टीम इंडिया के लिए डेब्यू कर चुके हनुमा विहारी का कहना है कि वह आगामी आईपीएल में उस सोच को बदलने की कोशिश करेंगे कि वह टी-20 प्रारूप के लिए इतने अच्छे खिलाड़ी नहीं है। उनका कहना है कि वह ‘कम उम्मीदो’ से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
विहारी की आईपीएल में वापसी हुई है जो 23 मार्च से शुरू हो रहा है। अपने अप्रभावी स्ट्राइक रेट के कारण नीलामी में तीन साल तक नहीं बिकने के बाद अब वह दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेलते नजर आएंगे।
विहारी ने कहा, ”मुझे लगता है कि बीते समय में धीमे स्ट्राइक रेट के कारण लोगों को मुझसे ज्यादा उम्मीदें नहीं होंगी जो मेरे लिए काफी अच्छी चीज हो सकती है। मैं इसे सकारात्मक रूप से लेता हूं क्योंकि अब मेरे पास उन सभी को गलत साबित करने का यह बेहतरीन मौका है।”
विहारी को पता है कि अंतिम एकादश में जगह बनाना काफी मुश्किल होगा लेकिन वह फिनिशर की भूमिका निभाने के लिये तैयार हैं, उसी तरह से जैसे उन्होंने मेलबर्न में विकट परिस्थतियों के बावजूद पारी का आगाज करने पर सहमति जताई थी।
उन्होंने कहा, ”ईमानदारी से कहूं तो मैं तीन साल के अंतराल के बाद आईपीएल में खेलूंगा और मैं मैदान पर जाकर टीम प्रबंधन की इच्छा के अनुसार कहीं भी बल्लेबाजी करने के लिए तैयार हूं, भले ही यह शीर्ष क्रम हो या फिर फिनिशर की भूमिका हो।”