जब आईपीएल चलता है तो ऐसा लगता है सब कुछ ठहर गया. लोकसभ के चुनाव बहुत बड़ा आयोजन है आईपीएल के मुकाबलों पर आईपीएल ने तो चुनाव प्रचार में लगी टीमों पर भी असर डाल रखा है- बैठते चुनावी मिटिंग में है पर बात करते हैं आईपीएल की, जिन शहरों में आईपीएल मैच खेले जा रहे हैं उनमें से मोहाली और जयपुर जैसे शहरों में मैच का दिन एक मेले में बदल जाता है। माहौल देखना है तो इस स्टेडियम के करीब जाइए जहां आईपीएल का मैच खेला जा रहा है और तब अंदाजा होगा जोश का- बच्चों से लेकर बूढों तक और जो रसोई से बाहर नहीं झांकती थी वे भी विराट कोहली की इस बार की नाकामयाबी पर अनुष्का शर्मा के असर की बात करती दिखाई दे जाएंगी।
यूरोप में फुटबॉल लीग के बड़े-बड़े मैचों से उन शहरों के लोगों को जोड़ने के लिए, जहां मैच नहीं हो रहे, फैन पार्क शुरू किए गए। आईपीएल ने ये सिलसिला 2015 में शुरू किया और जो रिपोर्ट है उनके हिसाब से इन फैन पार्क ने तो क्रिकेट को एक मेले में बदल दिया है। पार्क में आओ और बड़ी स्क्रीन पर मैच का लाइव ब्रॉडकास्ट देखो- रंग बिरंगी ड्रेस और कैप में मैच देखने आए लोग जब हर बाउंड्री पर उछलते हैं, अपनी-अपनी टीम के समर्थन में नारे लगाते हैं, खिलाड़ियों से जुड़ी ‘अंदरुदनी’ बाते ऐसे करते हैं मानों खुद खिलाड़ी उन्हें बता गया है तो बस आस-पास लगे स्टॉल की तो वाह वाह!
इस बार 21 राज्य के 36 शहरों में आईपीएल फैन पार्क लगे हैं और इस लिस्ट में नया जुड़ा नाम सिक्किम का है। जो शुरुआत 2015 में एक प्रयोग के तौर पर हुई वह कहां पहुंच गई! इस बार 23 और 24 मार्च के मैच मुजफ्फरपुर, लखनऊ, तिरुनेलवेली और शोलापुर तथा 30 और 31 मार्च के मैच सिलीगुड़ी, मथुरा, बेलगाम और मदुरे में दिखाए गए।
आगे 6 और 7 अप्रैल के मैच जमशेदपुर, ग्वालियर, नासिक और पालकाड, 13 और 14 अप्रैल के मैच धनबाद, गुरुग्राम और शिमोगा, 20 और 21 अप्रैल के मैच जोर हाट, देहरादून, मंगलौर और वारंगल, 27 और 28 अप्रैल के मैच तेजपुर, ऊना, रत्नागिरी और गुंतूर तथा 4 और 5 मई के मैच गंटोक भटिंडा, सूरत और तिरुपति में लगे फैन पार्क में दिखाए जाएंगे। क्वालिफायर 1 गाजीपुर, आनंद और निची क्वालिफायर 2 भुवनेश्वर और कोयंबटूर तथा फाइनल रंग भरेगा भिलाई, बीकानेर और नादियाड़ के फैन पार्क में।
जिन शहरों में आईपीएल मैच नहीं पहुंचे और अभी फैन पार्क भी नहीं लगे तो इसका मतलब ये नहीं कि उन शहरों के क्रिकेट प्रेमी आईपीएल के रोमांच का मजा नहीं ले रहे। आईपीएल के ऑफीसियल ब्रॉडकास्ट स्टार ने टेलीविजन पर क्रिकेट को इंग्लिश और हिन्दी के दायरे से भी निकाल दिया है। इस समय 6 भाषाओं में अलग-अलग चैनल पर आईपीएल की क्रिकेट कमेंट्री सुनी जा सकती है- पिक्चर सब में एक सी है। अगर हिन्दी में क्रिकेट की लोकप्रियता को देश में बढ़ाया तो आईपीएल मैचों की इंग्लिश और हिन्दी के साथ-साथ कन्नड़, तमिल, तेलगू और बंगाली कमेंट्री ने आईपीएल को घर-घर में पहुंचा दिया। इसी से इस बार टेलीविजन पर आईपीएल को देखने वालों की गिनती एक दम बढ़ रही है और नए-नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। मजे की बात ये है कि इन भाषाओं में कमेंट्री करने वाले पुराने क्रिकेटर भी ढूंढ लिए ब्रॉडकास्ट ने उदाहरण के लिए श्रीकांत तमिल के कमेंटेटर है तो तामिलनाडु के किस घर में टेलीविजन पर क्रिकेट कमेंट्री नहीं होगी?
टेलीविजन ब्रॉडकास्ट का इस बार की आईपीएल से 2100 करोड़ रुपए के विज्ञापन समय को बचाने का लक्ष्य है और आईपीएल का ब्रॉडकास्ट जो लोकप्रियता हासिल कर रहा है इसे देखते हुए ये कोई बहुत दूर नहीं रह गया है। स्टेडियम तो दर्शकों से खचाखच भर ही रहे हैं और गेट मनी के आंकड़े फ्रेंचाइज का पर्स मोटा कर रहे हैं।