विश्व क्रिकेट का सबसे बड़ा इवेंट वर्ल्ड कप का आगाज एक बार फिर से चार साल के लंबे इंतजार के बाद इस साल होने वाला है. मई 2019 के आखिर में शुरू होने वाले विश्व कप के 12वें संस्करण में इस बार 10 टीमें हिस्सा लेने वाली है. क्रिकेट वर्ल्ड कप में राउंड रोबिन फॉर्मेट के हिसाब से हर टीम को नौ मैच खेलने हैं. वहीं इस बार भारतीय क्रिकेट टीम विश्व कप जीतने के प्रबल दावेदारों में मानी जा रही है. हालांकि टीम इंडिया के सामने विश्व कप शुरू होने से पहले ही कुछ चुनौतियां आन पड़ी है. इन चुनौतियों से निपटने के लिए भारत के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जानी वाली वनडे सीरीज काफी अहम मानी जा रही है. टीम इंडिया ने हाल ही में अपनी सरजमीं पर ही ऑस्ट्रेलियाई टीम के हाथों 2 टी-20 मैचों की सीरीज में 2-0 से पटखनी खाई है. ऐसे में भारतीय टीम के लिए विश्व कप से पहले खेले जाने वाली ये पांच मैचों की आखिरी वनडे सीरीज कई मायनों में अहम है…
चयन
विश्व कप के लिए फिलहाल भारतीय क्रिकेट ने टीम का ऐलान नहीं किया है. वहीं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जानी वाली ये सीरीज वर्ल्ड कप के लिए खिलाड़ियों को परखने के तौर पर आखिरी मौका है. ऐसे में जो खिलाड़ी इस सीरीज में खुद को साबित करेगा, उसके लिए विश्व कप टीम में शामिल होने के चांस उतने ही ज्यादा बढ़ जाएंगे.
कॉम्बिनेशन
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व कप से पहले इस पांच वनडे मैचों की सीरीज में विराट कोहली के पास टीम कॉम्बिनेशन परखने का शानदार मौका है. कप्तान विराट कोहली इस सीरीज में खिलाड़ियों के साथ खुलकर प्रयोग कर सकते हैं और बेहतर कॉम्बिनेशन बैठा सकते हैं. ताकि विश्व कप के लिए तैयार होने वाली प्लेइंग इलेवन में किसी तरह की गलती की गुंजाइश न रहे.
ऑलराउंडर
गेंदबाजी, बल्लेबाजी के अलावा फील्डिंग में कौन-सा खिलाड़ी कहां कारगर साबित होता है, इसको बेहतर तरीके से समझने के लिए भी ऑस्ट्रलिया के खिलाफ वनडे सीरीज काफी अहम साबित हो सकती है. वहीं इस सीरीज के जरिए खिलाड़ियों को ऑलराउंडर की भूमिका में भी टेस्ट किया जा सकता है.
फॉर्म
क्रिकेट के खेल में खिलाड़ियों की फॉर्म काफी मायने रखती है. वनडे सीरीज के लिहाज से कौन सा खिलाड़ी फॉर्म में है, इसकी तस्वीर भी ऑस्ट्रेलिया बनाम भारत की वनडे सीरीज से साफ हो जाएगी. विश्व कप में चयन के लिए खिलाड़ी की फॉर्म भी एक एक्स-फैक्टर का काम करेगी.
फिटनेस
लंबे वक्त से भारतीय क्रिकेट टीम में फिटनेस को काफी तवज्जो दी जा रही है. कोई भी खिलाड़ी अगर अनफिट है तो टीम से उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है. भले ही उस खिलाड़ी का नाम कितना ही बड़ा क्यों न हो, अगर खिलाड़ी अनफिट है तो उसे फिट होने तक टीम मैनेजमेंट उसे प्लेइंग इलेवन से बाहर ही रखती है. ऐसे में इस बार विश्व कप में भी टीम इंडिया फिटनेस पर खासा ध्यान देगी. फिटनेस का आंकलन करने के लिहाज से भी भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज काफी मायने रखने वाली है क्योंकि एक बात काफी वक्त से साफ है कि विश्व कप की टीम में उन्हीं खिलाड़ियों को एंट्री मिलेगी जो फिटनेस के मामले में खरे उतरते हों.