विश्व क्रिकेट में कई ऐसे दिग्गज तेज गेंदबाज हुए हैं, जिन्होंने अपनी तेज रफ़्तार, सटीक लाइन और लेंथ के बलबूते कई विपक्षी बल्लेबाजों की नाक में दम किया है. वर्तमान समय में भी कई ऐसे घातक तेज गेंदबाज मौजूद हैं जो किसी भी बड़े से बड़े बल्लेबाज को अपना शिकार बनाने की काबिलियत रखते हैं. टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी, दक्षिण अफ़्रीकी गेंदबाज डेल स्टेन और कगिसो रबाडा, इंग्लैंड के जेम्स एंडरसन आदि मौजूदा समय के सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक हैं.

तेज़ गेंदबाज़ अपनी गेंद की गति के साथ-साथ उसकी लाइन, लैंथ और गति मिश्रण पर भी ध्यान देते हैं. वो गेंद फेंकते समय अपने रनअप का भी खासा ध्यान रखते हैं. इतना ही नहीं तेज़ गती के गेंदबाज़ स्विंग गेंद का भी सटीक इस्तेमाल कर बल्लेबाजों को अपने जाल में फांसते हैं. वो मैच की परिस्थिति के अनुसार अलग-अलग प्रकार की गेंदबाजी विविधताओं का इस्तेमाल करते हैं.

इसके अलावा वो बाउंसर, यॉर्कर, स्लोवर आदि गेंदबाजी की सहायता से विपक्षी बल्लेबाजों की नाक में दम करते हैं. साथ ही विपक्षी बल्लेबाज का विकेट हासिल करने और रन रोकने के लिए फील्डिंग का सबसे बड़ा महत्त्व होता है. तो आज हम जानेंगे कि पवार प्ले के दौरान तेज गेंदबाजी पर फील्डिंग की सजावट कैसी होनी चाहिए.

विकेटकीपर और गेंदबाज को छोड़कर 9 खिलाड़ियों को फील्डिंग के लिए इधर से उधर किया जाता है. क्योंकि विकेटकीपर और गेंदबाज़ अपनी-अपनी जगह पर ही तैनात रहते हैं. हालांकि गेंदबाज बदलते रहते हैं.

पावरप्ले में तेज गेंदबाजो पर कुछ ऐसी होती है फील्डिंग की सजावट.

फाइन लेग, पहली स्लिप, दूसरी स्लिप, गली, पॉइंट, मिड ऑफ़, मिड ऑन, कवर/शॉर्ट् कवर और मिड विकेट/स्क्वायर लेग.

इस दौरान आपको बल्लेबाज के खिलाफ ऑफ़ स्टंप पर आक्रमण फील्डिंग की सजावट करनी होती है. हालांकि मिड विकेट या स्क्वायर लेग की सहायता से आप बल्लेबाज को सिंगल लेने से रोक सकते हैं. एक तेज गेंदबाज भी फील्डिंग के मद्देनजर गेंदबाजी करता है. साथ ही आपको बल्लेबाजों को ज़्यादा स्ट्राइक रोटेट करने से भी रोकना होगा, तभी बल्लेबाज पर अधिक दबाव बनेगा.

अगर आप फील्डिंग को और आक्रामक बनाना चाहते हैं तो कवर को तीसरी स्लिप के रूप में इस्तेमाल करें. अगर गेंदबाज के पास तेज गति हो तो स्क्वायर लेग को शॉर्ट् लेग की जगह लगाना चाहिए.

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