राहुल द्रविड़ भले ही इस बार आईपीएल के किसी डगआउट में नजर नहीं आ रहे हों, लेकिन उनके शागिर्द आईपीएल 11 में झंडा गाड़ रहे हैं।

अंडर-19 विश्व विजेता भारतीय टीम के खिलाड़ी पृथ्वी शॉ, शुभमन गिल, शुभम मावी अपने प्रदर्शन से क्रिकेट के विशेषज्ञों को अपना कायल बना दिया है। हर्षा भोगले शुभमन को भविष्य का स्टार बता रहे हैं, तो ब्रेट ली जैसे स्पीड स्टार मावी को भारतीय क्रिकेट का फ्यूचर मान रहे हैं। महेंद्र सिंह धौनी भी इन युवाओं से काफी खुश हैं। यही कारण है कि विपक्षी टीम में होने के बाद भी धौनी युवाओं को टिप्स देते हैं। इस प्रदर्शन के लिए जितनी मेहनत उभरते सितारे कर रहे हैं, कमोबेश उतना ही योगदान मैदान के पीछे राहुल द्रविड़ का भी है। इन्हें तराशने वाले गुरु राहुल द्रविड़ ही हैं। अंडर 19 वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम के कोच राहल द्रविड़ के पांच खिलाड़ी इस आईपीएल में खेल रहे हैं। इनमें पृथ्वी शॉ, शुभमन गिल, शुभम मावी, कमलेश नागरकोटी और मनजोत कालरा शामिल हैं। निश्चय ही भारतीय क्रिकेट की अगली पीढ़ी मजबूत है।

द्रविड़ ने बेंच स्ट्रेंथ को किया मजबूत

किसी भी देश के टीम की मजबूती और भविष्य उसकी बेंच स्ट्रेंथ होती है। भारत की बेंच स्ट्रेंथ को राहुल द्रविड़ जैसा परफेक्शनिस्ट का साथ मिला तो इनका हुनर बोल रहा है।

द्रविड़ की ट्रेनिंग का असर है, जिसकी बदौलत दिल्ली डेयरडेविल्स के बल्लेबाज पृथ्वी शॉ काफी चर्चा में हैं। इस सीजन में अब तक पांच पारियों में पृथ्वी शॉ ने 205 रन बनाए हैं। 65 रन उनका श्रेष्ठ स्कोर रहा है। टीम के लिए दमदार प्रदर्शन कर रहे ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर भी गुरु द्रविड़ की ही देन हैं। विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत 10 मैच में 393 रन बना चुके हैं। वे धौनी के उत्तराधिकारी माने जा रहे हैं। वहीं श्रेयस अय्यर 10 मैच में 351 रन बना चुके हैं।

2016 वर्ल्ड कप के समय राहुल द्रविड़ ही इनके कोच थे। दोनों खिलाड़ी भी आईपीएल में छाए हैं। चेन्नई सुपकिंग्स जैसी मजबूत टीम के आगे कोलकाता टीम के लिए शुभमन गिल दीवार की तरह खड़े रहे। नाबाद 57 रन की पारी में शुभमन ने ड्वेन ब्रावो, रवींद्र जडेजा, डेविड बिली जैसे गेंदबाजों को मैदान के हर कोने में शॉट मारे।

द्रविड़ की सख्त कोचिंग और सरल स्वभाव

राहुल द्रविड़ भरोसेमंद होने के बावजूद बतौर कोच लगातार चुनौतियों का सामना करते रहे। बदलती परस्थितियों के अनुरूप खुद को ढालते रहे। 2015 में बीसीसीआई ने द्रविड़ को अंडर 19 टीम को तराशने का जिम्मा सौंपा। द्रविड़ की कोचिंग स्टाइल युवाओं को दिमागी रूप से मजबूत बनाने में काफी सफल रही है। मैदान में सख्त कोच के रूप में हर गितिविधि पर पैनी नजर रखते हैं। वहीं मैदान के बाहर सरल स्वभाव युवा ब्रिगेड को ज्यादा प्रभावित करता है।

द्रविड़ के शागिर्द सिर्फ बल्लेबाजी ही नहीं गेंदबाजी में भी कमाल कर रहे हैं। कोलकाता नाइटराइर्ड्स के लिए शिवम मावी ने सात मैच खेले हैं और किफायती गेंदबाजी करते हुए तीन विकेट झटके हैं। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज ब्रेट ली ने हाल ही में कहा था कि मावी भारतीय टीम के भविष्य के खिलाड़ी हैं। उनके पास काफी वेराईटी है और उनका एक्शन भी काफी शानदार है। 2018 वर्ल्ड कप के स्टार गेंदबाज कमलेश नागरकोटी थोड़ा अनलकी रहे। कोलकाता नाइटराइर्ड्स ने तीन करोड़ में उन्हें खरीदा था, लेकिन चोट की वजह से वे आईपीएल से बाहर हैं। मनजोत कालरा को अभी तक अवसर नहीं मिला है।

युवाओं पर द्रविड़ का भरोसा

द्रविड़ काफी पारखी हैं। 2016 वर्ल्ड कप के दौरान उन्होंने कई युवाओं पर भोरासा जताते हुए उन्हें टीम में शामिल किया। ईशान किशन उनमे से एक हैं। ईशान कहते हैं कि राहुल सर, ने मेरा खेल बदलकर रख दिया। मेरे स्टांस से लेकर बॉडी पोजिशन पर उन्होंने काम किया। विकेटकीपिंग में भी काफी हेल्प की। 2016 वर्ल्ड कप में मेरा प्रदर्शन ज्यादा अच्छा नहीं हो रहा था, तब राहुल सर ने अलग से समय दिया। वे मेंटल रूप से भी मजबूत बना देते हैं। 2018 वर्ल्ड कप में जिस अनुकूल राय ने टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट चटकाए, उसका टूर्नामेंट में खेलना तक तय नहीं था, लेकिन द्रविड़ ने उन पर भरोसा कायम रखा। राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ी और मेंटॉर के तौर पर उन्होंने करुण नायर, संजू सैमसन और धवल कुलकर्णी जैसे युवाओं को निखारा।

द्रविड़ के धुरंधरों का आईपीएल में अबतक का प्रदर्शन

पृथ्वी शॉ – 1.2 करोड़ (दिल्ली डेयरडेविल्स)

5 मैच 205 रन 65श्रेष्ठ

ईशान किशन – 6 करोड़ (मुंबई इंडियंस)

10 मैच 176 रन 58 श्रेष्ठ

शुभमन गिल – 1.8 करोड़ (कोलकाता नाइटराइर्ड्स)

8 मैच 129 रन 57* श्रेष्ठ

रिषभ पंत – 15 करोड़ (दिल्ली डेयरडेविल्स)

10 मैच 393 रन 85 श्रेष्ठ

श्रेयस अय्यर – 7 करोड़ (दिल्ली डेयरडेविल्स)

10 मैच 351 रन 93* श्रेष्ठ

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