पिछले दिनों स्कॉटलैंड ने आईसीसी रैंकिंग में नंबर 1 ओडीआई टीम इंग्लैंड को हराकर सबको चौंका दिया। इंग्लैंड की इस अप्रत्याशित हार को ओडीआई क्रिकेट में किसी एसोसिएट टीम के द्वारा किए गए बहुत बड़े उलटफेर के रूप में देखा जा रहा है।
लेकिन आईसीसी बार-बार कहती रही है कि कमजोर एसोसिएट टीमों की वजह से विश्व कप का मजा किरकिरा होता है तो ऐसे में इस जीत के बहुत मायने हैं। स्कॉटलैंड की इस जीत ने आईसीसी को एसोसिएट टीमों को पुनः गंभीरता से लेने के लिए विवश कर दिया है।
यहां हम आपको ऐसे 5 वाकयों के बारे में बता रहे हैं, जब किसी एसोसिएट टीम ने ओडीआई मैच में टेस्ट दर्जा प्राप्त किसी बड़ी टीम को हराकर सनसनी फैला दी थी।
विश्व कप 1983 में जिंबाब्वे ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर तहलका मचा दिया था
जिंबाब्वे को 1981 में आईसीसी के द्वारा एसोसिएट मेंबर का दर्जा प्रदान किया गया था। 1982 की आईसीसी ट्रॉफी जीतने के बाद जिंबाब्वे ने विश्व कप 1983 में खेलने का अधिकार पाया था। अपने पहले ही एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच में जिंबाब्वे ने शक्तिशाली ऑस्ट्रेलिया को हराकर इतिहास रच दिया था।
9 जून, 1983 को नॉटिंघम में खेले गए उस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था। कप्तान डंकन फ्रलेचर के द्वारा 84 गेंदों में बनाए गए नाबाद 69 रनों की बदौलत जिंबाब्वे ने निर्धारित 60 ओवरों में 6 विकेट पर 239 रनों का मजबूत स्कोर खड़ा किया था।
जवाब में ऑस्ट्रेलिया की ओर से केप्लर वेसेल्स (130 गेंदों में 76) और रोडनी मार्श (42 गेंदों में नाबाद 50) ने हालांकि अच्छी बल्लेबाजी की थी, इसके बावजूद पूरी ऑस्ट्रेलिया टीम 7 विकेट पर 226 रन ही बना सकी थी। 4 विकेट लेने वाले डंकन फ्रलेचर को ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया था।
विश्व कप 1996 में जब केन्या ने 2 बार की विश्व चैंपियन वेस्ट इंडीज को धूल चटाई
केन्या को भी जिंबाब्वे की तरह ही 1981 में एसोसिएट मेंबर का दर्जा हासिल हुआ था। उन्होंने पहली बार 1996 के विश्व कप के लिए क्वालिफाई किया था। तब उन्होंने वेस्ट इंडीज को हराकर सबको हैरान कर दिया था।
29 फरवरी, 1996 को पुणे में खेले गए उस मैच में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने वाली वेस्ट इंडीज टीम ने जब केन्या को 49.3 ओवरों में ही 166 रनों के मामूली योग पर ढेर कर दिया था तो किसी ने भी कल्पना नहीं की होगी कि केन्या इस मैच को जीत सकती है।
बहरहाल ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ मौरिस ओडुंबे (15 रन देकर 3 विकेट) और रजब अली (17 रन देकर 3 विकेट) की घातक गेंदबाजी की बदौलत वेस्ट इंडीज टीम 35.2 ओवरों में ही महज 93 के योग पर सिमट गई थी और उनके केवल 2 बल्लेबाज ही दहाई का स्कोर बना सके थे।
केन्या ने ही 2003 के विश्व कप में श्रीलंका को भी हार का कड़वा घूंट पिलाया था
2003 का विश्व कप दक्षिण अफ्रीका, जिंबाब्वे और केन्या ने मिलकर आयोजित किया था। 24 फरवरी, 2003 को नैरोबी में खेले गए मैच में केन्या ने श्रीलंका को 53 रनों से हराकर एक बार फिर से सनसनी फैला दी थी। तब श्रीलंका की टीम में सनत जयसूर्या, अरविंद डि सिल्वा, कुमार संगकारा, महेला जयावर्दने, चामिंडा वास और मुथैया मुरलीधरन जैसे सितारे थे।
