टीम इंडिया आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप में दम भरने को तैयार है, इन दिनों भारतीय क्रिकेट टीम वर्ल्ड कप की अपनी तैयारियों को पुख्ता करने के लिए एशिया कप में अपना जौहर दिखा रही है। एशियाई क्रिकेट टीमों की इस जंग में रोहित शर्मा एंड कंपनी की नजरें खिताब पर हैं, जिसके बाद वो अपनी ही सरजमीं पर होने वाले वर्ल्ड कप महाकुंभ में 12 साल के बाद इतिहास दोहराने को देख रहे हैं।
फिर से हुई टीम की कमजोरी उजागर
भारतीय क्रिकेट टीम जिस तरह से पिछले कुछ सालों से खेल रही है, उसे देखते हुए उन्हें यहां पर सबसे प्रबल दावेदार के रूप में माना जा रहा है। मैन इन ब्ल्यू मौजूदा वक्त में क्रिकेट जगत का पावर हाउस बना हुआ है, जिन्होंने हाल के सालों में एक से एक बड़ी कामयाबी के झंड़े गाड़े हैं, लेकिन यहां वनडे के सबसे बड़े इवेंट से पहले एक बड़ी कमी फिर से उजागर होकर सामने खड़ी है।
एशिया कप में लेफ्ट आर्म पेसर ने डराया
एशिया कप के 16वें संस्करण में टीम ने सुपर-4 में प्रवेश तो कर लिया है, लेकिन यहां पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए रद्द मैच में टीम इंडिया के बल्लेबाजों को लेफ्ट आर्म पेसर्स के खिलाफ एक बार फिर से संघर्ष करते देखा गया। इस मैच में पाकिस्तान ने भारतीय टॉप ऑर्डर को धराशायी कर दिया, जिसमें विराट कोहली, रोहित शर्मा जैसे दो दिग्गज बल्लेबाजों के साथ ही हार्दिक पंड्या और रवीन्द्र जडेजा को लेफ्त आर्म पेसर शाहीन शाह अफरीदी ने अपने जाल में फंसा दिया।
सालों से टीम इंडिया के बल्लेबाजों के मन में बैठा है लेफ्ट आर्म पेसर का डर
शाहीन के खिलाफ जिस कदर इस मैच में टीम इंडिया के बल्लेबाजों में खौफ देखा गया और जिस तरह से लेफ्ट हैंड गेंदबाज के खिलाफ उनकी ये कमी फिर से उजागर हुई है, उसके बाद तो वर्ल्ड कप से पहले भारतीय टीम मैनेजमेंट के सामने एक बड़ा चिंतनीय विषय खड़ा हो गया है। ये कमी आज की नई नहीं है, बल्कि सालों तो भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाजों को बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों के खिलाफ संघर्ष करते हुए देखा गया है।
भारत को हर बड़े टूर्नामेंट में लेफ्ट हैंड पेसर्स ने दिया है झटका
साल 2017 के चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मैच हो या 2019 वनडे वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल मैच या फिर 2021 में खेले गए आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की खिताबी जंग हो। इन बड़े मौकों पर भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाजों को लेफ्ट आर्म पेस गेंदबाजों ने अपने चंगुल में फंसाया है और इस कमी को पूरी तरह से लाइमलाइट में रखा है। इतना ही नहीं इसी साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया के भारत के दौरे पर भी बाएं हाथ के गेंदबाजों का खौफ साफ नजर आया था।
विराट और रोहित दोनों पिछले दो साल में 10 बार बन चुके हैं बाएं हाथ के गेंदबाज का शिकार
हम यहां पर टीम इंडिया के दो सबसे बड़े बल्लेबाज रोहित शर्मा और विराट कोहली की ही बात कर ले तो साल 2021 से लेकर अब तक इन्हें लेफ्ट हैंड से गेंद करने वाले तेज गेंदबाजों ने खासा परेशान किया है। 2021 से लेकर एशिया कप के इस मैच तक जहां कप्तान रोहित शर्मा ने लेफ्ट आर्म पेसर के खिलाफ 147 गेंद खेली हैं, जिसमें उन्होंने 138 रन बनाएं, तो वहीं वो 6 बार आउट हुए हैं। वहीं विराट कोहली का हाल भी वैसा ही रहा है। जहां किंग कोहली ने भले ही रनों का अंबार लगाया है, लेकिन बाएं हाथ के गेंदबाज के खिलाफ 2021 से लेकर अब तक 98 गेंद में 87 रन ही बनाए हैं, तो 4 बार अपना विकेट लेफ्ट आर्मर को दे बैठे हैं।
वर्ल्ड कप 2023 में पड़ेगा कईं लेफ्ट आर्म फास्टर का पाला, कैसे करेंगे सामना?
ये तो भारत के इन दो बड़े बल्लेबाजों का रिकॉर्ड है, इसके अलावा भारत के कईं बल्लेबाज हैं, जिन्हें खब्बू गेंदबाजों के खिलाफ हमेशा ही परेशान होते ही देखा गया है। आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का सामना लगभग सभी टीमों में लेफ्ट आर्म गेंदबाजों से होने वाला है। जिसमें प्रमुख रूप से ऑस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क, न्यूजीलैंड के ट्रेंट बोल्ट, पाकिस्तान के शाहीन शाह अफरीदी, बांग्लादेश के मुस्तफीजुर रहमान, श्रीलंका के दिलशान मधुशंका, इंग्लैंड के रीस टॉपली जैसे लेफ्ट आर्मर बॉलर्स हैं।
लेफ्ट आर्म पेसर की कमी को करना होगा खत्म, तभी बनेगी बात
भारत इस बार अकेले ही पहली बार वर्ल्ड कप का आयोजन करवा रहा है। जिसका आगाज 5 अक्टूबर से होगा। इसमें टीम इंडिया को क्रिकेट पंडितों से लेकर क्रिकेट एक्सपर्ट्स सबसे प्रबल दावेदार मान रहे हैं। भारत की मजबूती और संतुलन को देखते हुए उन्हें फेवरेट मानने में कोई अतिश्योक्ति नहीं है। लेकिन यहां टीम इंडिया को लेफ्त आर्म पेसर्स से संभलना होगा। एशिया कप में जिस तरह से शाहीन ने टीम की इस कमी को फिर से दुनिया के सामने ला दिया है, उसके बाद सभी टीमें भारत के बल्लेबाजों की इस घाव को और ज्यादा कूरेदना चाहेंगे। ऐसे में वक्त रहते रोहित शर्मा की टीम इंडिया को अपनी इस सबसे बड़ी खामी को खत्म करना होगा, तभी वर्ल्ड कप में बात बनने वाली है।