इस साल इंग्लैंड में आयोजित हुए आईसीसी वनडे विश्व कप में भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा, जिसके साथ ही मैन इन ब्लू का विश्व कप खिताब जीतने का सपना भी टूट गया. कीवी टीम ने विराट सेना को 18 रन से पराजित कर आईसीसी के इस मेजर टूर्नामेंट के फाइनल में लगातार दूसरी बार प्रवेश किया था. अब आईसीसी लगातार दो टी20 विश्व कप का आयोजन करेगी, जहां पहला वर्ल्ड कप साल 2020 में ऑस्ट्रेलिया में, वहीँ दूसरा टूर्नामेंट साल 2021 में भारत में आयोजित होगा. ऐसे में ये टूर्नामेंट्स टीम इंडिया के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं होंगें.

फिलहाल आज हम बात करने वाले हैं उन 4 पॉइंट्स की, जिन पर भारतीय टीम प्रबंधन को ज़रूर ध्यान देना चाहिए. इससे विराट के वीरों को आगामी टी-20 विश्व जीतने में मदद मिलेगी.

1. मध्यक्रम को करना होगा और मजबूत – विश्व कप 2019 भारतीय टीम के लिए उनकी उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा. सभी फैंस टीम इंडिया के फाइनल में पहुंचने की उम्मीद लगाए बैठे थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. कीवी टीम ने विराट सेना को 18 रन से पराजित कर आईसीसी के इस मेजर टूर्नामेंट के फाइनल में लगातार दूसरी बार प्रवेश किया था. इस विश्व कप के दौरान टीम इंडिया की सबसे कमज़ोर कड़ी उसका मध्यक्रम था. विजय शंकर दिनेश कार्तिक हार्दिक पांड्या ऋषभ पंत तथा एमएस धोनी जैसे बड़े खिलाड़ियों के होने के बावजूद भारतीय क्रिकेट टीम का मिडिल ऑर्डर वर्ल्ड कप के दौरान रन बनाने के लिए लगातार मेहनत करता रहा. इसलिए टी20 विश्व कप का खिताब जीतने के लिए भारत को अपने मध्य क्रम पर ध्यान देने की ज़रुरत है.

2. पुरानी गलतियों से लेनी होगी सीख – अगर आईसीसी के आखिरी कुछ टूर्नामेंट्स पर नज़र डालें तो भारतीय टीम ने नॉक आउट चरण में आकर बड़ी गलतियां की हैं. आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2017 और विश्व कप 2019 में टीम इंडिया द्वारा गलतियां देखने को मिलीं. शुरूआती तीन बल्लेबाजों के जल्दी आउट होने के बाद टीम का बल्लेबाजी क्रम चरमरा जाता है, जिससे भारत बड़ा स्कोर बनाने या लक्ष्य का पीछा करने में ज़्यादातर असफल होता है. इतना ही नहीं मिस फील्डिंग और कैच छोड़ने जैसी कमियों में भी सुधार करना होगा. भारतीय टीम मैनेजमेंट को पुरानी गलतियों से सीख लेकर आगे बढ़ना होगा.

3. टॉप-3 पर न रहें डिपेंड – आईसीसी विश्व कप 2019 में भारतीय टीम के टॉप ऑर्डर की अहमियत फिर साबित हुई थी. हालांकि, टीम की जीत के लिए जरूरी है कि उसके टॉप-3 बल्लेबाज कुल स्कोर में से कम से कम आधे रन बनाएं. यदि टॉप-3 बड़ी पारियां खेलते हैं तो कमजोर कड़ी कहे जा रहे मिडिल ऑर्डर को अंतिम ओवरों में खुलकर खेलने का मौका मिलता है. कई मौकों पर देखा गया है कि शुरूआती तीन बल्लेबाजों के जल्द ही आउट हो जाने के बाद टीम इंडिया का बल्लेबाजी क्रम ध्वस्त हो जाता है.

4. खिलाड़ियों को समझनी होगी अपनी-अपनी ज़िम्मीदारी – भारत के हर एक खिलाड़ी को टीम में अपनी अहमियत समझनी होगी. खासकर ऋषभ पंत को चाहिए कि वो अपने विकेट कीपिंग स्किल्स के साथ-साथ अपनी बल्लेबाजी पर भी काम करें. क्रिकेट में एक कहावत है ‘टेक कैचेस विन मैचेस’ इसी तरह लंबी साझीदारी बनाने से टीम की जीत आसान हो जाती है. इसलिए पंत को भी परिपक्वता दिखानी होगी. उन्हें बल्लेबाजी के दौरान एक ज़िम्मेदार खिलाड़ी के रूप में बड़ी साझेदारी बनाने पर ध्यान देना होगा.

Leave a comment