टीम इंडिया (Team India) के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने ऋद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) के आरोपों पर चुप्पी तोड़ते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है। द्रविड़ ने रविवार को वेस्टइंडीज (West Indies) के विरुद्ध तीन मुकाबलों की टी20 सीरीज में भारत की जीत के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि वह साहा के बयानों से दुखी नहीं हैं और उनके दिल में बंगाल के इस विकेटकीपर बल्लेबाज के लिए बहुत सम्मान है।
भारतीय टीम के हेड कोच ने कहा, “साहा की बातों से मैं बिल्कुल भी दुखी नहीं हुआ हूं। मैं दिल से ऋद्धिमान साहा का सम्मान करता हूं। उनकी उपलब्धियों और भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान का सम्मान करता हूं। हमारी बातचीत भी सम्मान के साथ ही हुई थी। वह ईमानदारी और स्पष्टता के हकदार हैं। मैं नहीं चाहता कि जो मैंने उनसे कहा, वही बात उनको मीडिया से पता चले।”
49 साल के राहुल द्रविड़ ने आगे कहा, “मैं इस तरह की बातें सभी खिलाड़ियों से लगातार करता रहता हूं। मैं बिल्कुल भी दुखी नहीं हूं, क्योंकि मैं यह जानता हूं कि कई बार प्लेयर्स इस तरह के मैसेज को पसंद नहीं करते हैं। यह मुश्किल बातें होती हैं। प्लेइंग-11 चुनने से पहले भी ऐसा ही होता है। सिर्फ मैं ही नहीं, बल्कि कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) भी खिलाड़ियों से बात करते हैं और बताते हैं कि उन्हें नहीं खिला रहे हैं। हम खिलाड़ियों के सवाल-जवाब के लिए भी तैयार रहते हैं। वह क्यों नहीं खेल रहे और जो खेल रहा है, उसे क्यों खिला रहे हैं।”
गौरतलब है कि श्रीलंका के खिलाफ दो मुकाबलों की आगामी टेस्ट सीरीज में चुने नहीं जाने के बाद ऋद्धिमान साहा ने भारतीय कोच राहुल द्रविड़ को लेकर कहा था, “टीम मैनेजमेंट ने मुझसे कहा था कि अब मेरे नाम पर विचार नहीं किया जाएगा। मैं यह तब तक नहीं बता सकता था, जब तक मैं भारतीय टीम का हिस्सा था। यहां तक कि कोच राहुल द्रविड़ ने भी मुझे संन्यास लेने के बारे में सोचने की सलाह दी थी।”