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'SRH ने उमरान मलिक का ठीक ढंग से इस्तेमाल नहीं किया', पूर्व दिग्गज पेसर का बयान

भारत के उभरते हुए तेज गेंदबाज उमरान मलिक जितनी तेजी से चमके थे, उतनी तेजी से उनकी चमक फीकी भी पड़ती जा रही है। आईपीएल के पिछले सीजन में अपनी गेंदबाजी का डंका बजाने वाली जम्मू-कश्मीर एक्सप्रेस इस सीजन में बेपटरी नज़र आ रही। चाहे सबसे ज्यादा रन लुटाने हों या फिर सीजन में सबसे कम विकेट लेने हों, दोनों में वह अव्वल साबित हो रहे। यही कारण है कि तेज गेंदबाज की विफलता की पूर्व खिलाड़ी भरसक आलोचना कर रहे। ऐसे में आइए जानने की कोशिश करते हैं कि उमरान मलिक के इस सीजन में असफल होने के क्या कारण हैं।

इस सीजन के 7 मैचों में रहे बुरी तरह फ्लॉप

जम्मू-कश्मीर के तेज-तर्रार गेंदबाज के रूप में पहचाने जाने वाले पेसर उमरान मलिक का आईपीएल का 16वां संस्करण एक बुरे सपने की तरह साबित हो रहा है। विकेट लेने में तो वह फिसड्डी रहे हैं। साथ ही एक ओवर में ज्यादा रन लुटाने में सबसे आगे भी नज़र आए हैं। इस सीजन के मैचों में उनका रिकॉर्ड देखा जाए तो उन्होंने हैदराबाद की तरफ से 7 मैच खेले हैं, जिसमें किसी में भी कोई चमत्कार करके नहीं दिखाया है। उन्होंने 7 मैचों में 176 रन देकर 10.35 की इकॉनॉमी से सिर्फ 5 विकेट ही झटके हैं। इस बार उनकी गेंदबाजी में जंग लगती नजर आ रही है। सबसे खराब परफॉर्मेंस उन्होंने दिल्ली और कोलकाता के खिलाफ दिखाई है। दिल्ली के खिलाफ एक ओवर में उन्होंने 22 रन लुटा दिए। वहीं, कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ भी उन्होंने ऐसा ही किया। उन्होंने कप्तान नीतीश राणा के सामने एक ओवर में 28 रन लुटाए, जिसमें 5 चौके और एक छक्का शामिल था। यानी 6 की 6 गेंदें बाउंड्री की ओर दौड़ लगाती नजर आई थीं। यही वजह है कि सोशल मीडिया पर भी उन्हें क्रिकेट फैंस द्वारा जमकर रोस्ट किया जा रहा है।

पूर्व खिलाड़ी भी कर रहे आलोचना

भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी व कोच रवि शास्त्री और इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने भी उमरान मलिक की खराब गेंदबाजी की भरसक आलोचना की। दिल्ली के खिलाफ 22 रन लुटाने पर रवि शास्त्री ने कहा था कि उमरान विपक्षी टीम के हाथों का खिलौना बनते दिखे। एक ही लेंथ पर 4 गेंदें डालने और उन पर रन लुटाने के बावजूद उन्होंने गेंदबाजी में कोई बदलाव नहीं किया। किसी अनुभवी गेंदबाज को उन्हें समझाना चाहिए कि क्या करें। ऐसी स्थिति तभी आती है, जब आपके पास आत्मविश्वास नहीं होता। वह लेंथ में बदलाव कर सकते थे या क्रॉस सीम भी ट्राई कर सकते थे लेकिन उन्होंने कोई वेरिएशन नहीं दिखाया। इसी तरह पीटरसन ने कहा था कि उन्हें अपनी रफ्तार कम करनी चाहिए थे। उमरान जो कर रहे थे, वो अच्छा नहीं था। उन्हें चीजें समझने और सीखने की प्रक्रिया तेज करनी होगी। ये फटाफट क्रिकेट है। एक ही गलती उमरान बार-बार दोहराएंगे तो अपनी टीम के हाथों से सारे मैच गंवा देंगे।

