क्रिकेट के मैदान पर कब कौनसा रिकॉर्ड बन जाए, इसके बारे में कहना मुश्किल होता है। विश्व क्रिकेट में कई महान खिलाड़ी हुए हैं। इन खिलाड़ियों ने हर वक्त मैदान पर अपने बेहतरीन खेल से सुर्खियां बटोरी हैं। इन्हीं दिग्गज खिलाड़ियों में से एक वेस्टइंडीज के बल्लेबाज ब्रायन लारा भी शामिल हैं। ब्रायन लारा एक सधे हुए बल्लेबाज के तौर पर जाने जाते हैं और अपनी बल्लेबाजी के दम पर उन्होंने क्रिकेट इतिहास में कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। इनमें से कुछ रिकॉर्ड तो आज तक कोई खिलाड़ी तोड़ भी नहीं पाया है। ब्रायन लारा के इन्हीं रिकॉर्ड में शामिल है नाबाद 501 रनों की पारी, जिसे बनाने के साथ ही ब्रायन लारा विश्व क्रिकेट में अमर हो गए।

ब्रायन लारा के नाम टेस्ट की एक पारी में 400 रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है। इस रिकॉर्ड को आज तक कोई नहीं तोड़ पाया है। इसके साथ ही ब्रायन लारा के नाम एक पारी में 500 रन बनाने का कीर्तिमान भी दर्ज है। आज ही के दिन 6 जून, 1994 को ब्रायन लारा ने नाबाद 501 रनों की पहाड़ जैसी पारी खेलकर क्रिकेट इतिहास में अपना नाम सुनहरे अक्षरों से लिखवा लिया था। इंग्लैंड के वारविकशायर की ओर से डरहम के खिलाफ ब्रायन लारा की 501 रनों की नाबाद पारी अब तक प्रथम श्रेणी में खेली गई सबसे बड़ी पारी है। इस रिकॉर्ड को आज तक कोई नहीं तोड़ पाया है। लारा से पहले यह रिकॉर्ड पाकिस्तान के बल्लेबाज हनीफ मोहम्मद के नाम था, जिन्होंने 499 रन की पारी खेली थी। हनीफ मोहम्मद का रिकॉर्ड 35 साल तक कायम रहा, लेकिन आखिरकार ब्रायन लारा ने अपनी शानदार बल्लेबाजी के दम पर हनीफ का रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया।

वारविकशायर और डरहम के बीच खेले गए इस मुकाबले में डरहम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए डरहम ने 8 विकेट पर 556 रन बनाए और पारी घोषित कर दी। इसके जवाब में वारविकशायर की ओर से लारा ने बेहतरीन बल्लेबाजी की। अपनी पारी के पहले दिन बल्लेबाजी करने आए लारा ने दिन का खेल खत्म होने तक 111 रन बना लिए थे। अगले दिन मैच में बारिश की दखल भी देखी गई। हालांकि लारा ने पहले सत्र में आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए 174 रन और जोड़ लिए थे। इसके बाद दूसरे सत्र में 133 रन और ठोक डाले। चायकाल से पहले तक लारा 400 रनों का आंकड़ा पार कर चुके थे और 500 रन बनाने के लिए 82 रनों की जरूरत और थी।

इसके बाद लारा 500 रन के स्कोर की और तेजी से कदम बढ़ाने लगे। देखते ही देखते लारा 497 रन पर पहुंच गए। दिन का खेल बस खत्म होने को था और डरहम की ओर से गेंदबाजी की कमान कीथ पाइपर के हाथों में थी। लारा को लगा की मैच में अभी 2-3 ओवर बाकि है लेकिन पहली तीन गेंद डॉट खेलने के बाद पाइपर ने उन्हें याद दिलाया कि मैच का परिणाम न आने के लिहाज से यह दिन का आखिरी ओवर हो सकता है। इसके बाद चौथी गेंद लारा के हेलमट पर लगी और पांचवी गेंद को लारा ने बाउंड्री पार पहुंचा दिया। इसके साथ ही लारा ने 501 रनों की नाबाद पारी को अंजाम दिया। लारा के बाउंड्री लगाने के साथ ही पारी घोषित कर दी गई और मैच वहीं खत्म हो गया। इस मैच में वारविकशायर ने लारा की पारी की बदौलत 4 विकेट के नुकसान पर 810 रन बनाए। लारा ने अपनी पारी में 427 गेंदें खेली और 62 चौकों के साथ 10 छक्के भी लगाए।

हालांकि मैच में खास बात तो यह भी रही की लारा को पारी में कई बार जीवनदान भी मिले। लारा जब सिर्फ 10 रन पर थे तब वह क्लीन बोल्ड हो गए थे लेकिन गेंद नो-बॉल थी। उसके बाद विकेटकीपर क्रिस स्कॉट ने 16 रन पर लारा का एक कैच छोड़ दिया। इसका हर्जाना लारा की नाबाद 501 रनों की पारी के कारण विपक्षी टीम को चुकाना पड़ा।

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