ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध हाल ही में संपन्न चार मुकाबलों की टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने शानदार गेंदबाजी करते हुए अपनी टीम की एतिहासिक जीत में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने 3 मुकाबलों में 12 विकेट चटकाए थे. इतना ही नहीं अश्विन ने गेंद के साथ-साथ सिडनी टेस्ट में हनुमा विहारी के साथ मिलकर साढ़े तीन घंटे तक बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम की हार को भी टाला था. 

यहां तक कि उन्होंने इसी सीरीज के दौरान टेस्ट में बाएं हाथ के बल्लेबाजों को सर्वाधिक बार आउट करने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया था. अब अश्विन ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि विदेशी पिचों पर सर्वश्रेष्ठ स्पिनर कहलाने के लिए उन्होंने बहुत कुछ करके दिखा दिया है.

दाएं हाथ के स्पिनर ने कहा, “मैं जब से टेस्ट क्रिकेट खेल रहा हूं, तब से एक गेम इधर या उधर. मैं लगातार टीम में बतौर एक अकेले स्पिनर के तौर पर टीम में अपनी जगह को लेकर लड़ाई लड़ रहा हूं. अगर मुझे मेरी बैटिंग स्किल्स के ऊपर जज किया जाएगा, तो एक पारी या दो पारी बहुत है मुझे उस सीरीज से ड्रॉप करने के लिए.” 

उन्होंने आगे कहा, “मुझे लगता है कि यह सही नहीं है. मैं अपनी जगह के लिए लड़ाई करता हुआ दिख रहा हूं और जब मैं यह कर रहा हूं तो मुझे अपनी प्राइमरी स्किल पर भी जोर देना है, जो कि विकेट लेना है. मुझे लगता है कि पिछले दो सालों में मैंने सेना देशों के (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड) टूर पर इतना कर दिया है कि मुझे बेस्ट स्पिनर कहा जा सके.”

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