ठीक है टी-20 का मतलब है तेजी से रन बनाना पर उसकी भी तो कोई सीमा होती है। बल्लेबाज ने एक गेंद खेली और उस पर 6 लगा दिया तो स्कोरिंग रेट हो गया 600 का। ऐसे स्कोर नहीं, उन पारी को देखें जिनमें बल्लेबाज कुछ देर पिच पर टिका तो टॉप स्कोरिंग रेट 422.22 है, जो 11 अप्रैल 2017 को पुणे में दिल्ली के लए सुपर जायंट्स के विरूद्ध क्रिस मोरिस ने दर्ज किया था – 9 गेंद में 38* जिसमें 4 चौके और 3 छक्के थे। 12 अप्रैल 2012 को चेन्नई में सुपर किंग्स के एल्बी मोर्केल ने रॉयल चैलेंजर्स के विरुद्ध 7 गेंद में 28 रन बना दिए 2 चौके और 3 छक्के के साथ – स्ट्राइक रेट निकला 400.00 का।
अगर यह तय कर लें कि बल्लेबाज ने कुछ और लंबी पारी खेली हो और 50 के स्कोर को योग्यता स्तर बना दें तो टॉप 7 पारी स्कोरिंग रेट के हिसाब से बड़ा अलग नजारा दिखाती हैं और ये जरूरी नहीं कि जो धुरंधर हैं सिर्फ उन्होंने ही तूफान मचाया-
1. सुरेश रैना – 25 गेंद में 87 रन: चेन्नई सुपर किंग्स के लिए 30 मई 2014 के किंग्स इलेवन के विरूद्ध मुंबई मैच में सुरेश रैना ने अपनी इस तूफानी पारी में 12 चौके और 6 छक्के लगाए यानि कि 84 रन तो बाउंड्री शॉट से ही बना दिए थे। 348.00 का स्ट्राइक रेट कोई मामूली बात नहीं होती। सहवाग के 58 गेंद में 122 की बदौलत किंग्स इलेवन ने 226-6 जैसा बड़ा स्कोर बनाया था और उसी के सामने, तब भी फीकी रह गई रैना की कोशिश।
2. यूसुफ पठान – 22 गेंद में 72 रन: कोलकाता में कोलकाता राइट राइडर्स के लिए सनराइजर्स के विरूद्ध 5 चौके और 7 छक्के के साथ पठान ने इस पारी में 327.27 का स्ट्राइक रेट दर्ज किया। 62 रन बाउंड्री शॉट से। 161 रन चाहिए थे जीत के लिए और जरूरी रन रेट बढ़ रहा था – ऐसे में पठान की बदौलत सिर्फ 15वें ओवर में ही जीत गए।
3. लोकेश राहुल – 16 गेंद में 51 रन: 2018 में किंग्स इलेवन के लिए लोकेश ने गजब की फार्म दिखाई थी और 8 अप्रैल को दिल्ली के विरूद्ध ये पारी उसी का हिस्सा थी – 6 चौके और 4 छक्के लगाए और स्ट्राइक रेट 318.75 निकला। जीत के लिए लक्ष्य 167 रन था और मयंक अग्रवाल एवं युवराज के जल्दी आउट होने के बाद लोकेश ने करूण नायर के साथ स्कोरिंग को तेजी दी और 19वें ओवर में जीते।
4. सुनील नरेन – 17 गेंद में 54 रन: ट्वंटी 20 ने सुनील नरेन को विशेषज्ञ स्पिनर से पिंच हिटर बना दिया – इस पारी में उन्होंने 317.64 का स्ट्राइक रेट दर्ज किया। 7 मई 2017 को कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए रॉयल चैलंजर्स के विरूद्ध सुनील नरेन और क्रिस लिन ने तूफानी शुरूआत की और सुनील के आउट होने तक 6.1 ओवर में 105 रन जोड़ दिए थे। लिन ने 22 गेंद में 50 रन बनाए।
5. कीरोन पोलार्ड – 17 गेंद में 51* रन: मुंबई इंडियंस ने उन्हें खरीदा ही हिटिंग पावर के लिए था और 28 अप्रैल 2016 को मुंबई में कोलकाता नाइट राइडर्स के विरूद्ध पोलार्ड ने ये काम बखूबी किया। कोलकाता ने 174-5 का अच्छा स्कोर बनाया। जवाब में रोहित और रायुडू ने मुंबई को मुकाबले पर तो रखा पर एक दम स्कोरिंग को तेजी देने की जरूरत थी। तब पोलार्ड ने 300 के स्ट्राइक रेट वाली इस पारी में 2 चौके और 6 छक्के (कुल 44 रन) के साथ एकदम स्कोर बढ़ाया और 18वें ओवर में जीत गए।
6. इशान किशन – 21 गेंद में 62 रन: ऊपर जो नाम आए उनके साथ तो फिर भी हिटिंग का जिक्र फिट होता है पर धोनी के साए में खेले इशान किशन ने पिछले साल 9 मई को कोलकाता में कोलकाता नाइट राइडर्स के विरूद्ध मुंबई इंडियंस के लिए गजब की बल्लेबाजी की। मुंबई ने 210-6 का बड़ा स्कोर बनाकर दिनेश कार्तिक की टीम पर ऐसा दबाव बनाया कि वे संभल ही नहीं पाए।
7. युसूफ पठान – 37 गेंद में 100 रन: जब बल्लेबाज शतक के लिए 270.27 का स्ट्राइक दर्ज करे और उसमें 9 चौके एवं 8 छक्के (कुल 84 रन) हों तो सोचिए कैसी बल्लेबाजी हुई होगी? यूसुफ पठान ने 13 मार्च 2010 को राजस्थान रायल्स के लिए मुंबई इंडियंस के विरूद्ध ये तूफानी शतक बनाया – तब भी उनकी टीम 4 रन से हार गई। 18वें ओवर में युसूफ का आउट होना भारी पड़ा।