टीम इंडिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच 2 अक्टूबर से विशाखापट्टनम में तीन मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट खेला जाएगा। इससे पहले दोनों देशों के बीच तीन मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज खेली गई, जो 1-1 से बराबर रही। सीरीज का पहला मुकाबला बारिश की भेंट चढ़ गया था। टीम इंडिया ने इससे पहले वेस्टइंडीज दौरे पर टेस्ट में गजब का प्रदर्शन किया था। उसने कैरेबियाई टीम का उसी की सरजमीं पर 2-0 से सूपड़ा साफ किया था। विराट कोहली के नेतृत्व वाली टीम इंडिया आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में 120 अंकों के साथ शीर्ष पर काबिज है। वहीं, दक्षिण अफ्रीका आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का आगाज करेगी।
टीम इंडिया मेजबान होने के नाते पहले ही टेस्ट में प्रोटियाज टीम को धूल चटाना चाहेगी। मगर उसके लिए यह चुनौती आसान नहीं होगी क्योंकि कप्तान विराट कोहली और टीम प्रबंधन टीम कॉम्बिनेशन को लेकर दुविधा में हैं। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह चोटिल होकर सीरीज से बाहर हो गए हैं। वहीं, केएल राहुल को भी टीम से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। ऐसे में देखना होगा कि विराट किन 11 खिलाडि़यों के साथ पहले टेस्ट में मैदान संभालेंगे।
चलिए जानते हैं कि पहले टेस्ट में भारत की प्लेइंग इलेवन क्या हो सकती है:
ओपनर्स – मयंक अग्रवाल और रोहित शर्मा
मयंक अग्रवाल ने अपने पहले चार टेस्ट में तीन अर्धशतक जमाए हैं और उनका ओपनिंग करना तय है। मयंक अग्रवाल के साथी केएल राहुल को टीम से बाहर कर दिया गया है, ऐसे में कर्नाटक के बल्लेबाज पर बेहतर प्रदर्शन का दबाव भी रहेगा। अग्रवाल ने अपने टेस्ट करियर की प्रभावी शुरुआत की है। उन्होंने अब तक सात पारियों में तीन अर्धशतकीय पारियां 76, 77 और 55 खेली हैं। अब मयंक से उम्मीद रहेगी कि वह अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में तब्दील करके खुद को साबित करें।
रोहित शर्मा अब टेस्ट में नए अंदाज में नजर आएंगे। वह अग्रवाल के साथ पारी की शुरुआत करते हुए दिख सकते हैं। टीम इंडिया का मिडिल ऑर्डर मजबूत है और हनुमा विहारी ने शानदार प्रदर्शन करके अपनी जगह पक्की कर ली है। रोहित शर्मा ने सीमित ओवर क्रिकेट में काफी बेहतर प्रदर्शन किया है और इसी के कारण उन्हें टेस्ट में भी ओपनिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
मिडिल ऑर्डर – चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे और हनुमा विहारी
टीम इंडिया का मध्यक्रम बहुत मजबूत है, जिसमें फेरबदल की उम्मीद कम है। चेतेश्वर पुजारा, कप्तान विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे और हनुमा विहारी ने तीसरे से छठे स्थान तक जगह पक्की कर रखी है। पुजारा के लिए वेस्टइंडीज दौरा अच्छा नहीं बीता। वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दमदार प्रदर्शन करके अपनी उपयोगिता साबित करना चाहेंगे। कप्तान कोहली अच्छे फॉर्म को प्रोटियाज टीम के खिलाफ भी जारी रखना चाहेंगे। कोहली विंडीज दौरे पर टेस्ट सीरीज में शतक नहीं जमा सके थे। वह इस कसक को यहां खत्म करना चाहेंगे।
वेस्टइंडीज दौरे पर अजिंक्य रहाणे और हनुमा विहारी का प्रदर्शन सबसे बड़ा फायदा दिखा। रहाणे ने टेस्ट क्रिकेट में दो साल के बाद शतक जमाया। विहारी को मैन ऑफ द सीरीज चुना गया। बड़ी बात यह है कि विहारी पारी की शुरुआत भी कर सकते हैं और गेंदबाजी भी कर सकते हैं। ऐसे में वह मौजूदा भारतीय टीम के लिए काफी उपयोगी खिलाड़ी साबित हो सकते हैं।
विकेटकीपर और ऑलराउंडर – ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा
विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत भले ही पिछले कुछ समय से संघर्ष कर रहे हों, लेकिन उन्हें टीम प्रबंधन का समर्थन हासिल है। ऋषभ के लिए यह मैच करो या मरो की स्थिति का होगा। अगर वह प्रदर्शन करने में नाकाम रहे तो फिर ऋद्धिमान साहा को मौका मिल जाएगा। ऋषभ पंत युवा हैं और वह एक मौके के इंतजार में रहेंगे ताकि बेहतर प्रदर्शन करके अपनी जगह पक्की कर सकें।
रवींद्र जडेजा ने समय के साथ साबित किया है कि वह काफी उपयोगी क्रिकेटर हैं। वेस्टइंडीज दौरे पर भी जडेजा ने गेंद व बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया और अब वह प्रोटियाज बल्लेबाजों को अपनी फिरकी पर नचाने की तैयारी में जुटे होंगे।
गेंदबाज – रविचंद्रन अश्विन, इशांत शर्मा और मोहम्मद शमी
टीम इंडिया ने भले ही चोटिल जसप्रीत बुमराह की जगह तेज गेंदबाज उमेश यादव को चुना हो, लेकिन अगर पिच को देखते हुए दो तेज गेंदबाजों की जरूरत हुई तो फिर इशांत शर्मा और मोहम्मद शमी का खेलना तय है। वहीं, अश्विन की प्लेइंग इलेवन में वापसी की पूरी उम्मीद है, जब अश्विन ने भारत की तरफ से विशाखापट्टनम में आखिरी टेस्ट मैच खेला था तो ऑफ स्पिनर अश्विन ने 8 विकेट चटकाए थे। भारतीय टीम ने नवंबर 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ विशाखापट्टनम में आखिरी बार टेस्ट खेला था।