इंग्लैंड की मेजबानी में 30 मई से विश्व कप का आगाज हो रहा है। आईसीसी क्रिकेट के इस महाकुंभ को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। विश्व कप पर मैच फिक्सिंग की काली छाया ना पड़े इसे लेकर भी आईसीसी काफी गंभीर है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए क्रिकेट संस्था ने एक बड़ा कदम उठाया है।
विश्व कप के मद्देनजर आईसीसी द्वारा लिए गए बड़े फैसले के मुताबिक टूर्नामेंट में सभी 10 टीमों के पास भ्रष्टाचार निरोधक अधिकारी रहेगा ताकि टूर्नामेंट को पाक साफ रखा जा सके। डेली टेलिग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार आईसीसी हर टीम के साथ एक भ्रष्टाचार निरोधक अधिकारी रखेगी जो अभ्यास मैच से लेकर टूर्नामेंट के अंत तक साथ रहेगा।
रिपोर्ट में कहा गया, ”इससे पहले आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई के अधिकारी हर वेन्यू पर तैनात रहते थे। इसके कारण टीमों को टूर्नामेंट के दौरान कई अधिकारियों से संपर्क करना पड़ता था, लेकिन अब एक ही अधिकारी हर टीम के साथ अभ्यास मैच से टूर्नामेंट के अंत तक रहेगा और उसी होटल में ठहरेगा जहां टीम ठहरेंगी। उनके साथ अभ्यास और मैच के लिये भी जायेगा। यह विश्व कप को फिक्सिंग और भ्रष्टाचार से मुक्त रखने की आईसीसी की कवायद का हिस्सा है।”
गौरतलब है कि आईसीसी ने क्रिकेट को पाक साफ रखने के लिए काफी सक्रिय है। आईसीसी ने शनिवार को श्रीलंका के परफोरमेंस विश्लेषक सनत जयसुंदारा को आईसीसी भ्रष्टाचार रोधी संहिता के उल्लघंन के दो अपराधों के लिये आरोपित किया था। जयसुंदारा को तुरंत प्रभाव से अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया।
उन्हें आईसीसी आचार संहिता की धारा 2.1.3 और 2.1.1 के अंतर्गत आरोपित किया गया था। भ्रष्टाचार रोधी संहिता की जांच में बाधा पहुंचाने या देरी कराने के लिये उन्हें धारा 2.4.7 के अंतर्गत भी आरोपित किया गया है। जयसुंदारा को 14 दिन के अंदर इन आरोपों का जवाब देना है।
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