इस समय विश्व कप खेलने इंग्लैंड जा रही हर टीम का लक्ष्य है विश्व कप में बढ़िया क्रिकेट। इसके लिए टीम भी बढ़िया चाहिए। इसीलिए ऑस्ट्रेलिया के चयनकर्ताओं ने स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर की गलतियों को माफ कर उन्हें सीनियर टीम में वापस लाने में देर नहीं लगाई। ये मानने वालों की कमी नहीं है कि अभी तो पूरी तरह पता भी नहीं लगा कि इन दोनों के साथ गेंद की गड़बड़ का यह सिलसिला कब से चल रहा था पर विश्व कप टाइटल की तलाश में सब भुला दिया।

विश्व कप के लिए ऑस्ट्रेलिया की टीम में इन दोनों की वापसी की चर्चा तो पहले से थी पर चयनकर्ताओं का हैरान करने वाला फैसला सिर्फ इन दोनों से जुड़ा नहीं था – जहां एक तरफ पेसर नाथन कुल्टर-नाइल और बेहरेनडोर्फ़ को चुन लिया वहीं जोश हैजलवुड को निकाल दिया। एरोन फिंच की कप्तानी में खेलने जा रही टीम में पीटर हैंड्सकोंब भी नहीं हैं। साथ ही साथ विशेषज्ञ विकेटकीपर के तौर पर सिर्फ एलेक्स कैरी को चुना।

ये ठीक है कि हैजलवुड पिछले साल नवंबर से कोई ओडीआई नहीं खेले (चोट के कारण) पर अब फिट हैं और साथ-साथ पिछले दो साल में उनके सबसे कामयाब गेंदबाजों में से एक – सिर्फ 25.05 की औसत से 17 विकेट और इकॉनमी रेट (5.01) के मामले में सिर्फ पैट कमिंस उनसे बेहतर। ये अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं कि विश्व कप को ध्यान में रखते हुए ऑस्ट्रेलिया वालों ने इसके फौरन बाद खेलने वाली एशेज को भी ध्यान में रखा। उस एशेज सीरीज में ड्यूक्स की गेंद भी बदल जाएगी और लगता है कि एशेज में उन्हें हैजलवुड की पूरी फिटनैस के साथ ज्यादा जरूरत रहेगी।

पेसर झाए रिचर्डसन और मिचेल स्टार्क भी फिटनैस हासिल कर लौट चुके हैं। रिचर्डसन हाल फिलहाल ओडीआई खेल रहे हैं और विकेट भी ले रहे हैं – इसीलिए चयनकर्ताओं ने हैजलवुड के साथ कोई जोखिम उठाने की जगह उन्हें चुनना बेहतर समझा।

ऑस्ट्रेलिया उन टीम में से है जो ये मानते हैं कि इंग्लैंड में भी स्पिनर चलेंगे – इसलिए दो विशेषज्ञ स्पिनर एडम जंपा और नाथन ल्योन चुने हैं।

ऑस्ट्रेलिया का विश्व कप टाइटल का बचाव बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि बल्लेबाजी क्या करेंगे? उस्मान ख्वाजा को उनकी हाल की फॉर्म की वजह से 15 में तो जगह मिल गई पर वॉर्नर की वापसी के बाद सवाल ये है कि फिंच के साथ ओपनिंग कौन करेगा? पिछले एक साल में 10 मैच में फिंच और उस्मान की ओपनिंग जोड़ी के तौर पर औसत 81 है और इस रिकॉर्ड में ओडीआई की अन्य सभी जोड़ियों से बेहतर रहे। दूसरी तरफ आईपीएल में सनराइजर्स के लिए वॉर्नर ने दिखा दिया कि वे न तो रन बनाना भूले हैं और न स्ट्रोक लगाना। 17 अप्रैल तक इस सीजन में वे 75.00 औसत और 145.16 स्ट्राइक रेट से 450 रन बनाकर टॉप पर हैं।

इसलिए संभवतः उस्मान नंबर 3 होंगे, स्मिथ नंबर 4 और उसके बाद ऑलराउंउर ग्लेन मैक्सवेल और मार्कस स्टोइनिस। तो शॉन मार्श कहां फिट होंगे? इस सवाल का जवाब शायद अन्य बल्लेबाजों की फॉर्म में छिपा है।

वैसे ऑस्ट्रेलिया वालों ने जिस एक और खिलाड़ी को अपनी स्कीम से बाहर किया वे डी’आर्सी शॉर्ट् हैं। पिछले दो सीजन में वे बिग बैश लीग में टॉप स्कोरर थे, काम चलाऊ स्पिन भी फैंक लेते हैं। तो घरेलू क्रिकेट में बेहतर प्रदर्शन का फायदा क्या हुआ?

सबसे बड़ी बात ये है कि भारत में भारत और यूएई में पाकिस्तान के विरूद्ध सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने दिखा दिया कि वे ओडीआई में लौट रहे हैं – नजर विश्व कप पर है।

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