भी कोच है। जहां खिलाड़ियों को उनके अनुभव से आगे बढ़ने का मौका मिल रहा है। हालांकि टीम इंडिया का कोई भी दिग्गज खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण फुल टाइम कोचिंग के लिए कभी आगे नहीं आए हैं। इसके पीछे कई कारण भी हैं।
दरअसल, टीम इंडिया में फिलहाल कोच चुनने के लिए बीसीसीआई ने एडवाइजरी कमेटी को जिम्मेदारी दी गई है। कमेटी के सदस्यों में सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण शामिल हैं। ये खिलाड़ी टीम इंडिया के लिए कोच चुनने का काम करते हैं। ऐसे में ये अनुभवी खिलाड़ी कभी खुद कोच के रूप में आगे नहीं आ पाए। हालांकि कोचिंग के अलावा इन खिलाड़ियों का शेड्यूल काफी व्यस्त रहता है। सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण सरीखे खिलाड़ी मैच के दौरान कॉमेंट्री करते हैं। ये खिलाड़ी कॉमेंट्री के जरिए क्रिकेट के फील्ड से जुड़े रहते हैं। जिसके कारण भी इन खिलाड़ियों को कभी टीम की कोचिंग के लिए नहीं देखा गया।
पिछले साल हुए अनिल कुंबले और विराट कोहली विवाद तो सबके जहन में तरोताजा है। अनिल कुंबले टीम इंडिया के कोच का पद थामे हुए थे लेकिन इसी बीच टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और कोच कुंबले के बीच अनबन की खबरें आने लगी। खबरें तो यहां तक भी आई की दोनों के बीच 6 महीने से किसी तरीके की कोई बातचीत नहीं हो रही थी। ऐसे में अनिल कुंबले को कोच पद को लेकर काफी शर्मिंदी का सामने करना पड़ा। रिपोर्ट्स के मुताबिक विराट कोहली कोच कुंबले को फैसलों को लेकर खुश नहीं रहते थे। ऐसे में आखिरी में थक हारकर अनिल कुंबले को टीम इंडिया का कोच पद छोड़ना पड़ा और इस्तीफा देना पड़ा।
इस घटना को ध्यान में रखते हुए भी टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी अब कोच पद के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। एक अच्छे करियर रहने के बावजूद कोई भी पूर्व खिलाड़ी नहीं चाहेगा कि उसे आखिर में किसी तरह की शर्मिंदगी या आलोचना का सामना करना पड़ा। ये खिलाड़ी समय-समय पर टीम के खिलाड़ियों को मार्गदर्शन देना ही ज्यादा पसंद देते हैं।