जब टी-20 क्रिकेट शुरू हुई तो आम तौर पर भ्रम यही था कि इसमें स्पिनरों के लिए कोई जगह नहीं। हर किसी ने कहा कि स्पिनर को आक्रमण पर लगाने का मतलब है बल्लेबाज को 4 और 6 के स्ट्रोक लगाने की दावत देना। भले ही टी-20 अंतर्राष्ट्रीय हो या पेशेवर लीग- ये भ्रम गलत साबित हो चुका है और कुलदीप यादव और राशिद खान जैसे गेंदबाजों ने तो इसके उलट रन बनाना मुश्किल कर दिया। कप्तान ‘डैथ ओवर’ कहे जाने वाले पारी के आखिरी ओवरों में भी स्पिनर को आक्रमण पर लगाने की हिम्मत दिखाने लगे। आईपीएल 2019 में भी यही हो रहा है और न सिर्फ नए, पुराने स्पिनर भी कम साबित नहीं हो रहे।

10 अप्रैल के मैच नंबर 24 तक विकेट की गिनती के चार्ट में भले ही कगिसो रबाडा 11 विकेट के साथ टॉप पर हैं – नंबर 2 पर चेन्नई सुपर किंग्स के स्पिनर इमरान ताहिर और रॉयल चैलेंजर्स के स्पिनर युजवेंद्र चहल (दोनों 9-9 विकेट) हैं। श्रेयस गोपाल (राजस्थान रॉयल्स) और आर अश्विन (किंग्स इलेवन पंजाब) 8-8 विकेट तथा हरभजन सिंह (चेन्नई सुपर किंग्स) एवं मौहम्मद नबी (सनराइजर्स हैदराबाद) 7-7 विकेट पर हैं – फर्क ये है कि अन्य सभी से हरभजन और नबी ने मैच भी कम खेले (सिर्फ 4-4 मैच)।

मैच नंबर 24 तक इस बार की आईपीएल में 15 कलाई के स्पिनरों ने गेंदबाजी की है और इनमें से ताहिर और युजवेंद्र टॉप पर हैं 9-9 विकेट के साथ। श्रेयस गोपाल का 5 मैच में सिर्फ 12.75 औसत से 8 विकेट लेना किसी कमाल से कम नहीं। राशिद और लामिछाने 5-5 विकेट पर हैं।

अगर उंगलियों के स्पिनरों को देखें तो अब तक 18 ऐसे गेंदबाजों ने गेंदबाजी की है और किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान आर अश्विन 7 मैच में 8 विकेट के साथ टॉप पर हैं। सनसनीखेज प्रदर्शन हैं हरभजन और नबी का और दोनों ने खेले 4-4 मैच में अपनी-अपनी टीम का ग्राफ बेहतर किया है। हरभजन के 7 विकेट 11.71 औसत, 13.71 स्ट्राइक रेट, 5.13 रन प्रति ओवर की गिनती के साथ आए, जबकि नबी के 7 विकेट 12.43 औसत, 13.57 स्ट्राइक रेट और 5.49 रन प्रति ओवर की गिनती के साथ आए। हरभजन और ताहिर को खेलना किसी भी बल्लेबाज के लिए आसान नहीं रहा और यही वजह है कि चेन्नई सुपर किंग्स के मैच कम स्कोर वाले ही साबित हो रहे हैं।

वैसे भी आईपीएल के इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट की लिस्ट में टॉप 5 में से तीन स्पिनरों की मौजूदगी इस बात का सबूत है कि आईपीएल में स्पिनरों ने क्या किया है? लसिथ मलिंगा 157 विकेट के साथ टॉप पर हैं तो 138 मैच में 149 विकेट के साथ अमित मिश्रा, 150 मैच में 144 विकेट के साथ पीयूष चावला और 153 मैच में 141 विकेट के साथ हरभजन सिंह स्पिनरों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। आर अश्विन भी ज्यादा पीछे नहीं हैं।

मैच नंबर 24 तक इस बार की आईपीएल में 80 गेंदबाजों ने गेंदबाजी की है और अगर कम से कम 5 विकेट लेने वालों का रिकॉर्ड देखें तो औसत में 6-12 का एक सनसनी स्पैल फैंकने वाले तेज गेंदबाज अल्जारी जोसेफ के बाद स्पिनर ही छाए हुए हैं। हरभजन ने 11.71 की औसत के साथ अपनी क्रिकेट को नया जीवनदान दिया है। विशेषज्ञ तो कह रहे थे कि यह संभवतः उनकी आखिरी आईपीएल होगी। अब सवाल ये है कि चेन्नई सुपर किंग्स उन्हें क्यों छोड़ना चाहेंगे?

2018 के आईपीएल सीजन में स्पिनरों ने 4.22 विकेट प्रति मैच लिए थे। ये आईपीएल रिकॉर्ड है। इस बार इस औसत से हाल फिलहाल कुछ पीछे चल रहे हैं पर जो स्थिति है और पिच जिस तरह का धीमा व्यवहार कर रही हैं उसे देखते हुए कुछ भी असंभव नहीं। चेन्नई वाले इस मामले में सबसे तेज चल रहे हैं।

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