KL Rahul
आईसीसी वनडे वर्ल्ड कर सिर पर खड़ा है, जिसे शुरू होने में अब एक महीनें से भी कम वक्त बचा हुआ है। टीम इंडिया वर्ल्ड कप से पहले अपनी तैयारियों में जुटी हुई है, जहां पाकिस्तान की मेजबानी में खेले जा रहे एशिया कप 2023 में जबरदस्त प्रदर्शन कर रही है।

आईसीसी वनडे वर्ल्ड कर सिर पर खड़ा है, जिसे शुरू होने में अब एक महीनें से भी कम वक्त बचा हुआ है। टीम इंडिया वर्ल्ड कप से पहले अपनी तैयारियों में जुटी हुई है, जहां पाकिस्तान की मेजबानी में खेले जा रहे एशिया कप 2023 में जबरदस्त प्रदर्शन कर रही है। एशिया कप में जिस तरह से रोहित शर्मा एंड कंपनी का फॉर्म नजर आ रहा है, उससे कहा जा सकता है कि टीम इंडिया वर्ल्ड कप से पहले अपने सही डायरेक्शन में जा रही है।

केएल राहुल ने पाकिस्तान के खिलाफ खेली पारी से खत्म कर दी नंबर-4 की तलाश?

एशिया कप शुरू होने से पहले मैन इन ब्ल्यू के लिए एक बहुत बड़ी समस्या नंबर-4 के बल्लेबाज लेकर हो रही थी। पिछले काफी समय से वनडे फॉर्मेट में नंबर-4 का एक बहुत ही सटिक और विश्वसनीय विकल्प नहीं मिल सका था। इस टूर्नामेंट में श्रेयस अय्यर के फिट होने के बाद नंबर-4 की पहेली सुलझने की पूरी उम्मीद की जा रही थी, लेकिन अय्यर एक मैच के बाद ही फिर से चोटिल हो गए।

राहुल ने इस पारी से टीम मैनेजमेंट को दिया नंबर-4 का बेस्ट ऑप्शन

पाकिस्तान के खिलाफ सुपर-4 मुकाबले में लंबे समय से चोटिल चल रहे केएल राहुल ने चोट के बाद वापसी की। उन्हें अय्यर के अनफिट होने के चलते मौका क्या मिला, उन्होंने इस मौके को जिस अंदाज में भुनाया है, वो देखने लायक रहा है। पाकिस्तान के खिलाफ मैच में केएल राहुल करीब 4 महीनों के बाद वापसी करते हुए नंबर-4 पर खेलने उतरे। यहां उन्होंने जबरदस्त पारी खेली। लोकेश राहुल के बल्ले से 106 गेंद में नाबाद 111 रन की पारी निकली। इस पारी के दम पर ना केवल टीम इंडिया ने भारी जीत हासिल की, बल्कि राहुल ने नंबर-4 की पहेली को सुलझाने में अपने कदम आगे बढ़ाएं हैं।

आंकड़ों से समझे क्यों राहुल हैं नंबर-4 की बैटिंग पोजिशन का सही समाधान

कर्नाटक के 31 वर्षीय दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने जिस अंदाज में इस पारी को बुना और जिस तरह से उन्होंने स्ट्राइक रोटेशन के साथ ही ढिली गेंदों को बाउन्ड्री तक पहुंचाया उसे देखते हुए तो उन्होंने अपने आपको इस नंबर के लिए कप्तान और टीम मैनेजमेंट के सामने साबित किया है। उन्होंने इस एक पारी के बूते ही ये दिखाया है कि वो नंबर-4 की समस्या जो काफी लंबे समय से टीम मैनेजमेंट की माथापच्ची बनी हुई है उसे दूर करने के लिए एक परफेक्ट चॉइस हो सकते हैं।

केएल राहुल को वनडे फॉर्मेट में चौथे नंबर के क्रम पर सही विकल्प माने या नहीं माने इसे लेकर हम आपके सामने उनके आंकड़ें पेश करते हैं, जिससे आप भी इस स्टाइलिश बल्लेबाज को नंबर-4 के लिए बिल्कुल परफेक्ट ऑप्शन मानने लगेंगे।

केएल राहुल का नंबर-4 पर है सबसे अच्छा रिकॉर्ड

भारतीय क्रिकेट टीम के इस विकेटकीपर बल्लेबाज को हमने अब तक वनडे क्रिकेट में ओपनिंग में सबसे ज्यादा देखा है, लेकिन इसके साथ ही वो नंबर-3, नंबर-4, नंबर-5 और कुछ मैच नंबर-6 पर भी खेले हैं। बैटिंग पोजिशन में उन्होंने बतौर सलामी बल्लेबाज सबसे ज्यादा 23 मैच खेले हैं, जहां उनके बल्ले से 43.53 की औसत से 915 रन निकले हैं, जिसमें उन्होंने 3 शतकों के साथ ही 6 अर्धशतक लगाए।

भारत का ये स्टार बल्लेबाज नंबर-3 पर कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाया है, तो वहीं नंबर-6 पर केवल 1 बार ही खेलने का मौका पाया है। उन्हें ओपनिंग के बाद सबसे ज्यादा 5वें नंबर पर अवसर मिला है। यहां पर उन्होंने काफी बेहतरीन प्रदर्शन किया है, जहां इस बल्लेबाज ने 19 पारियों में 52.07 की औसत और 1 शतक व 7 अर्धशतकों की मदद से 781 रन बनाए हैं। इसमें कोई दो राय नहीं है कि लोकेश राहुल के लिए नंबर-5 की पोजिशन भी शानदार रही है।

राहुल हैं टीम इंडिया के लिए नंबर-4 की परफेक्ट चॉइस

लेकिन नंबर-4 की पोजिशन पर उनका रिकॉर्ड काफी जबरदस्त दिख रहा है। भारत के लिए उन्होंने अब तक अपने करियर में 8 बार इस चौथे क्रम पर खेलने का मौका पाया। इस दौरान उन्होंने 2 शतकों की मदद से 58.67 की बेहतरीन औसत और करीब 88 की स्ट्राइक रेट से 352 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका स्कोरिंग रेट काफी शानदार रहा है। राहुल के चौथे नंबर पर अब तक छोटे से सफर में जैसा प्रदर्शन देखने को मिला है, उसे देखते हुए तो उन्हें टीम इंडिया के लिए नंबर-4 का सही पसंद माना जाए तो बिल्कुल भी गलत नहीं होगा। हाल के महीनों में बाकी बल्लेबाजों के मुकाबले राहुल का रिकॉर्ड कहीं ज्यादा बेहतर भी है, तो साथ ही उनमें इस नंबर की जिम्मेदारी को निभाने की क्षमता भी दिखायी पड़ती है।

उनके पूरे वनडे करियर पर नजर डाले तो वो अब तक भारत के लिए 54 मैच खेले हैं, जिसमें 9 बार नाबाद रहते हुए 47.47 की बहुत ही बढ़िया औसत के साथ 2136 रन बनाए। उन्होंने इस दौरान 7 अर्धशतकों के साथ ही 6 शतक लगाए हैं। राहुल का श्रेष्ठ स्कोर 112 रन का रहा है।