भारत और अफगानिस्तान के बीच बेंगलुरु के एम.चिन्नास्वामी स्टेडियम में एकमात्र टेस्ट खेला जाना है। अफगानिस्तान के खिलाफ 14 जून से शुरू होने वाले एकमात्र टेस्ट मुकाबले के लिए भारतीय टीम मैनेजमेंट ने तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का चयन किया था, लेकिन अब मोहम्मद शमी यो-यो फिटनेस टेस्ट में फेल हो गए हैं। शमी का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा और इसके चलते अब शमी को टेस्ट टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है और उनकी जगह दिल्ली के युवा तेज गेंदबाज नवदीप सैनी को टीम में शामिल किया है।
मुश्किल दौर से गुजर रहे भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के लिए फिटनेस टेस्ट में फेल होकर टीम इंडिया से बाहर हो जाना किसी झटके से कम नहीं है। पिछले कई महीनों से मोहम्मद शमी काफी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। जिसका असर उनके खेल पर पड़ता हुआ साफ दिखाई दे रहा है। इंडियन प्रीमियर लीग में भी इस सीजन शमी का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए आईपीएल 2018 में शमी ने चार मुकाबलों में 13.5 ओवर गेंदबाजी करते हुए सिर्फ 3 विकेट हासिल किए। इसके साथ ही शमी रन लुटाने के मामले में भी पीछे नहीं रहे। उन्होंने आईपीएल 2018 में 144 रन लुटाए। उनकी इकॉनमी रेट 10.40 की रही।
सीमित ओवरों की भारतीय टीम से तो मोहम्मद शमी काफी समय से बाहर हैं। शमी ने अपना आखिरी एकदिवसीय मुकाबला ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 28 सितंबर, 2017 को खेला था तो वहीं अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय टी20 मुकाबला उन्होंने विडींज के खिलाफ 9 जुलाई 2017 को खेला था। हालांकि इसके बाद टेस्ट टीम में शमी बने हुए थे और इसमें उन्होंने अपनी आखिरी मुकाबला साउथ अफ्रीका के खिलाफ इसी साल 24 जनवरी को खेला था। लेकिन अब फिटनेस में काफी समय से नाकाम रहने के चलते शमी की टीम इंडिया में जगह पर भी तलवार लटकती हुई दिखाई दे रही है।
वहीं, अपनी पत्नी के आरोपों और मुकदमे का सामना कर रहे शमी अपनी फिटनेस पर फोकस नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में टीम इंडिया में उनकी जगह को लेकर भी अब सवाल खड़े होना शुरू हो गए हैं। यहां से अब टीम इंडिया में वापसी करने के लिए शमी को शारीरिक और मानसिक तौर पर फिट होना बेहद जरूरी है। शमी की काबिलियत पर किसी को शक नहीं है लेकिन बिना पूरी तरह से फिट हुए टीम इंडिया का टिकट मिल पाना शमी के लिए आसान नहीं होने वाला है।
अब अपनी फिटनेस को वापस हासिल करने के लिए शमी के पास इस साल अगस्त तक का समय और मिल गया है। टीम इंडिया को इंग्लैंड के खिलाफ अगस्त में टेस्ट सीरीज खेलनी है। ऐसे में इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज शुरू होने से पहले शमी अपनी फिटनेस पर काम कर टीम इंडिया में वापसी कर सकते हैं। हालांकि इस दौरान भी शमी अगर अपनी फिटनेस को वापस हासिल करने में नाकाम साबित होते हैं तो फिर टीम इंडिया में वापसी करना पाना शामी के लिए और मुश्किल हो जाएगा क्योंकि कई युवा तेज गेंदबाज शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन कर टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बनने के लिए दावा ठोक रहे हैं।
वहीं साल 2019 का विश्व कप भी नजदीक आ रहा है। ऐसे में टीम मैनेजमेंट का फोकस विश्व कप के लिए एक फिट टीम बनाने पर होगा। बीसीसीआई भी केवल फिट खिलाड़ियों को ही टीम में जगह देगी और अनफिट खिलाड़ियों को मैनेजमेंट कतई टीम में शामिल नहीं करेगा। शमी अगर अब अपनी फिटनेस वापस हासिल करते हैं तो सीमित ओवरों के खेल में भी वापसी कर सकते हैं, वरना आगे का करियर शमी के लिए काफी मुश्किलों भरा रह सकता है।