अब टीम इंडिया में जगह मिलनी मुश्किल

जम्मू-कश्मीर एक्सप्रेस ने जिस तरह से आईपीएल के पिछले सीजन यानी 2022 में प्रदर्शन किया था, उसी की तर्ज पर उन्हें टीम इंडिया का हिस्सा बनाया गया था। हालांकि, इस सीजन में उनकी हालत पतली होती देख चयनकर्ता उनको टीम इंडिया में शामिल करने से शायद कतराने लगें। अपनी रफ्तार के लिए पहचाने जाने वाले उमरान ने आईपीएल 2022 के 14 मैचों में 9.03 के इकॉनमी के साथ 22 खिलाड़ियों को पवेलियन का रास्ता दिखाया था। वह उस सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले शीर्ष 5 गेंदबाजों में चौथे स्थान पर थे। इसके बाद उन्हें टीम इंडिया में जगह मिली और उन्होंने खुद को साबित भी किया। हालांकि, जिस तरह से उन्होंने आईपीएल 2023 के 7 मैचों में बेतहाशा रन लुटाते हुए चंद विकेट ही झटके हैं, उसने उनके टीम इंडिया में जाने के रास्ते लगभग बंद कर दिए हैं। एक के बाद एक पूर्व खिलाड़ियों द्वारा उनकी गेंदबाजी में गिनाई जा रही खामियों ने चयनकर्ताओं के दिमाग पर गहरा असर छोड़ा होगा। उन्होंने अब तक रॉयल चैलेंजर्स के खिलाफ 32 रन देकर 1 विकेट, सुपर जायंट्स के खिलाफ 22 रन देकर 1 विकेट, पंजाब के खिलाफ 32 रन देकर 2 विकेट, केकेआर के खिलाफ 36 रन देकर 1 विकेट झटके हैं। इसके बाद चेन्नई और दिल्ली से हुए दो मुकाबलों में एक भी विकेट लेने में सफलता हासिल नहीं की।

हैदराबाद नहीं दिखा पा रहा पूर्ण विश्वास

उमरान मलिक के फ्लॉप साबित होने के पीछे का कारण सनराइजर्स हैदराबाद द्वारा उनका सही इस्तेमाल ना करना भी हो सकता है, जिसका जिक्र पूर्व बल्लेबाज वसीम जाफर ने किया था। उन्होंने कहा था कि अगर टीम उमरान मलिक का सही से उपयोग नहीं कर पा रही तो टीम से उन्हें बाहर कर देना चाहिए और उनकी जगह पर कोई ऐसा खिलाड़ी लाना चाहिए, जिस पर वो विश्वास कर पाए। देखा जाए तो उमरान अपने 7 में से चेन्नई के खिलाफ एक ही मैच में पूरे चार ओवर गेंदबाजी कर पाए हैं। इसमें उन्हें 32 रन देकर 2 विकेट झटके हैं। बाकी के मैचों में उन्हें एक-दो या तीन ओवर ही करवाए गए हैं।

उमरान को गेंदबाजी में लाने पड़ेंगे वैरिएशन

157 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने की क्षमता रखने वाले उमरान मलिक आईपीएल के इस सीजन में गेंदबाजों में सबसे निचले 35वें स्थान पर आ गए हैं। क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि उनकी गेंदबाजी में रफ्तार तो है, लेकिन वो उसमें वैरिएशन नहीं ला पा रहे। जिस गेंद पर बल्लेबाज हिट लगा रहा है, वह बार-बार उसी लेंथ पर आत्मविश्वास खोकर फिर से गेंद डालते रहते हैं। उन्हें ये बात समझनी चाहिए कि हमेशा लाइन-लेंथ में परिवर्तन करके ही वह एक सफल गेंदबाज बन सकते हैं। अगर वो एक जैसी गेंद डालते रहेंगे तो बल्लेबाज उनकी कमजोरी भांप लेंगे। उन्हें रफ्तार के साथ भी बदलाव करते रहने चाहिए। जब तेज गेंदबाज अचानक से स्लोअर डालता है तो बल्लेबाज की टाइमिंग बिगड़ती है, जिसका फायदा गेंदबाज के पक्ष में जाता है। उमरान मलिक को क्रॉस सीम भी ट्राई करनी चाहिए। साथ ही उन्हें यॉर्कर की ज्यादा कोशिश करनी चाहिए क्योंकि ये एक ऐसा हथियार है, जहां गेंदबाज बल्लेबाज को पूरी तरह रोक देता है और यॉर्कर का तोड़ निकालना हर बल्लेबाज के बस की बात भी नहीं होती है।