भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली का आज पूरी दुनिया में बोलबाला है। विराट कोहली की बल्लेबाज से हर कोई प्रभावित है, वहीं विराट अब टीम इंडिया की रन मशीन के तौर पर जाने जाते हैं। विराट आज अगर बेहतरीन फॉर्म में हैं तो इसके पीछे सिर्फ उनकी फिटनेस ही है जो उनको निरंतर खेलते रहने की प्रेरणा देती है।

एक वक्त था जब विराट कोहली फिटनेस को लेकर ज्यादा अलर्ट नहीं थे लेकिन वक्त बदलते देर नहीं लगती। साल 2011-12 के करीब विराट ने अपनी दिनचर्या बदलने को लेकर कुछ बड़े डिसीजन लिए थे, जिससे उनके खेल पर अच्छा प्रभाव देखने को मिला। उस वक्त विराट ने अपने लिए कुछ लक्ष्य तय किए थे। उनके लक्ष्यों में मैदान पर कितने रन बनाने हैं या कितने शतक लगाने हैं ये बात शामिल नहीं थी, बल्कि उनके लक्ष्य में था कि उन्हें कितनी मेहनत करनी है, कितना आराम करना है, डायट किस तरह की लेनी है और जिम में कितना समय बिताना है। इसके बाद आज तक विराट अपनी फिटनेस को बनाए रखने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। फिटनेस के बूते ही विराट कोहली मैदान पर विरोधी खेमे के खिलाफ बेहतरीन खेल दिखाते हैं और रन बनाते ही चले जाते हैं।

विराट कोहली का लगातार शानदार प्रदर्शन इसलिए भी खास है क्योंकि वो एक युवा टीम के कप्तान हैं और उनकी टीम भी लगातार सफलता हासिल कर रही है। इस सफलता के पीछे विराट की फिटनेस ही है जो दूसरे खिलाड़ियों को भी फिट रहने के लिए प्रेरित करती है। विराट कोहली ने अपनी फिटनेस के दम पर पूरी भारतीय क्रिकेट टीम का दृष्टिकोण ही बदलकर रख दिया है। विराट की फिटनेस से ही प्रेरणा लेकर आज हर टीम इंडिया का मौजूदा खिलाड़ी कामयाबी हासिल कर रहा है।

पहले की बजाय अब ज्यादातर भारतीय टीम के खिलाड़ी अपने दिन का कुछ हिस्सा जिम में बिताते हैं और एक पूरे डायट चार्ट को भी फॉलो करते हैं। अपनी फिटनेस के लिए खिलाड़ी उन चीजों से भी परहेज करने लगे हैं जिससे शरीर कम फुर्तिला हो जाता है।

विराट आज अपनी फिटनेस के कारण टीम इंडिया के बाकि खिलाड़ियों के लिए मिसाल बन चुके हैं। अब हर कोई उनके प्रेक्टिस चार्ट को भी फॉलो करता है। इसमें विराट की तरह ही खिलाड़ियों ने हेवी वर्कआउट करना शुरू कर दिया। इसके अलावा दूसरे खिलाड़ी भी अपनी फिटनेस को बनाए रखने के लिए एक डायट प्लान को अपनाते हैं। खिलाड़ियों को अपनी फिटनेस को बनाए रखने का एक कारण यह भी है कि अब हर खिलाड़ी को टीम इंडिया में अपनी जगह बनाए रखने के लिए यो-यो टेस्ट को पास करना होता है। अगर किसी खिलाड़ी का टीम इंडिया में किसी सीरीज के लिए चयन हो गया है लेकिन खिलाड़ी उस सीरीज से पहले यो-यो टेस्ट में फेल हो जाता है तो टीम इंडिया से भी उसका पत्ता उस सीरीज के लिए साफ हो जाना तय है।

वहीं अब आयरलैंड के खिलाफ टी-20 टीम और इंग्लैंड के खिलाफ वनडे और टी-20 टीम के चयन के बाद हुए यो-यो टेस्ट में विराट कोहली को सबसे ज्यादा 19.2 अंक हासिल हुए हैं। वहीं दूसरे नंबर पर टीम इंडिया के मनीष पांडे हैं जिनका स्कोर 19 है। यो-यो टेस्ट में सफल होने के लिए हर खिलाड़ी को 16.1 का स्कोर करना होता है। ऐसे में खिलाड़ी विराट कोहली का फिटनेस मंत्र ही फॉलो करते हैं। विराट का फिटनेस मंत्र ज्यादा वर्कआउट, फिक्स डायट प्लान है जो भारतीय टीम के दूसरे खिलाड़ी भी फॉलो कर रहे हैं और कामयाब हो रहे हैं।

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