टॉस जीतकर श्रीलंका ने पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था। ओपनर केनेडी ओटिएनो के अर्द्धशतक (88 गेंदों में 60 रन) की बदौलत केन्या ने निर्धारित 50 ओवरों में 9 विकेट पर 210 रन बनाए थे। श्रीलंका की ओर से मुरलीधरन ने 28 रन देकर 4, जबकि चामिंडा वास ने 41 रन देकर 3 विकेट निकाले थे।
जवाब में श्रीलंका टीम 45 ओवरों में 157 के योग पर ही धराशायी हो गई थी। केन्या की ओर से कोलिंस ओबुया ने 24 रन देकर 5 विकेट लिए थे और ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ बने थे।
विश्व कप 2007 में आयरलैंड की पाकिस्तान पर जीत ने सबको हैरान कर दिया था
2007 के विश्व कप के उस मैच को भला कौन भूल सकता है, जब कमजोर मानी जाने वाली आयरलैंड टीम ने अपने से बेहद मजबूत पाकिस्तान को हराकर सबको चौंका दिया था। आयरलैंड को 1993 में एसोसिएट मेंबर बनाया गया था। 1997 की आईसीसी ट्रॉफी में आयरलैंड टीम विश्व कप 1999 के लिए क्वालिफाई करने से मामूली अंतर से चूक गई थी। इसके बाद आयरलैंड ने पहली बार 2007 के विश्व कप के लिए क्वालिफाई करने में सफलता हासिल की थी।
17 मार्च, 2007 को किंग्सटन, जमैका में खेले गए लीग मैच में आयरलैंड ने पाकिस्तान को हराकर विश्व कप से बाहर करने की जमीन तैयार कर दी थी। आयरलैंड ने टॉस जीतकर पहले पाकिस्तान को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया था। आयरिश गेंदबाजों की कसी हुई गेंदबाजी की बदौलत पाकिस्तान टीम 45.4 ओवरों में 132 रनों के मामूली योग पर ही ढेर हो गई थी। सबसे ज्यादा 27 रन कामरान अकमल के बल्ले से निकले थे, जबकि आयरलैंड की ओर से बॉयड रैंकिन ने 32 रन देकर सबसे ज्यादा 3 विकेट लिए थे। जवाब में बारिश से प्रभावित अपनी पारी में आयरलैंड का स्कोर हालांकि एक समय 7 विकेट पर 113 हो गया था, इसके बावजूद वे 42वें ओवर में 3 विकेटों से इस मैच को जीतने में सफल रहे थे। नायल ओ’ब्रायन (107 गेंदों में 72) को ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया था। आयरलैंड टीम विश्व कप 2007 के सुपर 8 राउंड में भी पहुंचने में सफल हुई थी।
अब स्कॉटलैंड ने नंबर 1 इंग्लैंड को हराकर बड़ा उलटफेर किया
हाल ही में इंग्लैंड ने एकमात्र ओडीआई मैच खेलने के लिए स्कॉटलैंड का दौरा किया था। 10 जून, 2018 को स्कॉटलैंड की राजधानी एडिनबर्ग के ग्रेंज क्रिकेट क्लब ग्राउंड में खेले गए इस मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था। कैलम मैकलिअड के द्वारा 94 गेंदों में बनाए गए नाबाद 140 रनों की बदौलत स्कॉटलैंड ने निर्धारित 50 ओवरों में 5 विकेट पर 371 रनों का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा किया था।
जवाब में इंग्लैंड की ओर से हालांकि जॉनी बेयरस्टॉ ने 59 गेंदों में 105 रनों की तेज-तर्रार शतकीय पारी खेली थी, इसके बावजूद 48.5 ओवरों में वे 365 रन ही बना सके थे और 6 रनों के अंतर से हार गए थे। कैलम मैकलिअड ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुने गए थे।