पूर्व भारतीय क्रिकेटर व वर्ल्ड कप विजेता कप्तान कपिल देव ने गुरूवार को हाल ही में ICC अंडर-19 विश्व कप के दौरान भारत और बांग्लादेश के युवा खिलाड़ियों के बीच हुई धक्का-मुक्की की घटना को ‘भयानक’ करार दिया है और कहा है कि अब क्रिकेट कोई ‘भद्रजनों का खेल’ नहीं रहा. कपिल ने BCCI से इन युवा क्रिकेटरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह भी किया है, जिससे अन्य खिलाड़ियों के सामने उदाहरण पेश हो.

कपिल देव ने कहा कि “कौन कह रहा है कि क्रिकेट भद्रजनों का खेल है? यह अब भद्रजनों का खेल नहीं है, ऐसा होता था! ” इस घटना के लिए भारत के दो खिलाड़ी आकाश सिंह और रवि बिश्नोई और बांग्लादेश के तीन खिलाड़ी मोहम्मद तौहीद ह्रदय, शमीम हुसैन और रकीबुल हसन को आईसीसी आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया गया था. बांग्लादेश ने भारत को तीन विकेट से हराकर अपना पहला अंडर-19 विश्व कप खिताब जीता था. इसके बाद दोनों टीमों के खिलाड़ी आपस में भिड़ने के करीब पहुंच गए थे.

कपिल ने एक कार्यक्रम में मैच के बाद के इस घटना का जिक्र करते हुए कहा कि “उन युवा खिलाड़ियों के बीच जो हुआ, मुझे लगता है कि यह भयानक था. क्रिकेट बोर्ड को सख्त कदम उठाने चाहिए ताकि कल इस प्रकार की गलतियां न दोहराई जाएं. उन्होंने कहा कि आप मैच हार गए हो, आपको मैदान पर वापस जाने और किसी के साथ लड़ने का कोई अधिकार नहीं है. वापस आओ. आपको कप्तान, मैनेजर और बाहर बैठे लोगों को दोष देना चाहिए.”

बांग्लादेश के कप्तान अकबर अली ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिए माफी मांगी जबकि भारतीय टीम के कप्तान प्रियम गर्ग को लगा कि ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए थी.

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