वेलिंग्टन टी-20 अंतर्राष्ट्रीय में रोहित शर्मा ने 1 रन बनाया – भारत इस खराब शुरूआत से संभल ही नहीं पाया और टी-20 अंतर्राष्ट्रीय में अपनी सबसे खराब हार में से एक को झेला। ऑकलैंड के दूसरे टी-20 अंतर्राष्ट्रीय में रोहित शर्मा ने 29 गेंद में 50 रन बनाकर जो तेज शुरूआत दी उससे तो कोई लक्ष्य ज्यादा मुश्किल नहीं रह गया था। यह है भारत के टी-20 अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शन में रोहित शर्मा के योगदान का महत्व। यह ठीक है कि इस समय भारत के पास विराट कोहली जैसा बल्लेबाज है पर कितना फर्क है विराट कोहली और रोहित शर्मा के प्रोफाइल में – विराट कोहली के रन हर चर्चा में रहते हैं, रोहित शर्मा चुपचाप रन बना रहे हैं। खास तौर पर सफेद गेंद वाली क्रिकेट में रोहित शर्मा के रिकॉर्ड से तो विराट कोहली को भी जलन होगी।

न्यूजीलैंड में टी-20 अंतर्राष्ट्रीय की सीरीज शुरू होने से पहले रोहित शर्मा के लिए जिन बड़े रिकॉर्ड की उम्मीद लगाई गई थी वह हासिल हो गए – मार्टिन गुप्तिल के 2272 रन के रिकॉर्ड को तोड़कर अब टॉप स्कोर और 100 छक्के लगाने वाले बल्लेबाजों के क्लब में भी आ गए। सबसे बड़ी बात जीत के साथ कप्तानी में अपना रिकॉर्ड बेहतर रखने का सिलसिला जारी है। क्या मालूम न्यूजीलैंड में टी-20 अंतर्राष्ट्रीय की सीरीज जीतने का रिकॉर्ड भी उनके नाम आ जाए?

रोहित शर्मा के साथ भारत का टी-20 अंतर्राष्ट्रीय का ग्राफ बदला है और ध्यान दीजिए विराट कोहली के बिना भी वे भारत को किसी भी तरह से कमजोर टीम साबित नहीं होने देते।

रोहित शर्मा ने पहला टी-20 अंतर्राष्ट्रीय 19 सितंबर 2007 को डरबन में खेला। तब से ऑकलैंड तक भारत ने 108 टी-20 अंतर्राष्ट्रीय खेले और इनमें से 69 जीते एवं 37 हारे – 63.89 प्रतिशत मैच जीते। प्रतिशत जीत के मामले में बड़ी टीमों में इससे बेहतर रिकॉर्ड सिर्फ अफगानिस्तान का है – 67.65 प्रतिशत। रोहित शर्मा इनमें से 92 मैच खेले – तब भारत ने 60 मैच जीते एवं 30 हारे – 65.22 प्रतिशत सफलता के साथ भारत इस दौर की टॉप टीम है।

ऑकलैंड टी-20 अंतर्राष्ट्रीय खत्म होने के बाद मैच की भारतीय टीम के बल्लेबाजों के नाम कुल 6087 रन थे – इनमें से 2288 रन यानि कि 37.59 प्रतिशत रन तो अकेले रोहित शर्मा के हैं। नंबर 3 शिखर धवन (1291) और नंबर 2 महेंद्र सिंह धोनी (1546) के रन तो अभी 1600 रन पर भी नहीं पहुंचे। विराट के आखिरी टी-20 अंतर्राष्ट्रीय में भी टॉप पर तो रोहित ही थे – सिडनी टी-20 अंतर्राष्ट्रीय (2018-19) के बाद टीम रिकॉर्ड 7000 रन था और इनमें से रोहित शर्मा के 2237 तथा विराट कोहली के 2167 रन थे।

19 सितंबर 2007 को रोहित शर्मा के टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में आने के बाद से भारत ने उनके साथ खेले 92 मैच की 91 पारी में कुल 13956 रन बनाए और इनमें बल्लेबाजों का योगदान 13226 रन है। इसमें से 17.30 प्रतिशत योगदान अकेले रोहित शर्मा के बैट का है। एक टीम के लिए एक बल्लेबाज के योगदान में ये टॉप प्रदर्शन है।

19 सितंबर 2007 से आकलैंड टी-20 अंतर्राष्ट्रीय तक का रिकॉर्ड देखें तो रन की गिनती में तो रोहित शर्मा टॉप पर हैं ही, कम से कम 1000 रन बनाने वालों में स्कोरिंग रेट में भी रोहित शर्मा किसी से कम नहीं है। इस दौर में रोहित शर्मा (138.42) से बेहतर स्ट्राइक रेट सिर्फ कुसल परेरा (138.54), डेविड मिलर (139.75), डेविड वॉर्नर (140.11), मौहम्मद नबी (141.03), केविन पीटरसन (141.52), क्रिस गेल (143.10), शेन वॉटसन (145.33), शाहिद अफरीदी (150.00), थिसारा परेरा (154.91), एरोन फिंच (156.30), ग्लेन मैक्सवैल (156.58) और कॉलिन मुनरो (161.13) का रहा पर इनमें से किसी ने 1800 से ज्यादा रन और 3 से ज्यादा शतक नहीं बनाए तथा 1300 से ज्यादा गेंद नहीं खेली।

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