बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने दिग्गज क्रिकेटर शाकिब अल हसन के साथ सहानुभूति जताते हुए कहा है कि बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) इस कठिन परिस्थिति में टेस्ट और टी20 कप्तान के साथ खड़ी रहेगी.

ODI क्रिकेट के नंबर-1 ऑलराउंडर शाकिब अल हसन पर इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC ) की एंटी करप्शन यूनिट (ACU) ने मंगलवार को दो साल का प्रतिबंध लगा दिया. शाकिब ने अपने ऊपर लगे आरोपों को माना है और प्रतिबंध को स्वीकार किया है. शाकिब ने माना है कि उन्होंने भारतीय बुकी दीपक अग्रवाल द्वारा फिक्सिंग के लिए किए गए संपर्क की जानकारी ACU या किसी अन्य एंटी करप्शन अथॉरिटी को नहीं दी थी. बता दें कि बुकी दीपक ने शाकिब से दो बार संपर्क किया था, पहले तो बांग्लादेश, श्रीलंका और जिम्बाब्वे के बीच जनवरी 2018 में हुई त्रिकोणीय सीरीज के दौरान और दूसरी बार आईपीएल 2018 में.

शाकिब का एक साल का प्रतिबंध सस्पेंड कर दिया गया है और अब उन्हें 29 अक्टूबर 2019 से 29 अक्टूबर 2020 तक एक साल का प्रतिबंध पूरा करना है. इसका मतलब है कि वह अब अगले साल होने वाले आईपीएल और टी20 वर्ल्ड कप में हिस्सा नहीं ले पाएंगे.

पीएम शेख हसीना ने कहा कि “ये साफ है कि शाकिब ने गलती की है और उनको इस बात का एहसास भी है. ICC के फैसले के बारे में सरकार ज्यादा कुछ नहीं कर सकती है, लेकिन BCB उसके साथ खड़ी रहेगी.”

BCB के अध्यक्ष नजमुल हसन, जोकि पहले शाकिब के अभ्यास मैचों में हिस्सा नहीं लेने और खिलाड़ियों की हड़ताल का नेतृत्व करने को लेकर नाराज चल रहे थे, उन्होंने नरम रुख अपनाते हुए कहा है कि प्रतिबंध खत्म होने के बाद शाकिब के लिए हमारे दरवाजे खुले रहेंगे. उन्होंने मंगलवार को कहा, “प्रतिबंध हटने के बाद शाकिब बेहतर और समझदार क्रिकेटर बनकर वापसी करेंगे और कई वर्षों तक बांग्लादेश क्रिकेट को सेवा देंगे.” उन्होंने आगे कहा, “निलंबन के दौरान BCB क्रिकेट में उनके वापसी के प्रयासों में उनकी मदद करेगा. ICC के फैसले का BCB सम्मान करता है और क्रिकेट में करप्शन के खिलाफ समान भावनाओं को साझा करता है.”

कप्तान शाकिब पर प्रतिबंध लगने के कारण भारतीय दौरे पर आई बांग्लादेश टीम को नए कप्तानों को चुनना था. ऐसे में टी-20 सीरीज के लिए महमुदुल्ला और टेस्ट के लिए मोमिनुल हक को कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

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