टीम में महेंद्र सिंह धोनी की मौजूदगी से विरोधी हमेशा ही परेशान रहते हैं। धोनी की मौजूदगी कितनी महत्वपूर्ण है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आईपीएल 12 में बीमार होने के चलते वो दो मुकाबले नहीं खेल पाए जिसके चलते चेन्नई को हार का सामना करना पड़ा।
धोनी की गौरमौजूदगी में टीम की कमान संभालने वाले सुरेश रैना भी यह मानते हैं कि उनकी मौजूदगी टीम में बड़ा अंतर पैदा करती है। रैना ने कहा , ”वह क्रीज पर होते हैं तो विरोधी टीम वैसे ही दबाव में आ जाती है। वह नहीं होते हैं तो फर्क हम सभी ने देखा। उन्होंने संकेत दिये कि धोनी के नहीं रहने पर वह कप्तानी की बागडोर संभाल सकते हैं। रैना ने कहा पिछले कुछ साल में बतौर बल्लेबाज और टीम मेंटर के रूप में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है। उनके संन्यास लेने पर शायद मैं कप्तानी कर सकता हूं लेकिन जब तक वह चाहें चेन्नई के लिये खेलते रहेंगे।”
दिल्ली के खिलाफ बुधवार रात हुए मैच में धोनी ने 22 गेंद में नाबाद 44 रन बनाये जिसकी मदद से चेन्नई ने 80 रन से जीत दर्ज की। यह पूछने पर कि धोनी की गैर मौजूदगी में कप्तानी करना कितना मुश्किल था, रैना ने कहा, ” धोनी को बतौर कप्तान खोना कोई मसला नहीं है लेकिन बतौर बल्लेबाज उनके नहीं होने से मुश्किल होती है । हैदराबाद और मुंबई के खिलाफ यही हुआ।”