आईपीएल ट्रॉफी और सरफ़राज़ खान
क्या घरेलू क्रिकेट से ज्यादा आईपीएल को दी जा रही है अहमियत?

शुक्रवार को भारतीय चयनकर्ताओं ने न्यूज़ीलैंड (New Zealand) के खिलाफ तीन मुकाबलों की टी20 आई और इतने ही मैचों की वनडे सीरीज के लिए टीम इंडिया (Team India) के स्क्वॉड का ऐलान किया। साथ ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मुकाबलों की टेस्ट सीरीज के पहले दो मैचों के लिए भी टीम चुनी गई।

न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 आई सीरीज के लिए भारतीय स्क्वॉड इस प्रकार है –

हार्दिक पांड्या (कप्तान), सूर्यकुमार यादव (उपकप्तान), ईशान किशन (विकेटकीपर), ऋतुराज गायकवाड़, शुभमन गिल, दीपक हूडा, राहुल त्रिपाठी, जितेश शर्मा (विकेटकीपर), वॉशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, अर्शदीप सिंह, उमरान मलिक, शिवम मावी, पृथ्वी शॉ, मुकेश कुमार।

न्यूजीलैंड के खिलाफ ओडीआई सीरीज के लिए भारतीय स्क्वॉड इस प्रकार है –

रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, ईशान किशन, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव, केएस भरत (विकेटकीपर), हार्दिक पांड्या (उपकप्तान), वॉशिंगटन सुंदर, शाहबाज अहमद, शार्दुल ठाकुर, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमरान मलिक।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरुआती दो टेस्ट मैचों के लिए भारतीय टीम इस प्रकार है –

रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल (उपकप्तान), शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएस भरत (विकेटकीपर), ईशान किशन (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, रवींद्र जडेजा, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमेश यादव, जयदेव उनादकट, सूर्यकुमार यादव।

भारतीय स्क्वॉड देखकर फैंस का आरोप है कि चयनकर्ताओं ने कई खिलाड़ियों के साथ नाइंसाफ़ी की है। वे आरोप लगा रहे हैं कि टी20, वनडे और टेस्ट प्रारूप में टीम चुनने के लिए चयनकर्ता केवल इंडियन प्रीमियर लीग के प्रदर्शन को आधार मान रहे हैं। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि क्या घरेलू क्रिकेट की अहमियत खत्म हो रही है या चनयकर्ता जानबुझकर घरेलू क्रिकेट के प्रदर्शन को नजरअंदाज कर रहे हैं। चलिए कुछ खिलाड़ियों के प्रदर्शन और उनके आंकड़ों की तुलना कर इस सवाल का जवाब जानने की कोशिश करते हैं।  

सरफराज खान, जो पिछले कुछ समय से घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा खेल दिखा रहे हैं। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनका बल्लेबाजी औसत 80 से ऊपर का है। उन्होंने 36 मैचों की 52 पारियों में 80.47 की औसत से 3380 रन बनाए हैं। इस दौरान 25 साल के खिलाड़ी के बल्ले से 12 शतक और 9 फिफ्टी भी निकले हैं। उनकी सबसे बड़ी पारी 301 रनों की है। रणजी ट्रॉफी के वर्तमान सीजन में सरफराज ने 7 पारियों में दो शतक के अलावा एक फिफ्टी लगाई है। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 50 से ज्यादा पारी खेलने वाले खिलाड़ियों में ब्रैडमैन के बाद सरफराज का औसत से सबसे बेहतर है।

ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज सर डॉन ब्रैडमैन ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 95.14 की औसत से रन बनाए थे। उन्होंने 1949 में अपना आखिरी मुकाबला खेला। उसके बाद से हजारों प्लेयर्स ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेला, लेकिन सरफराज खान के अलावा कोई भी 75 की औसत को भी पार नहीं कर पाया। बावजूद इसके उन्हें भारतीय टेस्ट टीम में लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है।

वहीं, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट टीम में चुने गए सूर्यकुमार यादव टी20 आई क्रिकेट में जबरदस्त प्रदर्शन दिखा रहे हैं। मगर प्रथम श्रेणी में उनके आंकड़े औसत हैं। उन्होंने 79 मैच में 44.75 की औसत से 5549 रन बनाए हैं। ऐसे में सरफराज के ऊपर उन्हें वरीयता देने का अर्थ है कि चयनकर्ता घरेलू क्रिकेट से अधिक टी20 प्रारूप के आंकड़ों के आधार पर टीम चयनित कर रहे हैं। हालांकि, सूर्य ने हाल ही में रणजी ट्रॉफी के कुछ मैच खेले थे, जहां उनका प्रदर्शन अच्छा रहा, लेकिन सरफराज लंबे समय से लगातार अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं।

भारतीय क्रिकेट प्रेमी पृथ्वी शॉ के साथ हो रहे अन्याय पर भी काफी नाराज हैं। दरअसल, पृथ्वी ने घरेलू क्रिकेट के टी20 प्रारूप के सैय्यद मुश्ताक़ अली ट्रॉफी, एकदिवसीय प्रारूप के विजय हजारे ट्रॉफी और रेड बॉल फॉर्मेट के रणजी ट्रॉफी तीनों में जबरदस्त प्रदर्शन दिखाया है। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने हाल ही में रणजी ट्रॉफी में असम के खिलाफ 383 गेंदों पर 379 रन बनाकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया था। यह रणजी ट्रॉफी इतिहास का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है। सेलेक्टर्स ने पृथ्वी को टीम इंडिया में मौका तो दिया है, मगर वे केवल टी20 स्क्वॉड में शामिल किए गए हैं। ऐसे में कहना मुश्किल है कि चयनकर्ताओं ने उनके रणजी ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी में किए गए प्रदर्शन पर विचार किया है।

पृथ्वी शॉ के उम्र कितनी है?

23 वर्ष।

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