महेंद्र सिंह धोनी और उनके संन्यास की खबरें रोजाना मीडिया की सुर्खियां बटोर रही हैं। धोनी को संन्यास ले लेना चाहिए? उन्होंने अब तक क्यों संन्यास नहीं लिया? ऐसे ही कई सवाल आए दिन खड़े हो रहे हैं। मगर टीम इंडिया के पूर्व कप्तान इन सभी से दूर अपने खाली समय का आनंद उठा रहे हैं। धोनी ने वेस्टइंडीज दौरे पर सीमित ओवर और फिर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल सीरीज में हिस्सा नहीं लिया। इसके बाद खबर आई कि वह नवंबर तक खेल के मैदान से दूर रहेंगे। हाल ही में एक और खबर आई कि धोनी को विश्व कप 2019 के दौरान अंगूठे में चोट लगी थी और वह उस दर्द से अब तक उबर नहीं पाए हैं, जिसकी वजह से माही क्रिकेट एक्शन से दूर हैं।
वैसे, एक खबर जिसने सबसे ज्यादा लोगों का ध्यान खींचा वह थी कि महेंद्र सिंह धोनी अपने उत्तराधिकारी ऋषभ पंत के कारण टीम से बाहर हैं। भारतीय चयनकर्ता विश्व कप के बाद ही कह चुके हैं कि अब युवा ऋषभ पंत विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में पहली पसंद हैं। हालांकि, धोनी ने यह जानने के बावजूद संन्यास का ऐलान नहीं किया, जिसकी वजह से चारों ओर बस उनके संन्यास को लेकर चर्चा का दौर बना हुआ है।
चलिए आपको बताते हैं कि आखिर वो कौन से 5 कारण हैं, जिसकी वजह से धोनी संन्यास की घोषणा नहीं कर रहे हैं और इसलिए वह महान खिलाड़ी अपने आप को साबित कर रहे हैं:
1) टीम इंडिया के लिए सोचते हैं – भारतीय कप्तान विराट कोहली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज से पहले कहा था कि धोनी भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत सोचते हैं। वह अपनी जगह को खाली छोड़ रहे हैं ताकि युवाओं को मौका मिल सके। अगर युवा खिलाड़ी अपनी प्रतिभा साबित करने में नाकाम रहे तो एमएस धोनी टीम इंडिया में वापसी करके टी20 विश्व कप खिताब दिलाऐंगे।
2) युवाओं के लिए छोड़ी अपनी जगह – महेंद्र सिंह धोनी भारतीय क्रिकेट की प्रगति चाहते हैं। उन्हें अंदाजा है कि उनकी उम्र हो चली है, इसलिए वह युवाओं को मौका देने के लिए राष्ट्रीय टीम की तरफ से कम मैच खेल रहे हैं। धोनी टीम इंडिया की जरूरत के मुताबिक ही इंटरनेशनल क्रिकेट खेलना चाहते हैं। अगर टीम को बेहतर युवा विकेटकीपर बल्लेबाज मिल जाता है, तो वह फिर वापसी नहीं करेंगे। युवाओं के लिए धोनी बहुत बड़ा बलिदान दे रहे हैं।
3) 2020 टी20 विश्व कप पर नजर – महेंद्र सिंह धोनी काफी फिट हैं और उनके कई नजदीकियों का मानना है कि 2020 टी20 विश्व कप तक पूर्व कप्तान को खेलना चाहिए। शायद धोनी भी अगले साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप में खेलना चाहते हैं। तभी तो वह सोच समझकर हर एक कदम उठा रहे हैं कि कब खेलना है और कब नहीं।
4) टीम के मेंटर – महेंद्र सिंह धोनी का कद भारतीय टीम में बहुत ऊंचा है। कप्तान विराट कोहली समेत दिग्गज खिलाड़ी भी कह चुके हैं कि धोनी के मार्गदर्शन में खिलाड़ी से चैंपियन तराशा जाता है। धोनी टीम के मेंटर हैं, जिसकी बात हर कोई जानता है। हाल ही में शिखर धवन ने भी कहा था कि धोनी भाई की टीम में सभी काफी इज्जत करते हैं क्योंकि उन्हें हर खिलाड़ी की ताकत और कमजोरी पता है। धोनी को पता है कि एक खिलाड़ी को कैसे चैंपियन बनाना है। अगर धोनी टीम के साथ आगे तक बने रहेंगे तो अन्य खिलाडि़यों के प्रदर्शन में निखार आएगा।
5) धोनी जैसा दिमाग किसी के पास नहीं – टीम इंडिया में आमतौर पर हर किसी से सुनने को मिल जाएगा कि महेंद्र सिंह धोनी जैसा दिमाग किसी के पास नहीं है। उनमें खेल की स्थिति समझने की शानदार काबिलियत है। लोगों का मानना है कि धोनी के दिमाग में कैलकुलेटर है, जिससे वह मैच को बेहद आसान बना देते हैं। टीम इंडिया को सफलता दिलाने में माही के कैलकुलेटिव दिमाग की बहुत बड़ी भूमिका रही है। वह शायद इसलिए संन्यास की घोषणा नहीं कर रहे हैं कि अगर टीम को उनकी जरूरत पड़ी तो वह वापसी करके अपने कैलकुलेटिव दिमाग के सहारे टीम को चैंपियन बनाएंगे।