क्रिकेट के गलियारों में इन दिनों भारतीय टीम के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत की चर्चा जोरों पर है। सौरव गांगुली, सुनील गावस्कर, आशीष नेहरा समेत कई पूर्व खिलाड़ी यह मांग कर चुके हैं कि इस युवा भारतीय बल्लेबाज को विश्व कप की टीम में चुना जाना चाहिए। ऋषभ पंत को विश्व कप में चुने जाने की मांग लगातार इसलिए भी उठ रही है क्योंकि उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में शानदार बल्लेबाजी करने के बाद भी वनडे टीम में जगह नहीं दी गई थी। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड दोनों ही जगहों पर पंत भारतीय टी-20 टीम का हिस्सा जरूर रहे, लेकिन वह वनडे टीम का हिस्सा नहीं थे।
इस बात में कोई दो राय नहीं कि अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए मशहूर ऋषभ पंत भारतीय वनडे टीम में जगह पाने के हकदार हैं, पूर्व खिलाड़ियों की मांग भी काफी हद तक जायद है,लेकिन ऐसी भी चर्चाएं काफी उठ रही हैं कि भारतीय टीम को विश्व कप से पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली वनडे सीरीज में ऋषभ पंत से ओपनिंग करानी चाहिए। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज शेन वॉर्न ने पंत को एक बेहतरीन बल्लेबाज करार देते हुए उनसे पारी की शुरूआत कराए जाने की बात कही है। इतना ही नहीं वॉर्न की हां में हां मिलाते हुए सुनील गावस्कर ने भी उनके बयान का समर्थन किया है।
अपनी-अपनी राय देने का हक सभी को है, लेकिन सवाल यह है कि क्या ऋषभ पंत से वाकई में ओपनिंग कराना सही होगा। यह सवाल उठना इसलिए भी लाजमी है क्योंकि पंत को अभी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का ज्यादा अनुभव नहीं है। उनके वनडे करियर पर अगर नजर डाली जाए तो उन्होंने अभी तक सिर्फ तीन मुकाबलों में ही भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया है, जहां उन्हें सिर्फ दो बार ही बल्लेबाज करने का मौका मिला और दोनों ही बार वह अपनी बल्लेबाजी की छाप छोड़ने में नाकाम रहे।
पंत से ओपनिंग कराए जाने के बारे में सोचना इसलिए भी व्यर्थ है क्योंकि भारतीय टीम के पास केएल राहुल के तौर पर पहले से ही सलामी बल्लेबाज के तौर पर दूसरा विकल्प मौजूद है। राहुल भले ही पिछले कुछ वक्त से खराब फॉर्म से जूझ रहे हों, लेकिन उनके पास ओपनिंग करने का अच्छा खासा अनुभव है। इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज में उन्होंने शतकीय पारी भी खेली थी। बेशक वो अपनी पारी की शुरूआत आक्रामक अंदाज में शानदार तरीके से करते हैं, लेकिन कई बार गलत शॉ़ट खेलते हुए उन्होंने विपक्षी टीम को अपना विकेट तोहफे में दे दिया है। अगर पंत पारी की शुरूआत करने के दौरान भी ऐसा ही कुछ करते हैं तो ये ना सिर्फ उनके करियर के लिए बल्कि टीम इंडिया के लिए भी नुकसानदेह हो सकता है। लिहाजा पंत से ओपनिंग कराए जाने के बजाए उनसे मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी कराना ही बेहतर होगा।
टीम इंडिया पिछले काफी समय से नंबर चार पर बल्लेबाजी की समस्या से जूझ रही थी। हालांकि अब इस कमी को अंबाती रायुडू ने कुछ हद तक पूरा कर दिया है, लेकिन अभी भी टीम इंडिया में मिडिल ऑर्डर में ऐसा कोई भी बल्लेबाज नहीं है जो ऋषभ पंत की तरह आक्रामक बल्लेबाजी कर सकता हो। पंत के मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करने से टीम इंडिया को पावर प्ले में बड़ा फायदा होगा। भारतीय टीम में निचले क्रम में सुरेश रैना के बाद ऐसा कोई भी बल्लेबाज नहीं आया है जो आक्रामकता के साथ-साथ बाएं हाथ से बल्लेबाजी करता हो। पंत इस जगह पर भी बिल्कुल फिट बैठते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में हर खिलाड़ी अनुभव होने के साथ-साथ काफी कुछ सीखता है। वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज के आखिरी मुकाबले में अर्धशतकीय पारी खेलने वाले पंत के लिए विराट कोहली ने कुछ ऐसी ही बात बोली थी। लिहाजा टीम मैनेजमेंट को चाहिए कि वो पंत से पारी की शुरूआत कराए जाने की बात ना सोच कर उन्हें मिडिल ऑर्डर में ही ज्यादा से ज्यादा मौके दें। मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करके पंत ना सिर्फ अपना स्वाभाविक खेल खेलने के लिए स्वतंत्र रहेंगे, बल्कि अपनी बल्लेबाजी की खामियों को भी दूर कर सकेंगे।