ipl 2023 csk

चेन्नई सुपर किंग्स ने गुजरात टाइटन्स को रोमांचक फाइनल में हराकर लगभग दो महीने के मुकाबले को आखिरकार रोका। इससे बड़ी बात और क्या होगी कि लीग राउंड की दोनों टॉप टीम फाइनल में खेलीं। चेन्नई की जीत ने 41 साल की उम्र में भी एमएसडी को प्रेरित कर दिया कि अगर सब कुछ ठीक रहा, तो वे एक और आईपीएल सीजन खेलने के लिए लौटेंगे। 2022 में पॉइंट्स में सबसे नीचे की दो टीम में से एक और 2023 में टाइटल विजेता, इसके साथ सीएसके ने दिखा दिया कि क्यों वे अब तक की सबसे बेहतर आईपीएल फ्रेंचाइजी में से एक हैं? ऐसी क्या 6 वजह हैं कि ऐसा सब कर सकी सीएसके टीम :

रवींद्र जडेजा फैक्टर

ऐसा नहीं कि फाइनल में आख़िरी दो गेंद पर उनके 6 और 4 के स्ट्रोक की वजह से ऐसा माना जा रहा है। सीजन के शुरू से स्टार ऑलराउंडर टीम के लिए एक्स फैक्टर थे। घुटने की सर्जरी के कारण कई महीने क्रिकेट से दूर और नाकामयाब कप्तानी के राउंड के बावजूद क्रिकेट में सफल वापसी की है और जो मौका मिला उसमें टीम की जरूरत को पूरा किया, 190 रन और 20 विकेट। यहां तक कि हर नंबर पर बैटिंग के लिए तैयार। इस सीजन के टॉप ऑलराउंडर।

एमएसडी का जादुई असर

चेन्नई सुपर किंग्स ने 5वां आईपीएल टाइटल जीता और मुंबई इंडियंस के रिकॉर्ड की बराबरी की। फाइनल में 0 पर आउट कप्तान धोनी ने सीजन में वही किया, जो उनकी टीम के लिए जरूरी था। टाइटल जीतने वाली टीम के कप्तान के सबसे खराब योगदान (15 मैच की 11 पारी में 104 रन- 6 कैच और 2 स्टंप) में से एक का रिकॉर्ड, पर किसी सीएसके फैन से पूछ कर देखिए, वे टाइटल ही धोनी के नाम लिख देंगे। अगर देश में ‘धोनी मंदिर’ की गिनती अब और बढ़ जाए, तो कोई हैरानी नहीं होगी। कौन नहीं कह रहा कि ये जीत धोनी की टीम के साथ जादुई मौजूदगी का असर था?

शानदार ओपनिंग जोड़ी

टीम के पास ऋतुराज गायकवाड़ और डेवोन कॉन्वे के तौर पर गजब की ओपनिंग जोड़ी है, कॉन्वे एक भरोसेमंद बल्लेबाज हैं, तो ऋतुराज किसी भी गेंदबाजी अटैक को तहस-नहस करने वाले। दोनों शानदार फॉर्म में, ऋतुराज 590 रन और कॉन्वे 672 रन। पहले विकेट की पार्टनरशिप में 15 पारी में 849 रन जोड़े 56+ औसत से और इसी ने आगे के बल्लेबाजों का काम आसान कर दिया।

गजब का सपोर्ट स्टॉफ

इस फेक्टर पर कोई ध्यान नहीं दे रहा पर ये टीम की कामयाबी में सबसे ख़ास रहा। स्टीफन फ्लेमिंग आईपीएल के सबसे अनुभवी कोच में से एक और कई सालों से टीम का हिस्सा हैं। अपने खिलाड़ियों से सबसे बेहतर प्रदर्शन कराने की आर्ट खूब जानते हैं। कोचिंग/ट्रेनिंग सैशन में किसी के साथ कोई जबरदस्ती नहीं, इस तरह जिम्मेदारी खुद खिलाड़ी पर आ गई। कम्युनिकेशन में कमाल – ये अकेली टीम है, जिसका सपोर्ट स्टॉफ 3 महीने के कॉन्ट्रैक्ट पर नहीं आता, जहां भी हों हर खिलाड़ी की प्रोग्रेस पर टेली मीटिंग करते रहते हैं, यानि कि हमेशा खिलाड़ी के साथ।

बल्लेबाजी कोच माइक हसी खिलाड़ी को घुमाने ले जाएंगे और साथ में बैटिंग की बात भी कर लेंगे। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज और टीम के कोच एरिक सिमंस कई साल से टीम के लेफ्टिनेंट हैं। इस सीज़न में ब्रेन ट्रस्ट में ड्वेन ब्रावो को भी शामिल कर लिया, 2022 सीज़न तक तो खुद खेल रहे थे, इसलिए आईपीएल में खेलना क्या है खूब जानते हैं। फिजियोथेरेपिस्ट टॉमी सिमसेक और ट्रेनर ग्रेग किंग। ये पूरी टीम कमाल की है और सबसे ख़ास बात ये कि कप्तान के साथ पूरा तालमेल, जो बोर्ड पर तय किया, उसे ग्राउंड पर तो कप्तान को ही लागू करना है।

टीम में प्रतिष्ठा कोई मायने नहीं रखती

ये वह टीम है, जिसने प्रदर्शन को देखा न कि नीलाम में कीमत या खिलाड़ी की प्रतिष्ठा को, जिस बेन स्टोक्स को इंग्लैंड टीम में कोई बैंच पर न बैठाए, उसे नीलामी में 16.25 करोड़ रुपये में खरीदने के बावजूद बैंच पर बैठा दिया, जो रोल में फिट वह खेलेगा, इसीलिए बेन स्टोक्स ने 2 मैच में सिर्फ 1 ओवर फेंका। महेश तीक्षाना का स्पिनर के तौर पर इस्तेमाल पिछले सीजन में 9 मैच में 12 विकेट थे, तो इस बार 11 विकेट। उनके साथ पथिराना 19 विकेट। अजिंक्य रहाणे और शिवम दुबे के करियर को लाइफ लाइन धोनी की सोच है, जिसे चुना, उसे चुनने पर पूरा भरोसा, इसीलिए बार-बार प्लेइंग इलेवन न बदलना इस टीम की वह खासियत थी, जो और किसी ने नहीं दिखाई। सीजन में 18 खिलाड़ी प्रयोग किए, इनमें से 7 सभी 16 मैच खेले और 4 ने 10 या इस से ज्यादा मैच खेले- बाकी क्या बचा?

आईपीएल की पुराने फॉर्मेट में वापसी

आईपीएल 2019 के बाद पहली बार होम-अवे फॉर्मेट में खेले। चेपॉक, सीएसके के लिए एक मजबूत किले की तरह जिसे तोड़ना मेहमान टीम के लिए कभी आसान नहीं रहा। पिच तो अपनी है ही, सपोर्टर आर्मी कहां जीतने देती है? इस बार चेपॉक में 7 में से 4 मैच लीग राउंड में जीते और उसके बाद यहां, क्वालीफायर 1 भी जीते।