24 अप्रैल 2019 के इस सीजन के मैच नंबर 42 तक यह बात तय हो चुकी है कि इस बार की आईपीएल ने टीमों के खास तौर पर ज्यादातर भारतीय कप्तानों को मुश्किल में डाल रखा है, जब तक विराट कोहली की कप्तानी में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर वाले लगातार हार रहे थे – ध्यान और किसी कप्तान की तरफ गया ही नहीं। वे लगातार 6 मैच हारे और अपने सबसे खराब दौर में से एक का नया रिकॉर्ड बनाया। उनके लगातार 6 मैच हारने से खलबली सी मच गई और यहां तक चर्चा शुरू हो गई कि क्या विराट कोहली की कप्तानी में विश्व कप खेलने का फैसला सही है? अब रिकॉर्ड कुछ संभला है और अपने पहले 11 में से 4 मैच जीत कर प्ले ऑफ़ खेलने की गणितीय लड़ाई लड़ रहे हैं।

उसके बाद ध्यान गया राजस्थान रॉयल्स और उनके कप्तान अजिंक्य रहाणे पर, जब आरसीबी वाले लगातार हार रहे थे तो विराट कोहली रन बना रहे थे। राजस्थान रायल्स के कप्तान अजिंक्य रहाणे की तो अपनी हालत पतली थी। पहले तीनों मैच लगातार हारे। चौथा मैच जीते और फिर दो लगाताार मैच हारे। 19 अप्रैल तक टीम की हालत ये थी कि 8 में से सिर्फ 2 मैच जीते थे और रहाणे ने 25.13 की औसत से इन 8 मैच में 201 रन बनाए थे।

हालत ये हो गई कि यह जानते हुए भी कि उनका फैसला काम चलाऊ इंतजाम है, राजस्थान रॉयल्स ने रहाणे से कप्तानी छीन ली और स्टीव स्मिथ को कप्तान बना दिया। इसके बाद ही 22 अप्रैल के जयपुर वाले मैच में भले ही दिल्ली कैपिटल्स ने रॉयल्स को 6 विकेट से हराया – रहाणे ने 63 गेंद में 105* का स्कोर बनाया। इससे इस सीजन में रहाणे का बल्लेबाजी का रिकॉर्ड कुछ सुधरा। बहरहाल रॉयल्स अभी भी फंसी हुई है।

विश्व कप टीम में जगह के मामले में तो दिनेश कार्तिक ने बाजी मार ली पर केकेआर के कप्तान दिनेश कार्तिक की अपनी और टीम की हालत पतली थी। 24 अप्रैल तक कोलकाता नाइट राइडर्स वाले 10 में से 6 मैच हार चुके हैं और सबसे खास बात ये है कि सीजन में पहले 5 में से 4 मैच जीतकर शानदार शुरूआत के बाद एकदम पासा पलटा और अगले 5 मैच लगातार हारे। वह भी तब, जबकि इनमें से लगातार 3 मैच अपने होम ग्राउंड इडेन गार्डंस में खेले थे। अंक तालिका में टीम 6 नंबर पर चल रही है।

दिनेश कार्तिक ने खुद कप्तान के तौर पर इन 10 मैच की 9 पारी में 16.71 औसत से 117 रन बनाए – एक स्कोर 50 रन का था तो इसका मतलब है बची 8 पारी में सिर्फ 67 रन बनाए, जब बल्लेबाजी में बेहतरीन गिने जाने वाले कप्तान की अपनी हालत ये होगी तो टीम का रिकॉर्ड कैसे बेहतर होगाा? आज केकेआर एक और रॉयल्स मैच खेल रहे हैं और अगर दिनेश कार्तिक अपना और टीम का रिकॉर्ड कुछ सुधारने में नाकामयाब रहे तो इस टीम में भी कप्तान बदलने की खबर सुनाई दे गई तो कोई हैरानी नहीं होगी। दिनेश कार्तिक 2018 में लगभग 50 की औसत से 16.71 की औसत तक गिर चुके हैं और बल्लेबाजी में ये उनका दूसरा सबसे खराब आईपीएल सीजन है।

तो इस सीजन के तीन बड़े भारतीय कप्तानों की दुर्दशा सामने है। विंटेज धोनी (10 मैच में 8 जीत) और श्रेयस अय्यर (11 मैच में 7 जीत) ही बेहतर साबित हुए। रोहित शर्मा (9 मैच में 5 जीत) और आर अश्विन (11 मैच में 5 जीत) अभी हार और जीत के रिकॉर्ड के संतुलन में फंसे हैं। यहां तक कि जॉनी बेयरस्टो और डेविड वॉर्नर की बेहतरीन बल्लेबाजी भी उन 6 मैच में हैदराबाद का रिकॉर्ड कुछ खास नहीं सुधार पाई, जिनमें भुवनेश्वर कप्तान थे – 6 में से 2 मैच ही जीते। धोनी की गैर मौजूदगी में जिस एक मैच में रैना ने चेन्नई की कप्तानी की उसमें वे भी हारे। तो भारतीय कप्तान हाल फिलहाल इस सीजन को कैसे याद रखेंगे?

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