क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले पूर्व महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने सोशल मीडिया पर पुरूषों और युवाओं के लिए एक भावुक संदेश पोस्ट किया है. लिटिल मास्टर का मानना है कि पुरुषों के आंसू बहने में शर्म की कोई बात नहीं है. सचिन के मुताबिक, पुरुषों को अपनी भावनाओं को छिपाना नहीं चाहिए और मुश्किल पलों में यदि वे भावुक हो जाएं तो अपने आंसुओं को बहनें दें.
सचिन ने अपने आधिकारिक इन्स्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा. “आप जल्द ही पति, पिता, भाई, दोस्त, मेंटर और अध्यापक बनेंगे. आपको उदाहरण तय करने होंगे. आपको मजबूत और साहसी बनना होगा. आपके जीवन में ऐसे पल आएंगे, जब आपको डर, संदेह और परेशानियों का अनुभव होगा. वह समय भी आएगा, जब आप विफल होंगे और आपको रोने का मन करेगा. यकीनन ऐसे समय में आप अपने आंसुओं को रोक लेंगे और मजबूत दिखाने का प्रयास करेंगे, क्योंकि पुरुष ऐसा ही करते हैं. पुरुषों को इसी तरह बड़ा किया जाता है कि पुरुष कभी रोते नही. रोने से पुरुष कमजोर होते हैं. मैं भी यही सोचते हुए बड़ा हुआ था, लेकिन मैं गलत था.”
मास्टर ब्लास्टर ने आगे लिखा, “मैं अपने जीवन में कभी भी 16 नवंबर 2013 की तारीख को भूल नहीं सकता. मेरे लिए उस दिन आखिरी बार पवेलियन लौटना बहुत मुश्किल था और दिमाग में बहुत कुछ चल रहा था. मेरा गला रुंध गया था, लेकिन फिर अचानक मेरे आंसू दुनिया के सामने बह निकले और हैरानी की बात है कि उसके बाद मैंने शांति महसूस की. अपने आंसुओं को दिखाना कोई शर्म की बात नहीं है. अपने व्यक्तित्व के एक हिस्से को क्यों छिपाना, जो वास्तव में आपको मजबूत बनाता है.”