न्यूजीलैंड में न्यूजीलैंड के विरूद्ध खेलना एक मुश्किल चुनौती है पर विराट कोहली और मिताली राज की टीमों ने वन डे इंटरनेशनल सीरीज की शुरूआत जीत से की। संयोग यहीं खत्म नहीं होता – दोनों जीत में बैट के साथ ओपनर चमके। एक तरफ शिखर धवन ने नेपियर में 75* बनाए और साथ ही साथ वनडे इंटरनेशनल में अपने 5000 रन पूरे किए तो दूसरी तरफ यहीं स्मृति मंधाना ने 105 बनाए और पहले विकेट की बड़ी साझेदारी निभाकर भारत को जीत के बिल्कुल करीब पहुंचा दिया।
नेपियर का यह शतक स्मृति को कई नए रिकॉर्ड के क्लब में ले गया। न सिर्फ चौथा वन डे इंटरनेशनल शतक बनाया – वे भारत की पहली और विश्व की ऐसी सिर्फ दूसरी क्रिकेटर हैं जिसने दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और आॅस्ट्रेलिया में शतक बनाया। चूंकि स्मृति के नाम तो हैं ही 4 शतक – ये चारों भारत के बाहर मुश्किल चुनौती में बने हैं। स्मृति से पहले ये रिकॉर्ड सिर्फ इंग्लैंड की क्लेर टेलर के नाम था।
स्मृति 105 रन बनाते हुए वन डे इंटरनेशनल क्रिकेट में कई बल्लेबाजों को पार कर गई – क्रमशः क्रिस बिट्स (1622), नैन आबिदी (1625), मेरिजेन कैप (1626), जैनी गन (1629), रशेल प्रीस्ट (1673) और पूनम राॅत (1697) को पीछे छोड़ते हुए अब 1707 रन पर हैं।
अपने इस बेहतरीन शतक से स्मृति ने आईसीसी के 2018 साल के आखिरी दिन के फैसले को बिल्कुल सही साबित कर दिया – आईसीसी ने उन्हें न सिर्फ वूमंस क्रिकेटर ऑफ द ईयर, ओडीआई प्लेयर ऑफ द ईयर भी चुना था। वे आईसीसी की ओडीआई और ट्वंटी 20 टीम ऑफ द ईयर में भी थीं।
इस पूरे रिकॉर्ड को देखकर यह नतीजा निकालना गलत नहीं होगा कि स्मृति मंधाना न सिर्फ आज की, सर्वकालीन सबसे बेहतर ओपनर में से एक हैं। संयोग से इनमें से एक तो इस समय न्यूजीलैंड के लिए खेल रही हैं। सूजी बेट्स और सोफी डेवाइन ने नेपियर में न्यूजीलैंड को 61 रन की शुरूआत दी। सूजी के नाम इस समय 116 वन डे इंटरनेशनल में 4281 रन हैं और वन डे इंटरनेशनल में सिर्फ स्टेफनी टेलर (4282), केरन रोल्टन (4814), बेलिंडा क्लार्क (4844), चेरलट एडवर्डस (5992) और मिताली राज (6550) उनसे ऊपर हैं। अगर रिकॉर्ड को और बारिकी से देखें तो इन 4281 में से सूजी ने सिर्फ 695 रन और 1 शतक ओपनर के तौर पर नहीं बनाए। इस तरह रिकॉर्ड उन्हें गजब की ओपनर साबित करता है। सोफी इसकी तुलना में काम चलाऊ ओपनर हैं और उन अनोखी क्रिकेटर में से एक जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 1 से 11 तक हर नंबर पर बल्लेबाजी की।
ऑस्ट्रेलिया की बेलिंडा क्लार्क गजब की ओपनर थीं – वन डे इंटरनेशनल क्रिकेट में दोहरा शतक बनाने वाली पहली महिला/पुरूष क्रिकेटर थीं। आईसीसी हाल ऑफ फेम में आई पर – फर्क ये रहा कि उनके समय में टेस्ट क्रिकेट भी थी। तब भी वन डे में 118 मैच में 5 शतक के साथ 4844 रन बनाए और इनमें सिर्फ 16 रन 1 मैच में ओपनर के तौर पर नहीं बनाए।
इंग्लैंड की चेरलट एडवर्डस भी टॉप ओपनर बल्लेबाज थीं – 191 वनडे इंटरनेशनल में 5992 रन बनाए 9 शतक के साथ। इनमें से सभी 9 शतक और 4048 रन ओपनर के तौर पर। आज की क्रिकेटरों में स्टेफनी टेलर भी कामयाब ओपनर में से एक हैं – ओपनर के तौर पर 56 मैच में 4 शतक के साथ 2303 रन बना चुकी हैं। इंग्लैंड की टेरी ब्यूमोंट भी एक सनसनीखेज नाम हैं और स्मृति की तरह वे भी विशेषज्ञ ओपनर हैं। इस भूमिका में 40 मैच में 5 शतक के साथ 1718 रन बनाए हैं।
स्मृति मंधाना इन्हीं टॉप क्रिकेटरों में से एक हैं।