महिला आईपीएल (Women IPL) की चर्चा तो पिछले कुछ महीने से हो रही थी, पर कहीं न कहीं ये शक भी जाहिर किया जा रहा था कि क्या वास्तव में महिला आईपीएल होगी? बहरहाल, जैसे ही टूर्नामेंट को पांच साल के लिए 951 करोड़ रुपये का भारी ब्रॉडकास्ट कॉन्ट्रैक्ट मिला तो असली काउंट डाउन शुरू हुआ। अगली दो ख़ास तारीख 25 जनवरी को पांच डब्ल्यू आईपीएल फ्रेंचाइजी का नाम और नीलामी के लिए रजिस्ट्रेशन 26 जनवरी तक।
इसी के साथ डब्ल्यू आईपीएल को पहला तड़का इस खबर से लगा कि पिछली भारतीय कप्तान मिताली राज और झूलन गोस्वामी इसमें खेलेंगी। जहां झूलन ने इसका इशारा करने में देरी की, मिताली ने तो कुछ महीने पहले ही संकेत देना शुरू कर दिया था। मौजूदा खबर ये है कि इन दोनों ने नीलामी के लिए रजिस्ट्रेशन करवा लिया है यानि कि पिच पर वापसी की तैयारी है। इसकी पुष्टि बीसीसीआई की रिलीज से ही होगी। बहरहाल इन दोनों की भागीदारी की खबर, निश्चित रूप से टूर्नामेंट की वेल्यू को बढ़ावा देगी क्योंकि ये दोनों अनुभवी खिलाड़ी सालों से भारत में महिला क्रिकेट का चेहरा रही हैं। इस चर्चा में कुछ बातें साफ़ करना बहुत जरूरी है :
*आम तौर पर ये माना जा रहा है कि ये दोनों अपने रिटायर होने के फैसले से यू टर्न ले रहीं हैं- ये गलत है। दोनों के रिटायर होने की स्टेटमेंट में साफ़ लिखा है कि इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायर हो रही हैं। हां, ये जरूर है कि दोनों ने इस के बाद किसी भी तरह की क्रिकेट को खेलना बंद कर दिया था।
*मिताली ने तो पिछले साल ही साफ़ कहा था कि महिला आईपीएल खेलने का विकल्प खुला रखा है। ये बात जुलाई 2022 में इंग्लैंड की खिलाड़ी ईसा गुहा और न्यूजीलैंड के ऑफ स्पिनर फ्रेंकी मैके के साथ आईसीसी के क्रिकेट पॉडकास्ट पर बातचीत में कही थी।
*40 साल की मिताली 89 टी 20 इंटरनेशनल खेली हैं और 37.52 के औसत से 2,364 रन बनाए- आखिरी ऐसा मैच 2019 में इंग्लैंड के विरुद्ध था। उसके बाद जून 2022 में रिटायर होने से पहले वनडे और टेस्ट खेलना जारी रखा था।
*झूलन देश के लिए आखिरी बार 2022 में इंग्लैंड के विरुद्ध सीरीज में खेली थीं। झूलन ने डब्ल्यू आईपीएल में खेलने के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहा।
*अभी तक रजिस्ट्रेशन के बारे में जो जानकारी है उसमें दो केटेगरी हैं, क्रिकेटर जो भारत के लिए खेल चुकी हैं और जो नहीं खेलीं। बहरहाल इन दोनों सीनियर क्रिकेटर का नाम सामने आने पर इस सोच ने जोर पकड़ लिया है कि 2008 में आईपीएल की शुरुआत की तरह से, इसमें भी आइकॉन प्लेयर का सिस्टम शुरू हो। ये दोनों सीनियर उसमें बेहतर फिट होंगी क्योंकि इनके एक्टिव न होने और बिना मैच प्रेक्टिस खेलने से ये मेंटोर ज्यादा होंगी और क्रिकेटर कम।
*इस सच्चाई से इंकार नहीं किया जा सकता कि दोनों को रिटायर होने के बाद क्रिकेट में कोई नियमित काम/कॉन्ट्रैक्ट नहीं मिला। मिताली कमेंटेटर या स्पीकर के तौर पर नजर आईं जबकि झूलन सिर्फ स्पीकर के तौर पर। अगर कोई अच्छा कॉन्ट्रैक्ट मिलता तो शायद ये खेलने न लौटतीं। यहां तक कि जो आईपीएल टीम, आगे डब्ल्यू आईपीएल में टीम बनाने के बारे में सोच रही हैं, उनमें से भी किसी ने इन दोनों को एक्सपर्ट के तौर पर लेने में कोई रूचि नहीं दिखाई थी।
*इनका अनुभव और जो कुछ किया वह काम का है पर डब्ल्यू आईपीएल शुद्ध व्यापार है और आईपीएल के अनुभव से सभी ने सीख लिया है कि यहां भावनाओं की कोई जगह नहीं- पैसे की वसूली चाहिए। जो मिताली भारत की टी20 टीम से अपने धीमे स्ट्राइक रेट की वजह से निकाली गईं, वे डब्ल्यू आईपीएल में कैसे पैसे वसूल कराएंगी? 50 बना भी दिए पर अगर 55 गेंद खर्च कर दीं तो ये 50 बड़े महंगे साबित होंगे।
*तब भी ये माना जा रहा है कि झूलन और मिताली कम से कम एक सीज़न खेलने की हकदार हैं।
*ये दोनों अब मैचों के लिए कितनी फिट हैं, ये भी एक सवाल है।
*तब भी झूलन गोस्वामी और मिताली राज जैसी खिलाड़ी- भारतीय महिला क्रिकेट में दो सबसे ज्यादा पहचाने जाने वाले नाम हैं और डब्ल्यू आईपीएल में खेलीं तो लीग की प्रोफाइल को फायदा होगा।