विराट कोहली आज वन डे क्रिकेट के टॉप बल्लेबाज हैं – इस बात में नया नजरिया क्या है? पिछले कई महीने से यही चर्चा चली आ रही है। अब तो चर्चा करने वाला सवाल ये है कि क्या विराट कोहली वन डे इंटरनेशनल क्रिकेट के आज तक के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज हैं? इसका जवाब देने का कोई तय पैमाना नहीं क्योंकि विव रिचर्डस, एडम गिलक्रिस्ट या वीरेंद्र सहवाग को चाहने वाले उनकी बेहतरी की लंबी फेहरिस्त बना देंगे। हां, इस बात को नजर अंदाज नहीं कर सकते कि तीनों तरह की क्रिकेट लगातार खेलते हुए, मुश्किल हालात में भी विराट कोहली ने जिस तरह की क्रिकेट खेली है वह लाजवाब है। रिचर्डस ने अपना दम खम टेस्ट और वन डे पर लगाया जबकि गिलक्रिस्ट और सहवाग ने कप्तानी का दबाव नहीं झेला – विराट कोहली तीनों तरह की क्रिकेट में अन्य सभी के लिए मिसाल बने।
नागपुर वन डे में विराट कोहली ने अपना 40वां शतक बनाया – जहां बल्लेबाज एक शतक के लिए तरसते हैं वहां कोहली के शतक की गिनती आश्चर्यजनक बनती जा रही है और सिर्फ सचिन तेंदुल्कर (49) ही उनसे ऊपर हैं। विराट कोहली के नाम 10693 रन हैं और सिर्फ 9 बल्लेबाज उनसे ऊपर हैं। इनमें राहुल द्रविड़ (10889), सौरव गांगुली (11363), जैक्स कैलिस (11579), इंजमाम (11739), महेला जयवर्दने (12650), जनथ जयसूर्या (13430), रिकी पोंटिंग (13704), कुमार संगकारा (14234) और सचिन तेंदुल्कर (18426) के नाम हैं। ध्यान रखने वाली बात ये है कि कोहली ने अभी 216 पारी खेली जबकि इन 9 में से किसी ने भी 300 से कम पारी नहीं खेली। कोहली 84 पारी और खेलेंगे तब 300 पारी पर पहुंचेंगे। तब तक उनके शतक और रन की गिनती क्या होगी – इसका सिर्फ अंदाजा लगाया जा सकता है।
नागपुर में भारत ने अपनी वन डे क्रिकेट में 500वीं जीत दर्ज की – यह भारत का कुल 963वां वन डे मैच था। इन 963 में से कोहली 224 मैच खेले यानि कि 23.26 प्रतिशत मैच की टीम में थे। 500 जीत में से 137 जीत वाले मैच में टीम में थे वे यानि कि 27.40 प्रतिशत। इससे अपने आप अंदाजा हो जाता है कि कोहली के साथ मैच जीतने की प्रतिशत में बढ़ोतरी हुई।
विराट कोहली के लिए वन डे क्रिकेट में हासिल करने के लिए क्या बचा है? इस सवाल का जवाब दे पाना आसान नहीं क्योंकि कोई उपलब्धि हासिल करने की कोई सीमा नहीं। विराट कोहली ने तीनों तरह की क्रिकेट में न सिर्फ बल्लेबाज, कप्तान के तौर पर भी टीम की जिम्मेदारी को उठाया। कोहली के लिए हमेशा लक्ष्य टीम की कामयाबी रहा न कि अपनी कामयाबी। नागपुर में कोहली ने जीत के बाद, जीत का श्रेय गेंदबाजों को दिया, न कि अपने शतक को।
विराट कोहली के लिए निश्चित रूप से आज की तारीख में सबसे बड़ी हसरत है विश्व कप जीतने वाला कप्तान बनना। वे यह रिकॉर्ड बनाने वाले, भारत के कपिल देव और महेंद्र सिंह धोनी के साथ, कप्तान बनना जरूर चाहेंगे। कोई ऐसी बात नहीं है जो विराट कोहली को यह रिकॉर्ड बनाने से रोके। आईसीसी के 2018 कैलेंडर साल के एवार्ड और टीम ऑफ द ईयर इस बात का सबूत हैं कि विराट कोहली की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में क्या जगह है?
इस समय वन डे इंटरनेशनल में 14 बल्लेबाज के नाम पर 10000 या इससे ज्यादा रन हैं – इनमें से 59.74 की औसत के साथ कोहली टॉप पर हैं और जयसूर्या 32.36 की औसत के साथ सबसे नीचे। इनमें से 92.65 के स्ट्राइक रेट के साथ विराट सबसे ऊपर हैं और 71.27 के स्ट्राइक के साथ राहुल द्रविड़ सबसे नीचे। कहां कमी है? सिर्फ तेंदुल्कर आगे हैं 100 की गिनती में, लेकिन 12 बल्लेबाज आगे हैं 50 बनाने की गिनती में – इसलिए कि कोहली 50 बनाने के बाद रूकते नहीं और 50 को 100 में बदलना उन्हें खूब आता है। विश्व कप जीतना अब सबसे बड़ा लक्ष्य है।