दक्षिण अफ्रीका (South Africa) में एसए टी20 (SA20) लीग शुरू हो चुकी है और भारत (India) में ख़ास तौर पर इस लीग के मैचों को बड़ी चर्चा मिल रही है। इसकी एक ख़ास वजह ये भी है कि इसमें कहीं न कहीं आईपीएल की झलक मिल रही है। सभी 6 फ्रेंचाइजी के मालिक वे हैं जो पहले से आईपीएल टीमों के मालिक हैं- मुंबई, लखनऊ, हैदराबाद, चेन्नई, राजस्थान और दिल्ली फ्रेंचाइजी के मालिक अब क्रमशः केप टाउन, डरबन, गेकेबेरा, पिछला नाम पोर्ट एलिजाबेथ, जोहान्सबर्ग, पार्ल और प्रिटोरिया के मालिक हैं। नाम भी रख लिए आईपीएल टीम जैसे ही। संयोग से ये बात दक्षिण अफ्रीका के साथ खत्म नहीं होने वाली, यूएई में इंटरनेशनल लीग टी20 में तीन टीमों के मालिक वे हैं जो आईपीएल में मालिक की लिस्ट में हैं (मुंबई इंडियंस, दिल्ली कैपिटल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स) और इसके अलावा, आईपीएल फ्रेंचाइजी ने यूएसए में कैरेबियन प्रीमियर लीग और मेजर लीग क्रिकेट में भी इन्वेस्ट किया है। कोलकाता नाइट राइडर्स, पंजाब किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के मालिक इससे पहले कैरेबियन प्रीमियर लीग में इन्वेस्ट कर चुके हैं। तो ये लीग, इस तरह से आईपीएल के रंग में रंग गई हैं।
आईपीएल टीमों के मालिकों की बढ़ती उड़ान और इनवेस्टमेंट ने आईपीएल फ्रेंचाइजी को दुनिया भर में चर्चा दिला दी और अब तो यहां तक कहा जा रहा कि जल्द इनकी पहुंच उन लीग पर भी होगी जो अभी इनकी पहुंच से बाहर है। इंग्लैंड के द हंड्रेड टूर्नामेंट को प्राइवेट करने के ऑफर भी मिल चुके हैं।
जहां एक तरफ इस सारे नज़ारे से आईपीएल की ब्रांड वेल्यू में बढ़ोतरी दर्ज हुई, वहीं ये लीग धीरे-धीरे बीसीसीआई के लिए सिर का दर्द बनती जा रही हैं। नौबत यहां तक पहुंच गई कि बीसीसीआई ने आईपीएल फ्रेंचाइजी मालिकों को विदेशी लीग में अपनी इनवेस्टमेंट और बढ़ाने से पहले होशियार रहने को कहा है। बीसीसीआई ने फ्रैंचाइजी के साथ एक मीटिंग के दौरान, फ्रैंचाइजी को ‘ब्रांड आईपीएल की हिफाजत के लिए’ विदेशी लीग में और इनवेस्टमेंट से परहेज की सलाह दी है।
भारत में आईपीएल टीम मालिकों के अलग-अलग लीग में, शामिल होने से कुछ खिचड़ी पकना या आपसी टकराव कोई हैरानी की बात नहीं पर धीरे-धीरे ये मुश्किल बन रहा है। इशारा 2019 में ही मिल गया था। तब आईपीएल में शाहरुख खान की कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान थे दिनेश कार्तिक और वे जब शाहरुख की ही, केरेबियन प्रीमियर लीग टीम ट्रिनबागो नाइट राइडर्स के ड्रेसिंग रूम में उनके कोच ब्रेंडन मैकुलम (जो केकेआर के भी कोच बनने वाले थे) के साथ नजर आए तो बीसीसीआई में हंगामा हो गया।
बीसीसीआई ने कहा- कार्तिक के पास चूंकि सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट था, इसलिए, ऐसा करने से पहले उनसे इजाजत की जरूरत थी। बीसीसीआई ने उसे शो कॉज नोटिस भी दे दिया जिसका सात दिनों के भीतर जवाब देना था। ठीक है ये मामला निपट गया पर आग लग चुकी थी।
बीसीसीआई का रवैया तो इस मामले में इतना सख्त था कि सीपीएल फ्रेंचाइजी और आईपीएल फ्रेंचाइजी केकेआर दोनों के मालिक एक ही शाहरुख खान होने के बावजूद साफ़ कर दिया कि भारतीय खिलाड़ियों का विदेशी टी20 लीग से कोई लेना देना नहीं है। इसीलिए जब, चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) क्रिकेट लिमिटेड ने अपने आइकन खिलाड़ी एमएस धोनी को एसए टी20 लीग में अपनी टीम के लिए, मेंटरशिप के रोल में भेजने का संकेत दिया तो बीसीसीआई ने बिना देरी इसे रोक दिया और चेतावनी दे दी कि ऐसा न करें। साफ़ कह दिया कि धोनी अभी भी आईपीएल में सीएसके के लिए खेल रहे हैं इसलिए रिटायर होने तक ऐसा कुछ भी करने के बारे में कतई न सोचें।
अब बीसीसीआई का नया सिर दर्द ये है कि एसए टी20 लीग की सभी 6 टीम के लोगो ऐसे बनाए गए हैं जो हूबहू हर एक की आईपीएल टीम जैसे ही हैं। अगर आप लोगो पर लिखे नाम को ध्यान से न पढ़ें तो यही लगेगा कि आईपीएल टीम का ही लोगो देख रहे हैं। नाम तो पहले ही आईपीएल टीम जैसे रख ही लिए हैं। बड़ी टीमों ने तो एक ही स्टॉफ को भी, अपनी सभी टीम की जिम्मेदारी दे दी है। ये मिली-जुली झलक लगातार बढ़ रही है और इस पर बीसीसीआई की नजर है।